Shakuntla Shaku Language: Hindi 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 2 min read खालीपन क्या होता है?कोई मां से पूछे खालीपन क्या होता हैं? ये किसी बूढ़ी मां से पूछो जो अपने बच्चों से मिलने की आस लगाए दरवाज़े पर बैठे रास्ता निहारती रहती हैं सोचती है क्या ये वही... Poetry Writing Challenge-3 1 84 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read मेरा कमरा जानता है मेरा कमरा जानता है...... मैं कितनी भी लापरवाह रहूं पर हर चीज को करीने से ही रखूंगी कमरे का कोना कोना बड़े ही प्यार से सजाऊंगी मेरा कमरा जानता है........ Poetry Writing Challenge-3 1 67 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read स्त्री की दुविधा जब कभी मैं किसी के भी माता पिता की बीमारी के बारे में सुनती हूं और जब ससुराल वाले कहते हैं क्या करोगी मायके जाकर जब देखो बीमार हो जाते... Poetry Writing Challenge-3 1 54 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read पुराने दोस्त वापस लौट आते अगर पुराने दोस्त वापस लौट आते तो फिर से मैं उन सुनहरे पलों को जी लेती बचपन की वो मासूमियत फिर से आ जाती रंगबिरंगी तितलियों को फिर से हम... Poetry Writing Challenge-3 1 64 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read रूहानी मोहब्बत रूहानी मोहब्बत की दास्तां हैं माँ हर इंसान की पहली मोहब्बत हैं माँ धरा पर ईश्वर का प्रतिरूप हैं माँ पूरे विश्व का एक ब्रह्माण्ड हैं माँ आँखो से छलकता... Poetry Writing Challenge-3 1 71 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read नज़र नज़र से नज़र मिला के यूँ नज़र से गिर जाओगे हमें पता न था मोहब्बत के हसीन ख़्वाब दिखा के यूँ छन्न से तोड़ जाओगे हमें पता न था जिन्हें... Poetry Writing Challenge-3 2 57 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read दरख़्त पलाश का सुनो...... याद है न तुम्हें वो दरख़्त पलाश का वो हमारी पहली मुलाकात का गवाह..... जब मैं... आप हम हो गए थे हमारा प्यार पलाश के फूलों की तरह खिलने... Poetry Writing Challenge-3 1 64 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read आंसू किसी की जिंदगी का फ़रमान हैं ये आँसू। तो किसी की मौत का पैग़ाम हैं ये आँसू।। किसी से प्रेम का एहसास हैं ये आँसू। तो किसी की खुशियों का... Poetry Writing Challenge-3 1 95 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read वैभवी विद्या की चाहत है तो विमूढ़ता का नाश कर, विन्रमता की सीढ़ी चढ़ विद्या को प्राप्त कर। पात्रता की आस है तो मां शारदे का ध्यान कर, उसकी अनुकंपा से... Poetry Writing Challenge-3 56 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read नानी का लालटेन बहुत दिन बाद आज जब मैं अपने ननिहाल गई तो आज भी खूंटी पर टांगा वो लालटेन देखा जिसे नाना जी बड़े ही प्यार से लाए थे नानी के लिए... Poetry Writing Challenge-3 43 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 2 min read मासी मम्मा सच ही कहा है किसी ने .... मेरे घर आई एक नन्ही परी..... सच में तुम परी ही तो हो... तुम क्या आई मेरे जीवन में जीवन की दिशा ही... Poetry Writing Challenge-3 84 Share Shakuntla Shaku 10 Feb 2023 · 2 min read अब तो सब सपना हो गया गांव जाते ही बचपन की सारी यादें आँखों के सामने आ जाती हैं दादा दादी का प्यार,दुलार दादा जी का मेरा पैर छू कर कहना हमार राजा आ गईल आपन... Hindi 96 Share Shakuntla Shaku 5 Feb 2022 · 1 min read मां वैभवी विद्या की चाहत है तो विमूढ़ता का नाश कर, विन्रमता की सीढ़ी चढ़ विद्या को प्राप्त कर। पात्रता की आस है तो मां शारदे का ध्यान कर, उसकी अनुकंपा से... Hindi · कविता 2 4 290 Share Shakuntla Shaku 29 Jun 2021 · 1 min read स्त्री की दुविधा जब कभी मैं किसी के भी माता पिता की बीमारी के बारे में सुनती हूं और जब ससुराल वाले कहते हैं क्या करोगी मायके जाकर जब देखो बीमार हो जाते... Hindi · कविता 4 1 436 Share Shakuntla Shaku 10 May 2019 · 1 min read शहीद की पत्नी *मैं तो हूँ एक सैनिक की पत्नी जानती हूँ वो गए हैं करने देश की सेवा फिर भी मन करता है हो हर पल हर वक़्त वो साथ सदा मेरे... Hindi · कविता 2 496 Share Shakuntla Shaku 24 Jan 2019 · 1 min read यादें यादें ही हैं जो हमारे जीने का सहारा होती हैं ये यादें कुछ मीठी सी तो कुछ तीखी सी होती हैं यादें कभी बहुत हँसाती तो कभी बहुत रूलाती हैं... Hindi · कविता 3 2 502 Share Shakuntla Shaku 30 Nov 2018 · 1 min read सानिध्य आपका आप करीब रहो या कोसों दूर रहो बस स्वस्थ रहो सानंद रहो मन में हर पल उत्साह रहे होंठों पर स्मित मन्द रहे खुशियाँ राहों में बिछ जाए जीवन में... Hindi · कविता 5 3 1k Share Shakuntla Shaku 27 Nov 2018 · 1 min read आज के बुजुर्गों की दशा *एक दिन की बात थी मैं बैठी थी ऑटो में मुझे एक *बुज़ुर्ग मिल गये* बैठे मेरे सामने वाली सीट पर देख उन्हें लगा आ गए मेरे दादाजी लेकर रूप... Hindi · कविता 4 3 329 Share Shakuntla Shaku 27 Nov 2018 · 2 min read मैं वो जन्नत लाऊँ कहाँ से लोग कहते हैं माँ के कदमों तले जन्नत होती हैं पर मैं वो जन्नत लाऊँ कहाँ से जिस गोद में पली बढ़ी वो गोद मै लाऊँ कहाँ से हर पल... Hindi · कविता 4 5 309 Share Shakuntla Shaku 6 Nov 2018 · 1 min read रूहानी मोहब्बत माँ रूहानी मोहब्बत की दास्तां हैं माँ हर इंसान की पहली मोहब्बत हैं माँ धरा पर ईश्वर का प्रतिरूप हैं माँ पूरे विश्व का एक ब्रह्माण्ड हैं माँ आँखो से छलकता... Hindi · कविता 5 3 306 Share Shakuntla Shaku 6 Nov 2018 · 1 min read दीपावली दीप जैसे आप जगमगाते रहे जीवन का हर तिमिर मिटता रहे हर दिन नई फसलों की तरह लहलहाता रहे हर रात उत्सव की फुलझड़ियां खिलती रहे अधरों से मीठी मुंन्हार... Hindi · कविता 4 300 Share Shakuntla Shaku 5 Nov 2018 · 1 min read नवनीत सी रात हो दर्द रोने से दूर होता नही,शब्द इनको बना लो तो कुछ बात हो पीर के मेघा पलकों में छाए मगर, अश्रु मोती के किंचित धरा पर गिरे नेह के दीप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 279 Share