सेजल गोस्वामी Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सेजल गोस्वामी 24 Apr 2022 · 1 min read दर्पण! दर्पण............ इंसान पत्थर को भी पानी कर सकता है। ख़ुद जाल बुन, ख़ुद ही फस्ता है।। जिसमें हैं जवाला, धारा सा वो बेहता है। पारस हैं वो, तप -तप के... Hindi · कविता 4 2 564 Share सेजल गोस्वामी 24 Apr 2022 · 1 min read पापा पापा,, शब्द नहीं.. भावनाएं हैं। बच्चे से जुड़ी पिता की सारी संवेदनाएं हैं।। पिता हैं क्या,, ये एक पिता ही समझ सकता हैं। पिता के मर्म को जानने को,, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 10 671 Share