shreyash Sariwan 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid shreyash Sariwan 24 Jan 2024 · 1 min read राम नारद की वीणा मे राम हैँ, भक्तन की पीड़ा मे राम हैँ // बच्चे की किलकारी मे राम हैँ, बूढ़े की लाठिन मे राम हैँ // तरुवर की छाया मे... Hindi · जय श्री राम 3 311 Share shreyash Sariwan 27 Sep 2023 · 1 min read वक़्त मुझे कुछ और वक्त दे ...ऐ वक़्त बेसख ...मैं पुराने दिनों को जीना चाहता हूँ Hindi · कविता 3 545 Share shreyash Sariwan 27 Sep 2023 · 1 min read इश्क बेसख..... तुम मिले थे ,कॉलेज के अंतिम दिनों में , पर मैंने पहली किताब का ,पहला पेज तुम्हे दिया है / Hindi · कविता 2 593 Share shreyash Sariwan 9 Jun 2022 · 1 min read . हाँ इस तरफ, था बेखबर.. वो धुन था कोई, सुना गया // था मौन वो, इस कदर.. नजर मे था,वो छा गया // सपन मे था देखा जिसे.. वो समक्ष... Hindi · कविता 1 547 Share shreyash Sariwan 14 Apr 2022 · 1 min read पानीपत 1761 एक युद्ध भारत भूमि मे, पानीपत का, विशाल हुआ || एक योद्धा था, जो हार गया, एक युद्ध था, जिसमे वह जीत गया || जो आरम्भ यमुना के पार हुआ,... Hindi · कविता 1 350 Share shreyash Sariwan 11 Apr 2022 · 1 min read . जी.. जी भर के जमाने से खुशियाँ छीनकर, कुछ हसकर, कुछ गम भूलकर.... एक नए इरादे से जी, पुरानी बात भूलकर, छिपा ले,अपने गमो को नई जिंदगी जीकर... एक शोर... Hindi · कविता 1 494 Share shreyash Sariwan 17 Feb 2022 · 1 min read आज बदल गया इंसान आज बदल गया इंसान,आज बदल गया इंसान तेरे पल-पल की परीक्षा, ले रहा भगवान मदहोश, नशे मे चूर तू, खुदको है पहचान तेरे कर्मो का हिसाब, जल्द करेगा भगवान आज... Hindi · कविता 2 2 481 Share shreyash Sariwan 4 Aug 2021 · 1 min read ब्याज का धंधा ब्याज का धंधा करने वालों... हाथ को गंदा करने वालों... किसी की मजबूरियों का फायदा उठाने वालों... ब्याज का पैसा खाने वालों... खून से हाथ को रंगने वालों... काला पैसा... Hindi · कविता 2 599 Share shreyash Sariwan 29 Jun 2021 · 1 min read चलो आज एक कहानी लिखते हैँ. चलो आज एक करानी लिखते हैँ. कलम के नाम अपनी जिंदगानी लिखते हैँ // जैसा बीता हैँ समा अपना.. उसके नाम एक कहानी लिखते हैँ // :~श्रेयस सारीवान Hindi · कविता 2 861 Share shreyash Sariwan 23 Jun 2021 · 1 min read Real friendship Books should be the first choice of friendship, in return they give us power. Books are like our wings, which inspire us every moment to touch the heights of that... English · Essay 1 2 909 Share shreyash Sariwan 23 Jun 2021 · 1 min read दोस्ती किताबों के साथ दोस्ती की पहली पसंद किताबें होनी चाहिए, बदले मे मुकाम देती हैँ. किताबें हमारी पंखो की तरह होती हैँ जो हमें उस आसमान की ऊचाई को छूने के लिए हर... Hindi · लेख 828 Share shreyash Sariwan 22 Jun 2021 · 1 min read Virtuous deeds Before reaching the end of life, we have to pay attention that the dead body do not have pockets, if the property has to be taken along with it, then... English · Poem 1 1 526 Share shreyash Sariwan 22 Jun 2021 · 1 min read Love In real love, there is an experience similar to the union of God with the soul, a true love gives the desire to live, gives a reason to move forward... English · Essay 1 1 678 Share shreyash Sariwan 22 Jun 2021 · 1 min read प्रेम वास्तविक प्रेम मे आत्मा से परमात्मा का मिलन के समान अनुभव होता हैँ, एक सच्चा प्रेम जीने की चाह दे जाता हैँ जीवन मे आगे बढ़ने की वजह दे जाता... Hindi · लेख 698 Share shreyash Sariwan 22 Jun 2021 · 2 min read Life-4 (1)Life's exam has its own rules, everyone's question paper is different in this paper, this exam is not like the school exam. Everyone's question paper remains the same in the... English · Essay 1 1 561 Share shreyash Sariwan 21 Jun 2021 · 6 min read जीवन 2 यह समय के साथ आती ही हैँ तो समय के साथ बदलती भी जाती हैँ | एक ही पल मे ऊचाई मे तो कभी क्षण भर मे धक्का मारके नीचे... Hindi · लेख 480 Share shreyash Sariwan 20 Jun 2021 · 5 min read जिंदगी की परीक्षा समय के साथ आइए आज बात करते है जीवन की यात्रा के विषय मे/ मै अपने विचार और अनुभवो को आपके साथ साझा करने जा रहा हूँ | जीवन सुख और दुख का... Hindi · लेख 1 3 809 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read पगली सहेली थी एक मेरी पगली सी सहेली, College के अंतिम दिनों मे मिली थी, हमेसा मुझे पागल पागल बुलाया करती थी // जो रूठ जाऊ तो हमेसा मनाया करती थी, कुछ... Hindi · कविता 3 520 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read प्रकृतिस्वारुप निर्मल रूप, कोमल कंठ, नीर रूप, शीतल मनः // स्वच्छ तरिणी, नीला गगन, चह चहाते पक्षी, हरित धरा // रुचिर मुख, उत्कृष्ट दृश्य, मनोहर प्रकृति, विस्तृत छटा // रूपवती कानन,... Hindi · कविता 1 468 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read सपनो के दरवाज़े मे कुण्डी मै नदियों की तरह बहना चाहता हूँ, पहाड़ो की तरह निर्भीज्ञ होना चाहता हूँ // पक्षियों की तरह उड़ना चाहता हूँ, बच्चो की तरह निश्चिंत होना चाहता हूँ // झरनो... Hindi · कविता 1 364 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read अरसो के बाद की मुलाक़ात बहुत दिन बाद आई ऐसी रात थी, दोस्तों के साथ हसीन मुलाक़ात थी // दो पलो के गुफ्त-गू मे कुछ अलग बात थी, हसि ठिठोली के बीच बीती चांदनी रात... Hindi · कविता 650 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read दोस्ती अच्छे लगते हैँ मुझे वे लोग, जो मेरा चेहरा पढ़ने की कोशिस किया करते हैँ // उलझें हुए हैँ कुछ सवाल मेरे भीतर, उसे जानने की कोशिस किया करते हैँ... Hindi · कविता 1 609 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read दोस्त मै भटका हुआ मुसाफिर हू, तो उम्मीद का सहारा हैँ दोस्त // मै ज़ब-ज़ब अँधेरे से डरा, तो जुगनू का सहारा हैँ दोस्त // मै डूब रही कस्ती हू, तो... Hindi · कविता 383 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read चाय चाय की एक घूट से ही जीने की चाह मिल जाती हैँ, दूसरी घूट लेने से ही, चिंताये विमुक्त हो जाती हैँ // अक्सर चाय का ही साथ होता हैँ,तन्हाइयो... Hindi · कविता 2 3 451 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read ग़रीबी-अमीरी-इश्क़ और शराफत खप्पर छानी के घर से कोई गरीब नहीं हो जाता हैँ, ऊंचे महलो से कोई अमीर नहीं हो जाता हैँ // घुलना-मिलना तो कइयों से लगा रहता हैँ...साहब, चार दिन... Hindi · कविता 355 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read क्रोध और परिणाम कोई अपना ज़ब रूठ जाता हैँ, हमारे गुस्से से सायद कोई बहुत ज्यादा टूट जाता हैँ // समा.. निकल जाता हैँ उसे मनाने मे, उसकी तन्हाइयो मे समा.. हमारा बीत... Hindi · कविता 570 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read मेरे माँ की दुआ ज़ब-ज़ब आफत आई मेरे सर पर, माता मेरी, उन सबको भाप जाती हैँ // डरा हुआ सिसका था, ज़ब भी पड़ा पीर मे, सांत्वना मेरी माँ की,उम्मीद दे जाती हैँ... Hindi · कविता 1 1 442 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read आत्मिक कष्ट आज किस पर, किस पर लिखू मै कविता....... किसी माँ की कोख मे पल रही बच्ची पर, या 7 साल मे सजा देने वाली न्याय व्यवस्था पर // झूठे वादे... Hindi · कविता 1 713 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read नशाखोरी, भ्रष्टाचार मर गई सायद इंसानियत चंद पैसो के आगे, अबतो बईमान ही बलवान हैँ // यहाँ हर गली-चौराहो मे रहता एक शैतान हैँ// कुर्बान हो गई कई जिंदगी इन लालच के... Hindi · कविता 411 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read परिस्थिति हर मुस्कुराहट के पीछे, एक वजह जरूर होती हैँ, हर खामोशी के पीछे, एक सजा जरूर होती हैँ // ज़ब छोड़ गए सब मुझे, तब तन्हाइयो का अहसास हुआ, तब... Hindi · कविता 645 Share Page 1 Next