शिव प्रताप लोधी Tag: कविता 126 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read याद मैं तो अब हवा से भी नाराज़ हूॅं, वो उसकी ख़ुशबू फ़ैलाने क्यूॅं आती है। उससे ज़ुदा हुए तो ज़माना बीत गया, पर उसकी याद अब भी जाने क्यूॅं आती... Hindi · कविता 2 346 Share शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read देर लगती बादलों को मचलते देर नही लगती सूरज को छुपते देर नही लगती तारों को टिमटिमाते देर नही लगती देर लगती है अगर तो किसी की मोहब्बत को समझने में... Hindi · कविता 69 Share शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read आ गए हम मोहब्बत के सफर में कोई तो गलत मोड़ लिया था हमनें तभी तो जहाँ से चले थे वहीं आ गए हम..... शुरु की थी तलाश इक हमदिल बनाने की और... Hindi · कविता 74 Share शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read तो कितना अच्छा होगा लोगों से मिलकर कितनी बार पूछते हो कि कैसे हो दिन में सिर्फ एक बार "मां-बाप" से भी हाल पूछा जाए तो कितना अच्छा होगा.......... नाशवान दुनिया में लगे हैं... Hindi · कविता 84 Share शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read इक पल माँ-बाप की सेवा में भी बिताया जाऐ जिन्दगी को कुछ इस तरह से जीया जाऐ कि अपने साथ किसी का दिल ना दुखाया जाऐ।। राह में काँटे तो बहुत हैं फिर भी मंजिल तक पहुंचने में देर... Hindi · कविता 85 Share शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read मां! तू ही बता तेरे सिवा बताऊं किसे तू ना समझे तो समझाऊं किसे चाहत का एहसास दिलाऊं किसे मैं तो तेरी दुनिया से दूर बहुत हूं फिर अपना हाल बताऊं किसे कहनें को जमाना है पूरा साथ... Hindi · कविता 78 Share शिव प्रताप लोधी 27 May 2022 · 1 min read पर मैं ग़लत था मैं सोचता था कि मोहब्बत से हर किसी के दिल को जीता जा सकता है पर मैं ग़लत था। मैं सोचता था कि नि:स्वार्थ भाव से किसी की मदद कर... Hindi · कविता 55 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read बात कर लिया करो जबतक बेइन्तहा आरजू है तुमसे तबतक बात कर लिया करो जब पयाब हो जायेगी तो हम खुद भी शिकायत का मौका नही देंगें। आरजू- चाहत पयाब - कम गहरा Hindi · कविता 149 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read ये दिल आज थोडा उदास है ये दिल आज थोडा उदास है चाहत है खूब रो लूँ जीभर के मगर कोई कन्धा कोई ठिकाना ना मिला दबे हुए जज्बातों को कह सकूँ किसी से मगर ऐसा... Hindi · कविता 166 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read वक्त कम लगता है अपनो की आँखों से गुम ना होना। अब वक्त कम लगता हैं किसी को भूल जाने में।। हो कोई दिल मे बात तो कह देना। अब वक्त कम लगता है... Hindi · कविता 256 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read मिलेंगें जो तुमसे कभी तो कहेंगें जरूर मिलेंगें जो तुमसे कभी तो कहेंगें जरूर कि, जी तो रहे है तुम्हारे बगैर लेकिन अब कुछ रास नही आता, दिल के टुकडों को समेटे तो हुए है लेकिन जख्म... Hindi · कविता 84 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read तुम होती खुद को आइने में देखने की चाहत ना होती अगर तुम मेरी सुबह होती।। चाँद को देखकर वक्त को जाया ना करते अगर तुम मेरी शाम होती।। जाम को होंठों... Hindi · कविता 75 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read तुम्हारा ख़्याल हाँ हम साथ नही रहते,अब बात नही होती, एक दूसरे से कोई वास्ता नही रहा, मेरे जहन से तुम्हारी यादें भी धुन्धली होती जा रही।। मेरे होंठों से तुम्हारा जिकर... Hindi · कविता 194 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read अम्मा-पापा आपकी याद बहुत बार आती है लेकिन बात नही कर पाता। अम्मा-पापा आपसे दूर इतना हूँ कि अब हर रोज देख नही पाता। Hindi · कविता 147 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read बात कुछ और होती कितना प्यार है वो जान लेते तो बात कुछ और होती। चलना तो है वो भी साथ चलते तो बात कुछ और होती। ख्वाब देखता हूँ ख्वाबों में वो होते... Hindi · कविता 148 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read हाँ थोड़ा मैं बदल गया हूँ हाँ थोड़ा मैं बदल गया हूँ देख जमानें को अब मैं संभल गया हूँ ना उम्मीदें ना शिकायतें किसी से बनावटी के लोगों से मैं ऊब गया हूँ हाँ थोड़ा... Hindi · कविता 350 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read खुद को देखा कर वो तुझे जो चाहें वो समझें ये उनकी मर्जी.... तू मुस्कुराया कर अपनें खातिर अब उन्हें मत देखा कर..... बगैर उनके जीनें की आदत डाल ले अब उनके ख्वाब मत... Hindi · कविता 51 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read नारी प्रोत्साहन आत्मविश्वास,साहस,संघर्ष,धैर्य इत्यादि से परिपूर्ण,असंख्य प्रतिभाओं की धनी,असीमित सामर्थ्य को समेटें हुए नारी के प्रोत्साहन में स्वयं की सहमति प्रकट की... दे दो आसमान सारा इनकों जमीं पें कोई घरौंधा ना... Hindi · कविता 144 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read हक देना रह सके मेरा दिल तेरे दिल में इतनी सी जगह दे देना जान सकूं तेरे दिल का हाल इतनी सी नजदीकियां दे देना हो सके जितना तुम कर लेना नफरत... Hindi · कविता 204 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read इबादत जिंदगी में कोई ऐसा मिल जाता है जिसके साथ हमेशा के लिए डोर बंध जाती है।उसके साथ जो जुड़ाव होता है,जो अपनापन होता है, उससे जो स्नेह होता है वह... Hindi · कविता 157 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read एहसास हुआ किसी से इश्क हो जाता है और उसकें कुछ पल का साथ ,कुछ बातें, कुछ हरकतें, दिल की गहराई को छूती तो हैं ही साथ में कुछ छाप भी हमेशा... Hindi · कविता 165 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read जांबाज़ों को सलाम सरहद की रखवाली में वतन की खुशहाली में दुश्मनों की बर्बादी में वीर जो जान की बाजी लगाए हैं उनको मेरा सलाम... वतन की शान में भारत माता की आन... Hindi · कविता 68 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read नारी प्रोत्साहन अपनी इक जमीन,अपना इक आसमान पैदा कर तू खुद के लिए इक इतिहास पैदा कर ना जी किसी दूसरे के वाजूद पर तू अपनी खुद की पहचान पैदा कर Hindi · कविता 125 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read इक बार देखो दोनों में इश्क बेपनाह ,बेइंतहा रहता है फिर किसी वजह से उनके बीच फांसला बन जाता हैं और जो भी फैसला करतें हैं उनसें फासले बढ़ते जाते हैं... तुम सोच... Hindi · कविता 181 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read तुम मेरे नहीं तुम मेरी जुबां पर तो हो लेकिन लफ्ज़ में नही तुम मेरे ख्वाबों में तो हो लेकिन हकीकत में नही तुम मेरे रास्तों में तो हो लेकिन मंजिल में नही... Hindi · कविता 58 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read ख्वाहिश है ख्वाहिश है.... बहुत कुछ पानें की नित नई बातों को सीखने की फांसलें दिलों के मिटाने की कुछ उसूलों को जिंदा रखने की ख्वाहिश है.... तुमसे एक बार और इश्क... Hindi · कविता 121 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read तुम से इश्क भले ही तुम मुझे कुछ ना समझो लेकिन मैं तुम्हें अपना सब कुछ समझता हूँ मुलाकात से पहले ना जानता था इश्क अब अल्फाजों के मायने भी समझता हूँ Hindi · कविता 223 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read साथ चल लूं ख्वाहिश अब भी है कि तुम्हें पा लूँ जिन्दगी के कुछ पल तुम्हारे साथ जी लूँ और ये जमाना चाहे जो कुछ भी कहें अगर तुम चाहो तो फिर से... Hindi · कविता 151 Share शिव प्रताप लोधी 26 May 2022 · 1 min read मुलाकात कल की मुलाक़ात का जो वक्त था आज फिर से इन्तजार वही पर था दिल में अजीब सी बेचैनी थी मगर उनके आने का यकीन बहुत था Hindi · कविता 72 Share शिव प्रताप लोधी 25 May 2022 · 1 min read मेरा वहम था प्यार, एहसास, जज़्बात, मेरी जिंदगी का सबकुछ उसके लिए खास था। अपना सबकुछ उसे माना था जो कि मेरा वहम था मैं उसके लिए खास नहीं था। शिव प्रताप लोधी Hindi · कविता 166 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read दिल की चाहत उनके रूठ जाने के बाद उनकी हंसी देखनें को मन करता है, फिर और भी बात करनें को जी करता है। उनके गुस्से भरे अल्फाजों से हंसी मेरी रूकती नहीं... Hindi · कविता 68 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read समझ नहीं आता जब जब मुलाक़ातें हुई तुमसे तकरारें हुई। जुदा रहना ही बेहतर है ऐसे मिलने से तो।। जब भी नाराज होते हो तो बात नहीं करतें हो। मैं क्या करूं जो... Hindi · कविता 63 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read साथ अभी तूफ़ानी सफ़र और मंजिल भी दूर है, छेड़-छांड़ मत करो मेरे सपनों के साथ।। मेरे पास कुछ नहीं है यक़ीं दिलाने के लिए, भरोसा करो और हमसफ़र बन चलो... Hindi · कविता 102 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read तेरे इंतज़ार में उसी राह में उसके इन्तजार में हूं उसके लौट आने के उम्मीद में हूं कोई इक पत्त्ता भी खड़के तो मैं बिल्कुल इक टक हो जाता हूं उसके मखमली पैरों... Hindi · कविता 80 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read हिम्मत रखना टूटना नहीं,हारना नहीं, लोग तुझे परेशान बहुत करेंगें, मगर पीछे तू हटना नहीं। डटे रहना, खड़े रहना, वक्त कठिन जरूर है, मगर तू हिम्मत रखना। जो टूट गया तू, जो... Hindi · कविता 1 378 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read दिल की बात परेशान हूं इस फरेबी शोर में उठ नहीं पाता रोज भोर में तड़पता बिलखता हूं यहां कोई नहीं आता दिल के द्वार में मन दुखी ही रहता है पूरे दिन... Hindi · कविता 64 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read सोचा ना था सोचा ना था कभी आसमान से गिरती ये बारिशें इस बरस भी मुझे अकेले ही भिगाऐंगी सोचा ना था कभी समन्दर की लहरों से खेलता पक्षी मेरी आंखों को लुभाऐगा... Hindi · कविता 68 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read बस उसके लिए ही ज़िन्दा हूँ हर दर्द मेरा अनसुलझा है, ग़म का अंधेरा गहरा है, दूर तक राह मेरी सूनी है, कभी जीवन में सुबह सुनहरी हो बस उसके लिए ही ज़िन्दा हूँ तेरी लिए... Hindi · कविता 67 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read दिल की बात दिल में दिल की कोई बात ना रहें दो हर ख्वाब को ख्वाब ना रहनें दो आसमां तक खुशियों में हक है आपका अपनें हौसलों की उड़ान में डर ना... Hindi · कविता 152 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read चलना पड़ा है निशान तो ज़ख्म का हल्का पड़ा है, असर दिल पे मगर गहरा पड़ा है। किया हालात ने मजबूर इतना, न कहना था वो भी कहना पड़ा है। नहीं मंजूर था... Hindi · कविता 58 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read शुरुआत की जाए तुम कहो तो एक शुरुआत की जाऐ। एक सफ़र फिर से तय किया जाऐ। । जितनी भी दूर चले हम इत्तिफाक था। अब अपनें रास्तों को अलग किऐ जाए।। Hindi · कविता 55 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read खुद ही तलाश खुद में मन शांत सा होकर भी , लड़ रहा हूं दिल से । मैं खुद से ही मिल कर, खुद में ही अलग हो गया हूं। कोई आकर बैठे, पास मेरे,... Hindi · कविता 79 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read दिल का हुनर कहने सुनने से क्या होगा, बातों का असर चाहिए। आईने – सी फितरत जिसकी, हमको वो नज़र चाहिए। मौसम-सा बदले जो पल-पल, वो भी क्या दिल होता है। दीवाना बने... Hindi · कविता 76 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read तेरा मेरा मिलना अभी बाकी है ख़्वाबों में देखीं बातें, तुझे बताना अभी बाकी है... नज़रों का मिलना और तुझ पे थमना अभी बाकी है... अधूरा है सब कुछ ख्वाहिशों में संग तेरे जीना अभी बाकी... Hindi · कविता 61 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read कुछ बांकी है तेरे वापस आने का मुझे इंतज़ार तो नहीं है पर ना जाने अब भी क्यूं ऐसा लगता है कि कुछ बांकी है वो पहली मुलाकात, वो तेरा मुस्कुराना, वो तेरा... Hindi · कविता 69 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read मां सुकून मिल जाता है इस बात से कि तेरी तस्वीर देखकर ही सो जाता हूं मां हर रोज़ तुम्हारी इक झलक दिख जाती है मां जब अपनी E-mail का password... Hindi · कविता 74 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read मेरी प्यारी बहना हम सब का है गहना खुशमिजाजी, चुलबुली, समझदार, थोड़ा सा गुस्सेवाली, पसंद है उसको हमेशा खुश रहना। जब कोई होता गुस्से में तो बचकानी हरकतों से हंसाते रहना। मेरी प्यारी बहना हम सब का है... Hindi · कविता 57 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read मां आज तेरी याद फिर बहुत आयी ये पल गुजर गया तेरे बिना एक दिन और ढला तेरे बिना। जिन्दगी और आगे निकल गयी जब दिल ठहर गया तेरे बिना।। मां आज तेरी याद फिर बहुत आयी!!... Hindi · कविता 53 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read प्यार मां से सीखिए प्यार क्या होता है मां से सीखना चाहिए, कि चाहत की कोई हद नही होती और सारी उम्र बीत जाती है फिर भी मोहब्बत कम नही होती। Hindi · कविता 61 Share शिव प्रताप लोधी 24 May 2022 · 1 min read तुम हो कर भी मेरे पास नहीं मां बहुत तकलीफ़ देता है कभी कभी तुम 'हो के'भी मेरे पास नही"मां"। दिल चाहता है रो लूं जी भर के ना जाने किस किस बात पर उदास हूं मैं "मां"।... Hindi · कविता 67 Share Previous Page 2 Next