Seema Verma 46 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Seema Verma 20 Mar 2024 · 1 min read सच्चाई *कविता - सच्चाई जो ना बताई जाए वह सच्चाई है जो ना बनाई जाए वह सच्चाई है जो न छुपाई जाए वह सच्चाई है जो ना मिटाई जाए वह सच्चाई... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 5 2 207 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read एक गरिमामय व्यक्तित्व के लिए उस गरिमामय व्यक्तित्व के लिए जिस की झांकी , एक दूसरी गरिमामई दृष्टि में सजी हुई मिली थी । "" समय का स्पर्श या काल की घटना आप से मेरा... Poetry Writing Challenge-2 265 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read ( सब कुछ बदलने की चाह में जब कुछ भी बदला ना जा सके , तब हाला ( सब कुछ बदलने की चाह में जब कुछ भी बदला ना जा सके , तब हालात शायद ऐसे होजाते हैं ) दिल में जाने क्यों हुई बेचैनी है जैसे... Poetry Writing Challenge-2 292 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read मेरी कहानी एक कहानी मेरी जन्मी एक फसाना तेरा जन्मा तेरे आँसू , मेरे आँसू एक ज़माना फिर से गुज़रा तू जो बोले , तू जो चाहे मेरा "अपना आप " वो... Poetry Writing Challenge-2 271 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read इन्सानी रिश्ते इंसानी रिश्ते इंसान रिश्ते क्यों बनाता है ? एक दूसरे का साथ क्यों निभाता है ? सिर्फ हँसने या रोने के लिए ? कुछ पाने या कुछ खोने केलिए ?... Poetry Writing Challenge-2 358 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read एक गरीबी एक गरीबी बहुत दिनों में मिली मुझे वो तब और अब में कुछ अंतर था पहले उसको देखा मैंने फुटपाथ पर पड़ी हुई थी मानो कोई लाश के जैसे बिना... Poetry Writing Challenge-2 225 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read तन की शादी मन की शादी तन की शादी , मन की शादी दो अलग - अलग सरहदें दो अलग - अलग ज़मीनें जब जीवन के नक्शे पे अपनी लकीरें मिटाकर " एक हों " तो... Poetry Writing Challenge-2 343 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read मेरी तृष्णा सुन रे अबोले , बेनाम रिश्ते -- आ , अपनी बतियों ( बातों ) की सुई ला और सिल दे मेरी तन्हाइयों की फटी चूनर सुन रे अबूझे , अपठित... Poetry Writing Challenge-2 291 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read रिश्तों की भूख रिश्तों की भूख एक अहसास की भूख एक जज्बात की भूख लोग कहते हैं कि मुझमें है ख्यालात की भूख प्यार की भूख दर्द की भूख आँसूओं की भूख लोग... Poetry Writing Challenge-2 437 Share Seema Verma 27 Jan 2024 · 1 min read मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति इक महकता ख्वाब हूंँ या फ़िर माहताब हूंँ मैं गुलों का रंग या फ़िर आफताब हूंँ आसमां हूंँ या फ़िर इक पूरी जमीन हूँ.... Poetry Writing Challenge-2 222 Share Seema Verma 23 Jan 2024 · 1 min read होली के पावन पर्व पर पुलवामा शहीदों और पल - पल शहीद होते अन् होली के पावन पर्व पर पुलवामा शहीदों और पल - पल शहीद होते अन्य सैंकड़ों जवानों को समर्पित मेरी कुछ पंक्तियाँ :-- तुम माथ गुलाल लगाते हो मैं माथ देश... Poetry Writing Challenge-2 1 216 Share Seema Verma 24 Dec 2023 · 1 min read *आधुनिकता के नाम पर अपनेआप को दुनिया के समक्ष नंगा दिखाना भा *आधुनिकता के नाम पर अपनेआप को दुनिया के समक्ष नंगा दिखाना भारतीय संस्कृति में जुड़ी एक नई परंपरा है शायद.......अफसोसजनक बात ये है कि माता-पिता व समस्त परिवार स्वयं इस... 258 Share Seema Verma 14 May 2023 · 1 min read दायरों में बँधा जीवन शायद खुल कर साँस भी नहीं ले पाता दायरों में बँधा जीवन शायद खुल कर साँस भी नहीं ले पाता बंदिशें परवाज़ की रफ़्तार को भी कमतर कर देती हैं इसीलिए स्वतंत्रता / आज़ादी / स्वाधीनता / मुक्ति... Quote Writer 321 Share Seema Verma 10 May 2023 · 1 min read *अगर दूसरे आपके जीवन की सुंदरता को मापते हैं तो उसके मापदंड *अगर दूसरे आपके जीवन की सुंदरता को मापते हैं तो उसके मापदंड बहुत से हैं* *जैसे किसी को शारीरिक सुंदरता मोहती है तो किसी को वैचारिक......... किसी को कर्मो का... Quote Writer 966 Share Seema Verma 9 May 2023 · 1 min read रंग बदलते बहरूपिये इंसान को शायद यह एहसास बिलकुल भी नहीं होत रंग बदलते बहरूपिये इंसान को शायद यह एहसास बिलकुल भी नहीं होता है कि उसका असली रंग और रूप तो दुनिया पहले से ही देख चुकी हुई है उसे तो... Quote Writer 940 Share Seema Verma 4 May 2023 · 1 min read रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम तो नहीं है ये सब भावनाएँ तो व्यक्तिगत हैं दूसरा पक्ष भी उतनी ही व्यग्रता ,... Quote Writer 1k Share Seema Verma 3 May 2023 · 1 min read *देना इतना आसान नहीं है* *देना इतना आसान नहीं है* *निस्वार्थ भावना से देना तो और भी मुश्किल है* *अतः देने के व्यवहार से मनुष्य तो पूर्णतया अपरिचित है* *वह तो व्यापार करता है.......... लेन-देन... Quote Writer 344 Share Seema Verma 1 May 2023 · 1 min read अगर गौर से विचार किया जाएगा तो यही पाया जाएगा कि इंसान से ज् अगर गौर से विचार किया जाएगा तो यही पाया जाएगा कि इंसान से ज्यादा खुदगर्ज़ , वहशी , विध्वंसक और धूर्त प्राणी इस पूरी क़ायनात में कोई नहीं है ।... Quote Writer 915 Share Seema Verma 5 Apr 2023 · 1 min read कभी-कभी वक़्त की करवट आपको अचंभित कर जाती है.......चाहे उस क कभी-कभी वक़्त की करवट आपको अचंभित कर जाती है.......चाहे उस करवट का अनुभव सुखद हो या फिर दुःखद......दोनों ही परिस्थितियों को अकस्मात ग्रहण करना थोड़ा कठिन होता है.......अनायास आए दुःखद... Quote Writer 2 646 Share Seema Verma 3 Apr 2023 · 1 min read *जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद *जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद-खोद कर परेशान और दुःखी होने की वजह तलाशना थोड़ा अटपटा तो लगता है ।।* *"शायद ये... Quote Writer 811 Share Seema Verma 28 Mar 2023 · 1 min read *कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव *कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आवाज़ को भी कर्कश कर देती है....... व्यावहार को निम्नस्तरीय बना देती है.......वातावरण बोझिल कर देती है....... संबंधों को नारकीय... Quote Writer 1k Share Seema Verma 22 Mar 2023 · 1 min read परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale) परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale) कभी-कभी बिल्कुल गलत साबित होता है ।। अक्सर उम्र की बढ़ोतरी के साथ-साथ बचकाना हरकतों में भी इजाफा हुआ करता... Quote Writer 944 Share Seema Verma 20 Mar 2023 · 1 min read अगर आप सही हैं तो खुद को साबित करने के लिए ताकत क्यों लगानी अगर आप सही हैं तो खुद को साबित करने के लिए ताकत क्यों लगानी पड़ती है । बस शांत रहिये ।। ताकत का इस्तेमाल उन्हें करने दीजिए जो आपको गलत... Quote Writer 1k Share Seema Verma 19 Mar 2023 · 1 min read "मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार "मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चारदीवारी होती है , महत्वकांक्षाओं की घनी खरपतवार होती है , खुद को बार-बार सबसे ज्यादा सही साबित... Quote Writer 972 Share Seema Verma 18 Mar 2023 · 1 min read एक ही निश्चित समय पर कोई भी प्राणी किसी के साथ प्रेम , किस एक ही निश्चित समय पर कोई भी प्राणी किसी के साथ प्रेम , किसी के साथ स्पर्धा , किसी के साथ ईर्ष्या , किसी के साथ शत्रुता और किसी के... Quote Writer 398 Share Seema Verma 17 Mar 2023 · 1 min read किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना , किसी को नुकसान पह किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना , किसी को नुकसान पहुंँचाने की भावना रखना और किसी से बदला लेने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति के जीवन में... Quote Writer 2k Share Seema Verma 16 Mar 2023 · 1 min read अगर जीवन में कभी किसी का कंधा बने हो , किसी की बाजू बने हो , अगर जीवन में कभी किसी का कंधा बने हो , किसी की बाजू बने हो , किसी का हाथ थामा हो या फिर किसी को उंँगली पकड़ाई हो तो काफ़ी... Quote Writer 1 618 Share Seema Verma 25 Feb 2023 · 1 min read थोपा गया कर्तव्य बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा थोपा गया कर्तव्य बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भाव का सर्वथा अभाव होता है । ऐसा कर्तव्य संबंधों में दुराव उत्पन्न करता है और जीवन को बोझिल... Quote Writer 945 Share Seema Verma 24 Feb 2023 · 1 min read एक रावण है अशिक्षा का एक रावण है अशिक्षा का दूसरा व्यभिचार है तीसरा देशद्रोह और चौथा गलत व्यवहार है पाँचवा है सांम्प्रदायिकता छठा घूस का द्वार है सातवाँ नारी उत्पीड़न आठवाँ नर संहार है... Quote Writer 1 1 918 Share Seema Verma 22 Feb 2023 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात भोर और रात्रि का नेहपगा आलिंगन हो भँवरों का मधु गुंजन हो पुष्पों का नव सृजन हो वायु सी निष्पक्षता हो सूर्य सा समर्पण हो दिवस सर्वथा नूतन यह... Quote Writer 454 Share Page 1 Next