शिखा परी 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिखा परी 7 Nov 2019 · 1 min read तलाक़ तलाक़ तलाक़ तलाक तीन बार था पर वो सीधे रूह पे खंज़र की तरह लगा कान फ़ाड़ कर किसीने खून निकाल दिया था जैसे मैंने होश संभाला, जोश भी ------------– वो प्यार... Hindi · कविता 1 1 264 Share शिखा परी 7 Nov 2019 · 3 min read भाभी के सपनें आज सुबह की चाय और न्यूज़पेपर टेबल पर नहीं रखा था वरुण ने सोचा शायद भाभी आज कहीं गई है उसने बिना कुछ सोचे किचन में जाकर वह चाय बनाने... Hindi · लघु कथा 1 1 289 Share