Shyam Sundar Subramanian 1535 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Sundar Subramanian 20 Nov 2024 · 1 min read हक़ीक़त मसलहात नज़रअंदाज़ करते रहे , अना से सर-अंजाम करते रहे , अपने ग़ुरूर के सुरूर में हम 'अर्श पर थे , हक़ीक़त से दो-चार हुए तो हम फ़र्श पर थे... Quote Writer 1 13 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Nov 2024 · 1 min read संदेश इतिहास को क्यों कुरेदते हो , वर्तमान पर ध्यान दो ! वर्तमान अगर बिगड़ गया तो भविष्य कैसे संभलेगा ? व्यर्थ के तर्क में समय नष्ट करने से कुछ न... Hindi · कविता 1 11 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Nov 2024 · 1 min read समायोजन देश देखा, विदेश देखा , पर देखा ना , अपना सा कोई विशेष देखा , हर कृति अपने में अनूठी है , कोई किसी से ना मेल खाती है ,... Hindi · कविता 1 10 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Nov 2024 · 1 min read समय की पुकार कल मैने देखा ! एक बंदर के हाथ लगी मोतियों की एक माला ! जिसे तोड़़-तोड़कर उसने अपनी बुद्धि से बिखेर डाला , उसे पता नही कि मोती चुनने ,... Hindi · कविता 17 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Nov 2024 · 1 min read प्रतीकात्मक संदेश शिशु से सहजता , सरलता , निर्विकार भाव , सीखो , पल भर में बैर भुलाकर दोस्ती का हाथ बढ़ाना सीखो , माता पिता के प्रति हृदय समर्पित भाव जगाना... Hindi 1 27 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Nov 2024 · 1 min read आत्मविश्वास आत्मविश्वास चा शाब्दिक अर्थ स्वतः वर विश्वास आहे, स्वतःमध्ये अंतर्भूत असलेल्या "स्व" चे मूल्यांकन आत्म-चिंतनावर अवलंबून असते. जे अंगभूत गुण आणि दोष यांचे सतत मंथन करून स्वतःबद्दल वैयक्तिक दृढनिश्चयी भावना... Marathi · लेख 21 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Nov 2024 · 1 min read फ़िक्र हर नई सहर इक नये सफ़र का आग़ाज़ होती है , जो हर दिन इक नये जद्दोजहद का पैग़ाम लाती है , हालातों से समझौता करने पर हर शाम 'अज़ाब... Hindi · कविता 1 21 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Nov 2024 · 2 min read आज का दौर जाने किस दौर में हम जी रहे हैं ? एक दूसरे की गलतियां निकाल कर लड़ रहे हैं , एक शातिर चोर दूसरे को लूटेरा कह रहा है , दूसरा... Hindi · कविता 23 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Nov 2024 · 1 min read रूस्वा -ए- ख़ल्क की खातिर हम जज़्ब किये जाते हैं , रूस्वा -ए- ख़ल्क की खातिर हम जज़्ब किये जाते हैं, होठों को सी कर अश्कों को भी पी जाते हैं , दिल में उठते तूफान हमेशा सालते रहते है ,... Quote Writer 21 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2024 · 1 min read तलाश ज़िंदगी के शोर से मैं थक सा गया हूँ , किसी वीराने की तलाश में भटकता फिर रहा हूँ , जहाँ चन्द पल सुकुँ से गुज़ार सकूँ , जहाँ मै... Hindi · कविता 17 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2024 · 1 min read क़ुर्बान ज़िंदगी जो भी पल थे वो बिखरते चले गये , जो भी अपने थे वो बिछड़ते चले गये , हम इक मुकाम पर खड़े बस तमाशा देखते रहे , कुदरत पर... Hindi · कविता 24 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2024 · 1 min read Conscience A quiet voice beneath the roar, The whisper knocking at the door, A silent guide through dark and light, The keeper of what’s wrong and right. It hides where shadows... English · Poem 1 2 26 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2024 · 1 min read निःशब्द के भी अन्तःमुखर शब्द होते हैं। निःशब्द के भी अन्तःमुखर शब्द होते हैं। मूकअभिव्यक्ति को पहचानने के लिये अंतस्थ भावना की आवश्यकता होती है। Quote Writer 1 2 28 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2024 · 1 min read ज़िंदा एहसास न जाने क्यों हमारे अज़ीज़ हमसे जल्द दूर हो जाते हैं , उनकी यादों के दिये जलाकर हम अपना दिल बहलाते हैं , उनके अख़लाक़ की सीरत हमारी राहों को... Hindi · कविता 23 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2024 · 1 min read शायद मेरी सदा उसके दिल में उतर शायद मेरी सदा उसके दिल में उतर कुछ असर कर जाए , उसमें नापैद एहसास जागकर वो कुछ पिघल जाए , Quote Writer 27 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2024 · 1 min read कुछ सवालात कितना उलझाओगे ख़ुद को ज़ंजीर -ए -रिवायात में , कुछ सवालात कौंधते रह जाएंगे परदा- ए- ज़ेहन में , अंधेरे न छटेंगे हर क़दम आग़ाज़ -ए-सहर के उजालों में ,... Hindi · कविता 22 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2024 · 1 min read गर्दिश-ए-अय्याम मै अकेला चला था इस सफ़र में ना कोई हमराह , ना हम-सफ़र , मंजिल से बेख़बर इस आस में कहीं तो पहुँचेगी ये डगर , राह में ठोकर खाकर... Hindi · कविता 22 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Nov 2024 · 1 min read प्रेरणा तोड़़ दो परतंत्रता के ये बंधन , छोड़ दो दिखावे के ये वंदन , रचो अपना भविष्य स्वयं तुम , रहो ना निर्भर किसी पर भी तुम , कोई नहीं... Hindi · आवाहन · कविता 24 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Nov 2024 · 1 min read तहक़ीर जाहिलों के हुज़ूम में ख़िरद की क़ीमत कहाँ ? हैवानियत के आलम में हमदर्दी की शु'आ' कहाँ ? चोरों के बाज़ार में ईमानदारों का वुजूद कहाँ ? बे-हयाई की महफ़िल... Hindi · कविता 18 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Nov 2024 · 1 min read Freedom Freedom breathes in open skies, Where birds soar high and mountains rise. It whispers soft in winds that roam, And finds its heart in every home. Freedom sings in rivers’... English · Poem 29 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Nov 2024 · 1 min read हस्ती झूठ के इस बाज़ार में सच कहाँ से खरीदोगे ? जहाँ इंसां की कद्र नहीं वहाँ , इंसानियत कहाँ से जगाओगे ? मौक़े' की तलाश में हो फ़रेबी फ़ितरत जहाँ... Hindi · कविता 29 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Nov 2024 · 1 min read नवसंकल्प आओ नवदीपमालाओं के इस पावन उत्सव में हम परस्पर सौहार्द ,प्रेम एवं संवेदना का भाव जन-जन के हृदय में जगायें , मनस में आच्छादित क्रोध , वैमनस्य , एवं घृणा... Hindi · कविता · संदेश 32 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Oct 2024 · 1 min read Orphan's Feelings Alone I walk this world so wide, No hand to hold, no place to hide. The whispers haunt, the shadows call, I miss the warmth once known to all. The... English · Poem 1 2 171 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2024 · 1 min read வாழ்க்கை நாடகம் கொஞ்சம் பயந்து, கொஞ்சம் அடக்கி, உள்ளே ஏதோ சண்டை. மோதலில் இருந்து விடுபட, உறுதியுடன் இருக்க முயற்சிக்கிறேன், வெளிப்படுத்த தைரியம் கூடுகிறது. எதிர்காலத்தைப் பற்றி கவலை, சில நேரங்களில் நான் சுய மதிப்பீட்டிற்குப் பிறகு நம்பிக்கையடைகிறேன், சில நேரங்களில் எல்லா இடங்களிலும்... Tamil · கவிதை 37 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2024 · 1 min read Innocent love In a garden where the sunlight spills, I see your smile, my heart stands still. Your laughter rings like a gentle stream, A simple joy, a sweet daydream. We walk... English · Poem 1 2 165 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2024 · 1 min read Mother's passion A mother’s passion, deep and true, A fire that burns in all she’ll do. With gentle hands, she holds so tight, Her love a beacon, pure and bright. She wakes... English · Poem 137 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2024 · 1 min read मानव जीवन - संदेश एक नन्हा शिशु जिसके लिये माता की गोद ही स्वर्ग है , जिसके लिये उसके चारों ओर का वातावरण ही निसर्ग है , धीरे-धीरे बड़ा होता है , अपने संसार... Hindi · कविता · संदेश 37 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Oct 2024 · 1 min read Beautiful & Bountiful The beauty of nature is vast and deep, In mountains tall and oceans steep. The sun that rises, bold and bright, Brings warmth and color to the night. The rivers... English · Poem 1 32 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Oct 2024 · 1 min read दर्द- ए- दिल दर्द उठता , बढ़ता , बढ़कर फ़ुग़ाँ नही होता , कुछ इधर , उधर, कसमसाता , बयाँ नही होता , ज़ब्ते ग़म नही छुपता , अश्क बन छलक ही जाता... Hindi · कविता 27 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Oct 2024 · 1 min read इंतज़ार अच्छे दिन का ? आजकल नकली कारोबार का बोल बाला है , झूठ को छद्म से सच जैसा बनाकर पेश किया जाता है , लोगों के अज्ञान का फायदा उठाकर उन्हें बहकाया जाता है... Hindi · कविता · सामयिकी 30 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Oct 2024 · 1 min read विजय - पर्व संकल्प आओ इस दिवस पर हम संकल्प लें अनीति को समाप्त कर नैतिकता स्थापित करें , छद्म , प्रपंच , भ्रष्ट आचरण उजागर करें , नाटकीयता ,एवं झूठ के आवरण नष्ट... Hindi · आवाहन · कविता 25 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Oct 2024 · 1 min read सार्थक जीवन - मंत्र दिवास्वप्न तंन्द्रा तिमिर से नवप्रकाश में पदार्पण किया , भ्रान्तियों के छद्मजाल से अलग हो सत्य संज्ञान लिया , आधारहीन कुतर्क से विलग हो प्रज्ञाशील तर्क मान्य किया , त्याग... Hindi · कविता 34 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Oct 2024 · 2 min read पुस्तक समीक्षा " चुप्पी का शोर " लेखक मनोरथ महाराज की कृति "चुप्पी का शोर" आंदोलित अंतस्थ भावनाओं की मुखर अभिव्यक्ति का एक अप्रतिम प्रयास है , वर्तमान समाज में व्याप्त विसंगतियों , संस्कारहीनता , अंधानुकरण ,... Hindi · पुस्तक समीक्षा 96 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Sep 2024 · 1 min read तन्हा इस शहर की गलियों में जिधर देखो हुजूम है , इस इन्सानी सैलाब में अजब दीनी जुनूँ है , हर शख़्स लगता है बे-परवा दुनिया से , अपने में मगन... Hindi · कविता 66 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Sep 2024 · 1 min read तिश्नगी दिल की गिरह ना खुली तो नासूर बन रह जाएगी , जज़्बातों को जज़्ब किये ज़िंन्दगी मा'जूर बन रह जाएगी , अश्कों को छुपाते -छुपाते ये दिल पत्थर ना हो... Quote Writer 79 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2024 · 1 min read त्रासदी हालातों का तमाशा देखते हुए हम जी रहे हैं , मूकदर्शक बने हम मजबूर होकर रह गए हैं , संविधान और नागरिक अधिकार वस्तुस्थिति में , सिर्फ कोरी बातें होकर... Hindi · कविता 1 76 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2024 · 1 min read मतलबी जानकर भी वो अनजान से बने है , बेगाने ही सही हम खुद अपनी पहचान बने है , उनकी फ़ितरत का रुख़ हम जानते है , मरासिम को वो नफ़े... Hindi · कविता 57 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2024 · 1 min read मुसीबत एक चींटी हाथी को परेशान कर देती है , एक मक्खी शेर को बेचैन कर देती है , एक मधुमक्खी हुलिया बिगाड़ रख देती है , एक मछली तालाब को... Hindi · कविता 1 77 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2024 · 1 min read आगाह ज़माने का रुख़ इस क़दर फ़रेबी है , यहाँ सीरत पर सूरत की फ़ितरत भारी है , बच उन राहों से जो अज़ाब की ओर ले जाते हैं , जो... Hindi · कविता 59 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Sep 2024 · 1 min read ज़िंदा दोस्ती क्या हुआ ? कैसे हुआ ? कब हुआ ? समझ ना पाऊं ! एक ही दिन में तू कैसे बदल गया ? समझ ना पाऊं ! किसी की साज़िश है... Hindi · कविता 69 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Sep 2024 · 1 min read राजनीति के फंडे राजनीति के फंडे भी बड़े अजीब हैं , सत्ता की होड़ में नेता एक दूसरे की टांग खींचते रहते हैं , अपना कद दूसरे के कद से बड़ा करने की... Hindi · कविता · व्यँग 39 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Sep 2024 · 1 min read Past Memories He kept telling stories of the past moments, Through which I kept wandering in the memories of the past, Some sweet and sour imaginations, some sad moments, Some complaints, some... English · Poem 38 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Sep 2024 · 1 min read ये तो जोशे जुनूँ है परवाने का जो फ़ना हो जाए , ये तो जोशे जुनूँ है परवाने का जो फ़ना हो जाए , अब शमा पर ज़ुर्म आयद कैसे करें ? जिसके नसीब में लिखा है मिटना उसे पाबंद कैसे करें... Quote Writer 1 51 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Sep 2024 · 1 min read प्रेरणा एक छोटा सा पौधा ! जिसकी कोपलें अभी खिली हीं थी , शरारती हाथो द्वारा जड़ से उखाड़ फेंका गया , बेचारा दर्द के मारे सुबकता रहा , हवा का... Hindi · कविता · काव्य प्रसंग 59 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Aug 2024 · 1 min read बीती यादें वो सुनाते रहे गुज़िश्ता लम़्हों के किस्से , मैं डोलता रहा माज़ी की यादों में जिनसे , कुछ खट्टे - मीठे तसव्वुरात , कुछ ग़मगीन लम़्हे , कुछ शिक़वे ,... Hindi · कविता 41 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Aug 2024 · 1 min read तत्वहीन जीवन क्या कहना ? क्या सुनना ? मूकबधिर हो रह गया हूँ ! विवादों से स्वतंत्र ! स्वअस्तित्व रक्षा में निरापद हो गया हूँ ! अर्थ और अनर्थ ! तर्क और... Hindi · अनुभूति · कविता 50 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Aug 2024 · 1 min read नारी- शक्ति आह्वान उठो ! बढ़ो ! अब अति हो गई ! अबला निरूपित नारी ! तोड़ दो ! दंभ इन दानवों का दिखा दो ! अपनी शक्ति सारी ! हो स्वतंत्र !... Hindi · कविता 1 2 54 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Aug 2024 · 1 min read रक्षा बंधन कच्चे धागों का अटूट बंधन , हृदय से हृदय का स्पंदन , अभिभूत विचार सरिता , परस्पर संवेदनशीलता , निर्वहन की निष्ठा , अविच्छिन्न प्रतिबद्धता , संकल्पित अनुपालन , प्रतीकात्मक... Hindi · कविता · संकल्प 1 61 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Aug 2024 · 1 min read अटूट प्रेम हे मित्र ! तेरे शब्द बाण मेरे हृदय को चीर गए , मेरे अंतस्थ बसे तेरे प्रेम को विखंडित कर गए , फिर भी मुझे क्यों आभास होता है ?... Hindi · एहसास · कविता 1 65 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Aug 2024 · 1 min read Oppressed life Even after thinking a lot, she is unable to say anything, So many emotions are buried, The rush of thoughts in the mind never stops, Even if she wants, she... English · Poem 85 Share Page 1 Next