अर्पिता शगुन त्रिवेदी 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अर्पिता शगुन त्रिवेदी 28 Jan 2024 · 1 min read फुरसत और तब जब शब्द चुनने लग जाएं खामोशियां और पसरने लगे सन्नाटें और तब जब सफेद मखमली चादर में भी न मन को सुकून आए ठंडी हवा के झोंके भी... Hindi 69 Share अर्पिता शगुन त्रिवेदी 28 Jan 2024 · 1 min read भावों को व्यक्त कर सकूं वो शब्द चुराना नही आता भावों को व्यक्त कर सकूं वो शब्द चुराना नही आता जो पिरो लूं उन्हें शब्दों में तो फिर सुनाना नही आता कुछ फेर रहा ऐसा सदा के जो कुछ भी... Hindi 1 1 83 Share