Language: Hindi
387
posts
एक ना एक दिन ये तमाशा होना ही था
shabina. Naaz
हर शैय बदल गयी
shabina. Naaz
जिंदगी में आते ही है उतार चढाव
shabina. Naaz
जिंदगी एक ख्वाब है
shabina. Naaz
सच्चे लोग गुस्सा बहुत करते है
shabina. Naaz
बासी रोटी भी हो तो
shabina. Naaz
सच्चे लोग गुस्सा बहुत करते है
shabina. Naaz
खुदा उनको दोस्त रखता है
shabina. Naaz
रोक दो जुल्म अब मन्दिर मस्जिद के नाम पर... ..
shabina. Naaz
फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल में
shabina. Naaz
फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल
shabina. Naaz
...जागती आँखों से मैं एक ख्वाब देखती हूँ
shabina. Naaz
दुनिया हो गयी खफा खफा....... मुझ से
shabina. Naaz
कोई खुश हो तो मिला दो उस से......
shabina. Naaz
पूछ1 किसी ने हम से के क्या अच्छा लगता है.....आप
shabina. Naaz
जो चलाता है पूरी कायनात को
shabina. Naaz
मुकादमा चल रहा है अब मेरा
shabina. Naaz
कुदरत का कानून है ...जो करोगे
shabina. Naaz
दिल खुश हो तो सब अच्छा लगता है.......
shabina. Naaz
ए दिल्ली शहर तेरी फिजा होती है क्यूँ
shabina. Naaz
कितना अच्छा था बचपन
shabina. Naaz
Tasveerai-e muhabbat ko todh dala khud khooni ke rishto n
shabina. Naaz
सूरज की किरन चांद की चांदनी.. ...
shabina. Naaz
क्या हसीन इतफाक है
shabina. Naaz
क्या हसीन मौसम है
shabina. Naaz
चाँद तो चाँद रहेगा
shabina. Naaz
Kya ajeeb baat thi
shabina. Naaz
नवंबर का ये हंसता हुआ हसीन मौसम........
shabina. Naaz
आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुन
shabina. Naaz
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
shabina. Naaz
यजीद के साथ दुनिया थी
shabina. Naaz
मुहब्बत करने वालों
shabina. Naaz
चांद तो चांद ही
shabina. Naaz
पता नहीं लोग क्यूँ अपने वादे से मुकर जाते है.....
shabina. Naaz
आरजी जिंदगी है ...हिसाब किताब होगा सब आखिरत में......
shabina. Naaz
अजीब बैचैनी है मुझ में………
shabina. Naaz
कॉफ़ी हो या शाम.......
shabina. Naaz
यू तो नजरे बिछा दी है मैंने मुहब्बत की राह पर
shabina. Naaz
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
shabina. Naaz
सुनो !!!!
shabina. Naaz
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
shabina. Naaz
ज़माना इतना बुरा कभी नहीं था
shabina. Naaz
सब गुजर जाता है
shabina. Naaz
ज़मीर मर गया सब का..और आत्मा सो गयी .....
shabina. Naaz
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
shabina. Naaz
जिंदगी हमेशा एक सी नहीं होती......
shabina. Naaz
कोई मिलता है
shabina. Naaz
जिनका ईमान धर्म ही बस पैसा हो
shabina. Naaz
मैंने देखा है बदलते हुये इंसानो को
shabina. Naaz
नफसा नफसी का ये आलम है अभी से
shabina. Naaz