Shashi kala vyas Language: Hindi 473 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashi kala vyas 27 Nov 2025 · 1 min read यू ही जीवन गुजारेंगे गुजरी हुई जिंदगी के सफ़र को याद करते हुए , आने वाली पीढ़ी को साथ लेकर चलना है। तकदीर में जो लिखा है उससे फ़रियाद न कर, जो उम्र गुजारी... Hindi · कविता 47 Share Shashi kala vyas 1 Nov 2025 · 2 min read कार्तिक मास *"कार्तिक मास"* कार्तिक मास में भगवान की मूर्ति को तुलसी मंजरी अर्पित कर सालिग्राम का पूजन करना चाहिए। तुलसी व आँवले के वृक्ष की पूजन का भी विशेष महत्व है।... Hindi · लेख 1 44 Share Shashi kala vyas 20 Oct 2025 · 1 min read शुभ दीपावली शुभम करोति कल्याणम , आरोग्यम धन संपदा। शत्रु-बुद्धि विनाशायः , दीपःज्योति नमोस्तुते ।। दीप ज्योतिः परब्रह्म दीप ज्योतिर्जनार्दनः । दीपो हरतु मे पापं दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥ महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं सुरेश्वरी ।... Hindi 1 113 Share Shashi kala vyas 5 Sep 2025 · 1 min read शिक्षक दिवस *शिक्षक दिवस पर हार्दिक बधाई* *शिक्षक सदैव प्रेरणा देते,नई दिशा की ओर मोड़ते* *शिक्षा देकर ज्ञान बढ़ाते,ज्ञान की पूँजी हरदम लुटाते।* *हाथ जोड़ शीश झुकाते,शिक्षक का सम्मान करते।* *ज्ञान विज्ञान... Hindi 89 Share Shashi kala vyas 16 May 2025 · 1 min read तुम प्रीत रूप हो मां *"तुम प्रीत रूप हो माँ "* तुम प्रीत रूप हो माँ ज्योति स्वरूप हो माँ !! हिमालय पर्वत से ऊँची सागर सी गहरी हो माँ !! वायु सी गतिशील साधना... Hindi 1 1 85 Share Shashi kala vyas 16 Mar 2025 · 1 min read भटकता रहा ये मन *भटकता रहा ये मन * कभी खामोश हो, तन्हा अकेलापन यूँ ही, न जाने क्यों भटकता ही रहे। कभी अपने हिस्से का ग़म छिपाने की कोशिशों में, चाहकर कुछ क्षण... Hindi 90 Share Shashi kala vyas 28 Nov 2024 · 1 min read ख्यालों में यूं ही खो जाते हैं *ख्यालों में कभी यूं ही खो जाते हैं* कभी कभी हम अपने ख्यालों में ही, घुल मिल जाते हैं। कुछ पुरानी बातों में भूली बिसरी यादों में, न जाने खो... Hindi · कविता 219 Share Shashi kala vyas 8 Sep 2024 · 5 min read गणेश जी का आत्मिक दर्शन ***"ॐ गणपतये नमः"*** *"गणेश जी का आत्मिक दर्शन"* मांगलिक कार्यों को आरंभ करने से पहले श्री गणेश जी की आराधना महत्वपूर्ण व अनिवार्य मानी जाती है गणेश जी को अनेक... Hindi · आलेख 389 Share Shashi kala vyas 5 Sep 2024 · 4 min read शिक्षक की भूमिका *"शिक्षक की भूमिका"* आपकी राय में शिक्षक में वह कौन सा गुण है, जो आज के दौर में परम आवश्यक है। आधुनिक युग में शिक्षक मार्ग प्रदर्शक के रूप में... Hindi 1 422 Share Shashi kala vyas 12 May 2024 · 8 min read ये बिल्कुल मेरी मां जैसी ही है " ये बिल्कुल मेरी मां जैसी है" माँ सबकी जगह ले सकती है लेकिन माँ की जगह कोई भी नहीं ले सकता है। "कार्डिनल मेमीलाड" "मां से बड़ा हमदर्द और... Hindi 279 Share Shashi kala vyas 3 Apr 2024 · 2 min read *सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा, *भीष्म पितामह की तरह से, कांटो भरी शय्या पर लेटे हुए, श्री राम भक्त *नरेश प्रसाद दुबे* ईश्वर की शरण में जाने को बैचेन रहते। *आंखों से देख नहीं पाते... Hindi · कविता 3 2 370 Share Shashi kala vyas 16 Feb 2024 · 1 min read *"परछाई"* *परछाई* खुद की परछाई देख ये प्रश्न उमड़ आया , क्यों कभी उजली तन कभी श्यामल काया। कुंठित मन दुखी हो श्याम वर्ण सी काया, मन प्रसन्न हो तब निखरी... Hindi · कविता 1 496 Share Shashi kala vyas 2 Oct 2023 · 3 min read *"बापू जी"* *"बापू जी"* आज 2अक्टूबर बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि आज दो महान व्यक्ति विभूतियों का जन्मदिन है जिन्होंने सच्चाई के राह पर चलकर अपनी कठिन परिस्थितियों में जीवन गुजारा।... Hindi 505 Share Shashi kala vyas 27 Sep 2023 · 1 min read *"मुस्कराने की वजह सिर्फ तुम्हीं हो"* *मुस्कराने की वजह सिर्फ तुम्हीं हो* हर अंदाज निराला होता है, जब प्रभु तुम मेरे साथ होते हो। तुमसे ही शक्ति तुमसे ही भक्ति मिली, तुमको ही अर्पण सर्वस्व समर्पण... Hindi 3 1 494 Share Shashi kala vyas 2 Sep 2023 · 5 min read *देश की आत्मा है हिंदी* *"देश की आत्मा है हिंदी"* हिंदी भाषा अधिकतर राज्यों में लिखी जाने वाली भाषा में से एक है हम जिस परिवेश में जन्म लेते हैं उसी संस्कृति की धरोहर की... Hindi 1 1 1k Share Shashi kala vyas 18 Aug 2023 · 4 min read *धन्यवाद* *"धन्यवाद"* शुक्रिया या धन्यवाद एक बहुत छोटा सा शब्द है लेकिन शुक्रिया अदा करने से शरीर में अंतरआत्मा में जो प्रबल शक्ति मिलती है वह किसी चमत्कार से कम नही... Hindi · आलेख 2 2 744 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *मनुष्य शरीर* *पुरुष का वह शरीर कहा गया है इससे बढ़कर अशुद्ध ,पराधीन ,दुखमय और अस्थिर दूसरी कोई वस्तु नहीं है।शरीर ही सब विपत्तियों का मूल कारण है उससे युक्त हुआ पुरुष... Hindi 1 1 549 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *आत्मा की वास्तविक स्थिति* *आत्मा की वास्तविक स्थिति* चेतन बुद्धि ,इंद्रियां और शरीर से पार्थक्य अवश्य है। आत्मा नामक कोई पदार्थ निश्चय ही विद्यमान है; परंतु उसकी सत्ता में किसी हेतु की उपलब्धि बहुत... Hindi 278 Share Shashi kala vyas 26 Jul 2023 · 5 min read *सत्य* *"सत्य" सत्य जीवन का आधार है सत्य वचन बोलना सुनना यथार्थ है परमार्थ है। वास्तविक जीवन की पहचान सत्य की राह चलने वाला हर व्यक्ति विघ्न बाधा को पार करते... Hindi 2 2 605 Share Shashi kala vyas 5 Jun 2023 · 1 min read *"प्रकृति की व्यथा"* *"प्रकृति की व्यथा"* प्रकृति की व्यथा सुनो ....! ! जो कभी किसी से कुछ न पाती। वृक्ष फल फूल देता लेकिन कुछ ना कह पाती। उठ जाग रे मानव प्रकृति... Hindi 1 434 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 3 min read *"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"* *"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"* जब कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान बनाने के लिए सामने वाले व्यक्ति की निस्वार्थ भाव से सेवा देखभाल करता है तो उसे किसी बात... Hindi 5 1 642 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 1 min read *"मजदूर की दो जून रोटी"* *"मजदूर की दो जून रोटी"* मेहनतकश मजदूर कठिन परिश्रम करता , रोजी रोटी की जुगाड़ में पसीना बहाते मजूरी करता। अचानक आये ये आपदा से बिखर गया निसहाय खड़ा रहता।... Hindi 2 1 889 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"तुम ही मेरा गुमान हो स्वाभिमान हो"* *तुम ही मेरा गुमान हो तुम ही मेरा अभिभान हो* पिता कर्म पिता धर्म पिता स्वर्ग , पिता सर्वश्रेष्ठ पूज्य देव तुल्य महान हो। मेरी प्रेरणा आदर्श उच्च विचारों की... Poetry Writing Challenge 1 350 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"भीगी पलकें क्यों छुपा रहे हो"* *"भींगी पलकें क्यों छुपा रहे हो"* नजरों से नजरें जब मिल गई , जुबां से कुछ ना बोल रहे हो। कुछ ना कहते फिर भी जाने क्यों , क्यों इतना... Poetry Writing Challenge 299 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 2 min read *"अन्नदाता"* *"अन्नदाता"* कृषि प्रधान भारत देश सोने की चिड़िया कहलाता। बंजर जमीन को उपजाऊ बनाके, बीज बोता सुनहरी फसल उगाता। सुबह सबेरे खेतों पे बैलों को बांधके, हल चला जुताई करने... Poetry Writing Challenge 2 479 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"कलम की ताकत"* *"कलम की ताकत"* लेखनी जब कलमकारों के हाथों में चलती , तब आग की लौ लपेटे एक चिंगारी सी जलती , अंतर्मन तरंगों में ज्वाला धधकती हुई , जब शब्दों... Poetry Writing Challenge 1 353 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"मेघ आए हैं देखो बन ठन के"* *"मेघ आये बन ठन के"* धरा ने ओढ़ ली चुनरिया दुल्हन बनके , व्योम दूल्हा बने हैं, देखो सेहरा पहन के। उमड़ घुमड़ कर बदरा छाये , चमक दामिनी चमकत... Poetry Writing Challenge 1 447 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"यूं ही कुछ नहीं होता जीवन में"* *"यूँ ही कुछ भी नही होता जीवन में"* अचानक *यूँ ही कुछ भी* हासिल नही होता, जीवन लक्ष्य बनाते हुए , जी जान से कड़ी मेहनत से , कुछ खोकर... Poetry Writing Challenge 3 1 816 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"ओ रे मांझी तू चल"* *"ओ रे मांझी तू चल"* दुर्गम पथ प्रदर्शक पथिक थक मत,ओ रे मांझी तू आगे बढ़ते चल..... सागर में उफनती लहरों के साथ में अपनी मंजिल तय करते चल... मीठी... Poetry Writing Challenge 4 2 464 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"कुदरत का करिश्मा है"* *कुदरत का करिश्मा"* कुदरत का ये खेल निराला , कहीं धरती हरीभरी हरियाली , कहीं सूखा प्रभावित बंजर भूमि, कहीं पानी भूकंप बाढ़ कहीं सूखी धरती , *कुदरत का करिश्मा... Poetry Writing Challenge 4 1 494 Share Page 1 Next