Shakuntla Shaku Tag: कविता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shakuntla Shaku 5 Feb 2022 · 1 min read मां वैभवी विद्या की चाहत है तो विमूढ़ता का नाश कर, विन्रमता की सीढ़ी चढ़ विद्या को प्राप्त कर। पात्रता की आस है तो मां शारदे का ध्यान कर, उसकी अनुकंपा से... Hindi · कविता 2 4 293 Share Shakuntla Shaku 29 Jun 2021 · 1 min read स्त्री की दुविधा जब कभी मैं किसी के भी माता पिता की बीमारी के बारे में सुनती हूं और जब ससुराल वाले कहते हैं क्या करोगी मायके जाकर जब देखो बीमार हो जाते... Hindi · कविता 4 1 441 Share Shakuntla Shaku 10 May 2019 · 1 min read शहीद की पत्नी *मैं तो हूँ एक सैनिक की पत्नी जानती हूँ वो गए हैं करने देश की सेवा फिर भी मन करता है हो हर पल हर वक़्त वो साथ सदा मेरे... Hindi · कविता 2 500 Share Shakuntla Shaku 24 Jan 2019 · 1 min read यादें यादें ही हैं जो हमारे जीने का सहारा होती हैं ये यादें कुछ मीठी सी तो कुछ तीखी सी होती हैं यादें कभी बहुत हँसाती तो कभी बहुत रूलाती हैं... Hindi · कविता 3 2 503 Share Shakuntla Shaku 30 Nov 2018 · 1 min read सानिध्य आपका आप करीब रहो या कोसों दूर रहो बस स्वस्थ रहो सानंद रहो मन में हर पल उत्साह रहे होंठों पर स्मित मन्द रहे खुशियाँ राहों में बिछ जाए जीवन में... Hindi · कविता 5 3 1k Share Shakuntla Shaku 27 Nov 2018 · 1 min read आज के बुजुर्गों की दशा *एक दिन की बात थी मैं बैठी थी ऑटो में मुझे एक *बुज़ुर्ग मिल गये* बैठे मेरे सामने वाली सीट पर देख उन्हें लगा आ गए मेरे दादाजी लेकर रूप... Hindi · कविता 4 3 331 Share Shakuntla Shaku 27 Nov 2018 · 2 min read मैं वो जन्नत लाऊँ कहाँ से लोग कहते हैं माँ के कदमों तले जन्नत होती हैं पर मैं वो जन्नत लाऊँ कहाँ से जिस गोद में पली बढ़ी वो गोद मै लाऊँ कहाँ से हर पल... Hindi · कविता 4 5 311 Share Shakuntla Shaku 6 Nov 2018 · 1 min read रूहानी मोहब्बत माँ रूहानी मोहब्बत की दास्तां हैं माँ हर इंसान की पहली मोहब्बत हैं माँ धरा पर ईश्वर का प्रतिरूप हैं माँ पूरे विश्व का एक ब्रह्माण्ड हैं माँ आँखो से छलकता... Hindi · कविता 5 3 307 Share Shakuntla Shaku 6 Nov 2018 · 1 min read दीपावली दीप जैसे आप जगमगाते रहे जीवन का हर तिमिर मिटता रहे हर दिन नई फसलों की तरह लहलहाता रहे हर रात उत्सव की फुलझड़ियां खिलती रहे अधरों से मीठी मुंन्हार... Hindi · कविता 4 301 Share