shabina. Naaz Tag: ग़ज़ल 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid shabina. Naaz 15 May 2023 · 1 min read सब्र का पैमाना सब्र का पैमाना जब झलक जाये...... फिर बताएं कोई... क्या किया जाए...... है सियासत ये सरासर..लोगो..की अब मुहब्बत को केसे बचया जाये...... कौन खुश है इस जमाने में... किस तरह... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 390 Share shabina. Naaz 22 Aug 2022 · 1 min read ग़म का साया ग़म का साया _________ मेरे दिल पे ग़मों का साया है। बीती बातों ने फिर रुलाया है।। वक्त जो गुजरा ना लौट पाया है। वक्त को कौन रोक पाया है।।... Hindi · ग़ज़ल 162 Share shabina. Naaz 17 Aug 2022 · 1 min read किसी दिन चलो किसी दिन सितारों पे सफर करते है ये जिंदगी नए सिरे से बसर करते है बहुत हुयी मसरूफियते अब तमाम करो आओ एक शाम तो फुर्सत से बसर करते... Hindi · ग़ज़ल 208 Share