Shashikant Sharma Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashikant Sharma 16 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ, जब जब सोचता हूँ तुमको अपने नजदीक पाता हूँ, पर अपने इस एहसास से खुद को झूठा पाता हूँ। तुम कहती हो शब्दों को यादों का आधार मत बनाओ,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 20 490 Share Shashikant Sharma 16 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ, जब जब सोचता हूँ तुमको अपने नजदीक पाता हूँ, पर अपने इस एहसास से खुद को झूठा पाता हूँ। तुम कहती हो शब्दों को यादों का आधार मत बनाओ,... Hindi · कविता 2 303 Share