Shashank Mishra Tag: *शाश्वत सत्य* 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashank Mishra 9 May 2024 · 1 min read *शाश्वत सत्य* सत्य कटु है जानत सब कोई, बिन प्रेम जीवन में कछु ना होई। धन दौलत सब व्यर्थ हो जाई, बंगले महल सब यहीं रह जाई, पाप गठरिया जो तू ढोए,... Poetry Writing Challenge-3 · *शाश्वत सत्य* · कविता 215 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *शाश्वत सत्य* सत्य कटु है जानत सब कोई, बिन प्रेम जीवन में कछु ना होई। धन दौलत सब व्यर्थ हो जाई, बंगले महल सब यहीं रह जाई, पाप गठरिया जो तू ढोए,... Hindi · *शाश्वत सत्य* · कविता 205 Share