Shabnam Bano 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shabnam Bano 1 Jul 2021 · 1 min read जिन्दगी तू बुरी नहीं इससे भी बुरी हो सकती थी जिन्दगी कम से कम इतनी भली तो है इससे भी कम मिल सकती थी कम से कम इतनी मिली तो है Hindi · शेर 3 1 434 Share Shabnam Bano 28 Jun 2021 · 1 min read जिन्दगी की सरगोशियाँ ये जिन्दगी उदास सी लगती है आजकल फिर भी तो बहुत खास सी लगती है आजकल कल जी रहे थे जिनको हम कोस _कोस कर घड़ियां वो लाजवाब सी लगती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 622 Share Shabnam Bano 13 Jun 2021 · 1 min read देखो _देखो बादल कैसे झम झम झम बरसा रहे हैं ये आसमां के आंसू हैं या बागों चमन नहा रहे हैं देखो _देखो बादल कैसे झम झम झम बरसा रहे हैं प्यासी धरती बोल रही है और भी पानी लाकर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 2 479 Share Shabnam Bano 11 Jun 2021 · 1 min read मेरे गुरु पहली नजर में गुरुवर को ने जाना मैने वही मेंरे सतगुरु थे उन्हें न पहचाना मैंने आंखों के रास्ते से जब दिल में उनके झांकें नादान थे बहुत ही कुछ... Hindi · कविता 3 2 343 Share Shabnam Bano 11 Jun 2021 · 1 min read गुरु गुण लिखा न जाय नामुमकिन को मुमकिन कर दें मुश्किल को कर दें आसान ऐसे होते हैं ये गुरुजन होते हैं ये इतने महान अपने भीतर की ज्वाला से मन में आग लगाते हैं... Hindi · कविता 1 1 335 Share