shivendra.kaushik011 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid shivendra.kaushik011 16 Apr 2022 · 1 min read पिता *शीर्षक :-पिता*👏 *पिता* वो शक्स जो चुपचाप, सब सह जाता है। मन के भावों को किसी से कह नहीं पाता है।। बच्चो का पेट भरकर जो,भूखा ही सो जाता है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 189 Share