शालिनी साहू 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 शालिनी साहू 14 Apr 2017 · 1 min read दिल के मेहमान... . दिल में रह कर दिल के मेहमान बन गये नजरों में मुहब्बत भरके सरेआम कर गये! . रखता है दिल ख्याल इस कदर तुम्हारा लफ्जों में मधुरता,सम्बन्धों की सरलता जाते-जाते... Hindi · कविता 511 Share शालिनी साहू 13 Apr 2017 · 1 min read घरौंदा.... घरौंदा... ख्वाबों का घरौंदा मिलकर बनाया था कभी साथ रहने की बातें एक छत के तले तिनका-तिनका जुटाया हरपल एक दिन बनकर तैयार हुआ जब घरौंदा तब हजारों खुशियाँ और... Hindi · कविता 632 Share शालिनी साहू 12 Apr 2017 · 1 min read हर घड़ी कदम बढ़ाते रहो... हर घड़ी कदम बढ़ाते रहो मुश्किलों के बीच रास्ता बनाते रहो! . ठहर कर पानी भी दुर्गन्ध देता है ठहरो नहीं ज़िन्दगी में मुस्कुराते रहो! . लक्ष्य तक पहुँचाना है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share शालिनी साहू 9 Apr 2017 · 1 min read इबारतें जीवन की... इबारतें लिख दी तुमने मेरे जीवन की मसले इस ज़िन्दगी के बस हल करने बाकी है! . तुम होती तो सब आसान होता तुम्हारे बगैर अब मसले हल नहीं होते!... Hindi · कविता 203 Share शालिनी साहू 30 Mar 2017 · 1 min read यादों के सहारे एक दिन और गुजर गया तुम सबकी यादों के सहारे! . दृढ़ता भी है संकल्प भी है संजोये जो ख्वाब है पापा तुम्हारे! . जाना है दूर तलक अभी बाकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 211 Share शालिनी साहू 10 Nov 2016 · 5 min read कहानी नोटों का कारनामा:दाँव पर लगी प्रेमिका की शादी.... . चारों तरफ बस तैयारियाँ ही तैयारियाँ कहीं दूल्हे की साज-सज्जा की पोशाकें कोट,पैण्ट,शेरवानी तो कहीं दुलहिन के नख से लेकर शिख... Hindi · कहानी 471 Share शालिनी साहू 10 Nov 2016 · 1 min read कविता देवउठनी एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ..... सूप की पिटाई गन्ने के साथि भगाये दलिदर बसाये घरे राम दादी आज सुबह-सुबह बस यही करे काम! खूब पीटे जायेगें सूप भइया आजु की... Hindi · कविता 621 Share शालिनी साहू 10 Nov 2016 · 1 min read कविता किसी का बेवजह रूठ जाना भी क्या रूठना हुआ! बिना वादे किये वादों का टूट जाना भी क्या टूटना हुआ! सफर चलता रहा साथ बनकर बिना हाथों के साथ छूट... Hindi · कविता 517 Share Previous Page 2