Dr.seema Rani 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.seema Rani 3 Nov 2018 · 1 min read "तेरी मन्नतों के धागे माँ" तेरी मन्नतों के धागे मेरी उम्र के साथ बढ़ रहे है माँ एक तेरे ही प्यार के चाँद की कभी अमावस नहीं होती माँ। तेरे होने से जिंदा है मुझमें... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 24 216 1k Share