Shashi Capoor Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashi Capoor 30 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक : कुंडली छंद : 22 मात्राऐं, यति 12,10 यति से पूर्व या तुरंत बाद में 21, 12 मात्राऐं, अंत 2 गुरु ध्रुवतारा पिता उत्तानपाद का, पुत्र था ध्रुवतारा गोद चढ़ने पिता की, हठी था बेचारा माता सुरुचि ने उसे, खींच कर उतारा क्या है मुझसे नाता, पूछ चढ़ा पारा।। गर्भ से... Hindi · मुक्तक 623 Share Shashi Capoor 18 Jan 2019 · 1 min read जिंदगी का सच जिंदगी का सच हमें, सच में खंडहरों में कुरेदा मिलता है। परंपराओं व विचारों की श्रृंखला में, रुपकारों व कलाकारों से उगलता है। कृतियाँ तहजीब, संस्कारों से परे हो, वर्तमान... Hindi · मुक्तक 382 Share Shashi Capoor 12 Nov 2018 · 1 min read नवबंर 2018 कविता प्रतियोगिता -विषय "मां " मां ! तुम मेरे जीवन की झंकार हो, तुम मेरे हर क्षण का पुलकित नाद हो । मां ! तुम मेरी वसुंधरा हो, तेरे सहारे बुनती हूं सपने जो बिखेर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 64 795 Share Shashi Capoor 12 Nov 2018 · 1 min read नवबंर 2018 कविता प्रतियोगिता -विषय "मां " मां मां ! तुम मेरे जीवन की झंकार हो, तुम मेरे हर क्षण का पुलकित नाद हो । मां ! तुम मेरी वसुंधरा हो, तेरे सहारे बुनती हूं सपने जो... Hindi · मुक्तक 3 296 Share Shashi Capoor 12 Nov 2018 · 1 min read नवबंर 2018 कविता प्रतियोगिता -विषय "मां " मां मां ! तुम मेरे जीवन की झंकार हो, तुम मेरे हर क्षण का पुलकित नाद हो । मां ! तुम मेरी वसुंधरा हो, तेरे सहारे बुनती हूं सपने जो... Hindi · मुक्तक 402 Share