विकास शुक्ल 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विकास शुक्ल 6 Sep 2024 · 1 min read तन अर्पण मन अर्पण तन अर्पण मन अर्पण जीवन का हर पल अर्पण आप ही दुनिया आप ही दर्पण बिन आपके जीवन समर्पण इधर उधर किया विचरण फिर पड़े गृह में आपके चरण आप... Hindi 1 195 Share विकास शुक्ल 5 Sep 2024 · 1 min read मैं खड़ा किस कगार मैं खड़ा किस कगार नही मै किसी का गुनहगार, फिर भी मैं हूं बेकार, मैं इस कदर लाचार, नहीं बता सकता अपने विचार। मैं खड़ा किस कगार अपनी ही उलझनो... Hindi 1 103 Share विकास शुक्ल 13 Aug 2024 · 1 min read शेयर बाजार वाला प्यार तुम हो शेयर बाजार प्रिये, और मैं उसका स्टॉक प्रिये। जब भी तुम मुकुरती हो, तब उठता मेरा ग्राफ प्रिये। जब होती तुम उदास , तो गिर जाता ये ग्राफ... Hindi 93 Share विकास शुक्ल 10 Aug 2024 · 1 min read "मेरा निस्वार्थ निश्चछल प्रेम" जिसे पूजता हूं मैं, अपने इष्ट भी ज्यादा, जिसे चाहता हूं मैं, अपने जीवन से भी ज्यादा, हमेशा खुश रखना उसे, ईश्वर तुमसे यही अरदास है। कठिन समस्या पर भी,... Hindi 62 Share विकास शुक्ल 1 Jun 2024 · 1 min read तुम ही सुबह बनारस प्रिए तुम ही सुबह बनारस, तुम ही अवध की शाम प्रिए। तुम बिन कठिन था जीवन तुम ने बनाया सरल प्रिए, तुम न होती मेरे संग तो, मैं भटकता इधर उधर... Hindi 1 115 Share विकास शुक्ल 25 May 2024 · 1 min read हे प्रभु इतना देना की हे प्रभु इतना देना की हाथ मेरा खाली न रहे, अधिक कुछ पाने की इच्छा नही, पर किसी की मदद न कर पाऊं, कभी इसका मलाल न रहे। "विकास शुक्ल" Quote Writer 2 121 Share विकास शुक्ल 25 May 2024 · 1 min read कुछ अच्छा करने की चाहत है कुछ अच्छा करने की चाहत है, प्रभु तुम बिन ये पूरा न होगा , हर पल ध्यान में रहते हो तुम , तुम ही मेरी प्रेरणा हो। आशीर्वाद तुम्हारा मिलता... 1 168 Share विकास शुक्ल 14 May 2024 · 1 min read उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे मधुशाला में जाने के बाद मैने तुरंत कहा कौन हैं आप Quote Writer 1 95 Share विकास शुक्ल 12 May 2024 · 1 min read मां इससे ज्यादा क्या चहिए मां तुमने जीवन दिया इससे ज्यादा क्या चहिए। प्रथम गुरु बन तुमने पढ़ाया इससे ज्यादा क्या चहिए। खुद भूखी रह मुझे खिलाया इससे ज्यादा क्या चहिए। खुद हो देवी पर... Hindi 198 Share विकास शुक्ल 2 May 2024 · 1 min read न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं। न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं। किसी के लिए काटा बबूल हू, किसी के लिए सबसे विषैला तीर हूं। न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं। जिम्मेदारियों... 211 Share विकास शुक्ल 2 Apr 2024 · 1 min read हाँ देख रहा हूँ सीख रहा हूँ देख रखा हूं सीख रखा हूं। लगता है आप कितने खास है, लेकिन आप इस्तेमाल मात्र हैं। हां देख रहा हूं सीख रहा हूं। लोग चालाकियो से मतलब निकालते हैं,... Hindi · कविता 764 Share