Seema gupta,Alwar 318 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Seema gupta,Alwar 6 Nov 2024 · 1 min read देसी घी से टपकते देसी घी से टपकते व्यंजन वो फीके थे, जिसमें नेह का मोयन नहीं, और अपनेपन से रीते थे। -सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान Quote Writer 20 Share Seema gupta,Alwar 6 Nov 2024 · 1 min read नेह का घी प्यार का आटा नेह का घी प्यार का आटा मां ने बनाया ऐसा व्यंजन, वात्सल्य के भाव से सब बच्चों में मुस्काते हुए बांटा। -सीमा गुप्ता अलवर Quote Writer 26 Share Seema gupta,Alwar 6 Nov 2024 · 1 min read मुझे अच्छी लगती निकल कर रसोईघर से बैठती दो पल। निकाल अपनी डायरी,,, अपनी कविताओं से बातें करती कि, क्यों तुम मुझको इतनी अच्छी लगती? सुना कर मेरा प्रश्न बोल उठी मेरी कविता... Hindi 129 Share Seema gupta,Alwar 20 Oct 2024 · 1 min read सुख ,सौभाग्य और समृद्धि का पावन त्योहार सुख ,सौभाग्य और समृद्धि का पावन त्योहार करवा चौथ का दिन पति पत्नी में बढ़ाता प्यार । श्रृद्धा,विश्वास और आस्था से कर सोलह श्रृंगार चंद्रदर्शन का मांगे मन से कि... Quote Writer 1 34 Share Seema gupta,Alwar 1 Oct 2024 · 1 min read बदलती स्याही -बदलती स्याही सुना है स्याही का जीवन अरबों खरबों पुराना है स्याही से रचे गए वेद पुराण यह हमने जाना है, कला कृतियां कलाकारी स्याही से ही पहचाना है पृष्ठों... Hindi 47 Share Seema gupta,Alwar 25 Sep 2024 · 1 min read वो मधुर स्मृति खोना और पाना नहीं हमारे हाथ यह सब ईश की मर्जी बस जुड़ जाते अहसास। कभी कभी यूं ही सफर में अनायास जुड़ जाता है कोई तार बन जाता है... Hindi 1 35 Share Seema gupta,Alwar 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षक सभी है जो उनको करते नमन शिक्षक सभी है जो उनको करते नमन कठिन परिश्रम से संवारा हमारा जीवन। विफलता को सफलता की ओर कदम, शिक्षक से मिलता वो अनमोल धन। -सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान Quote Writer 44 Share Seema gupta,Alwar 29 Aug 2024 · 1 min read राहत राहत था वह मुश्किलों का दौर,, गम का भी ना था कुछ ओर,, निरंतर सुने खामोशी में भी शोर। अश्रुओं की निरन्तर धार... उदासी का बढ़ता व्यापार... आहत तन और... Hindi 2 36 Share Seema gupta,Alwar 28 Aug 2024 · 1 min read जीवन की बगिया में जीवन की बगिया में क्यों गरज रहे गम के बादल... क्या कोई तुझसे रूठा है या कोई संग छूटा है?? क्या ठेस लगी गहरी उर को या छोड़ के आया... Quote Writer 1 42 Share Seema gupta,Alwar 26 Aug 2024 · 1 min read अति भाग्यशाली थी आप यशोदा मैया अति भाग्यशाली थी आप यशोदा मैया पाला आपने कृष्ण कन्हैया खिलाती माखन लेती बलैया ले अंक उन्हें सुलाती ममता की देकर छैया, लाड लड़ाती,कान पकड़ डांट लगाती मैया फिकर सताती... Quote Writer 67 Share Seema gupta,Alwar 24 Aug 2024 · 1 min read रब के नादान बच्चे रब के नादान बच्चे होता नहीं कोई अकेला, विश्वास रख सदा मन में कोई ना सही संग पथ पर पर,ईश्वर सबके साथ होता। तजो उदासी ऐसी वैसी ना रखो मन... Quote Writer 66 Share Seema gupta,Alwar 15 Aug 2024 · 1 min read स्वतंत्रता स्वतंत्रता अधिकारों का दायरा अभी बंधा है, बंधनों से कसा है, कैसी आज़ादी....? Quote Writer 51 Share Seema gupta,Alwar 6 Aug 2024 · 1 min read नहीं होते यूं ही रिश्तें खत्म नहीं होते यूं ही रिश्तें खत्म ना ही होता उनका मर्डर, रूह से जुड़े विश्वास भरे अनमोल रिश्ते होते हैं अमर। सहकर कहकर साफ सदा इन्हें सहेजे रखना बुरा न... Quote Writer 65 Share Seema gupta,Alwar 6 Aug 2024 · 1 min read स्नेहिल प्रेम अनुराग - स्नेहिल प्रेम अनुराग --------------------- मुझे नहीं पता प्रेम कैसा होता है, नहीं पता प्रेम में क्या होता है हां,, इतना जरू पता है कि,, मैं,जो भी कर्म करती हूं... 3 70 Share Seema gupta,Alwar 6 Aug 2024 · 1 min read नहीं होते यूं ही रिश्तें खत्म नहीं होते यूं ही रिश्तें खत्म ना ही होता उनका मर्डर, रूह से जुड़े विश्वास भरे अनमोल रिश्ते होते हैं अमर। सहकर कहकर साफ सदा इन्हें सहेजे रखना बुरा न... Hindi 82 Share Seema gupta,Alwar 3 Aug 2024 · 1 min read हां,अब समझ आया हां,अब समझ आया मन वन क्यों महक रहा, उर उपवन क्यों चहक रहा, अंतर घट को बहक रहा, न जाने ऐसा क्यों हो रहा। ना कोई हर्ष प्रसून खिले, ना... Hindi 1 92 Share Seema gupta,Alwar 3 Aug 2024 · 1 min read - कवित्त मन मोरा - कवित्त मन मोरा उपवन बनाया कविता के, खिले खिले शब्द प्रसूनों से, सुगंध महकी भाव विचारों से, सींचा रस मधुर नीर से, खिले उठा वो आंगन उपवन भिन्न भिन्न... Quote Writer 61 Share Seema gupta,Alwar 20 Jul 2024 · 1 min read जिंदगी की जंग जीवन की सच्चाई से मानव मन की गहराई से उतर पारखी नजर से देखा, हर एक आदमी कहीं न कहीं जूझ रहा हैं जिंदगी की जंग में बेहताशा भागें भीड़... Hindi 72 Share Seema gupta,Alwar 17 Jul 2024 · 1 min read इमोजी डे - इमोजी का एक किस्सा संवाद का एक और हिस्सा कहते हैं उन्हें इमोजी का किस्सा, अंगुलियां के इशारे से भेजकर भावना का इजहार करते विशेषकर, आज के डिजिटल युग... Hindi 65 Share Seema gupta,Alwar 11 Jul 2024 · 1 min read मन की बात सत्य है,मैं तेरे प्रीत की दाद देती हूं तुझसे,बस एक फरियाद कहती हूं, कि लौट जा तू उस राह से जिसे समझ प्रीत तुझने चुनी। भटके न कभी जीवन कश्ती... 1 44 Share Seema gupta,Alwar 2 Jul 2024 · 1 min read अंजुली भर नेह चाहत थी अंजुली भर नेह तुम्हारा अच्छा लगता सस्नेह पाकर प्यारा। चाह नहीं अमर्यादित प्रेम तुम्हारा, अनुराग अपनत्व अधिकार तुम्हारा। स्नेहागार नारी मन अनन्त विस्तारा आत्मसमर्पण यथार्थ सर्व प्रकारा। नैतिक... 2 55 Share Seema gupta,Alwar 27 Jun 2024 · 1 min read मन, तुम्हें समझना होगा मानव जीवन मे आएं और सपनों के महल सजाएं, इच्छा चाहत पर कैसे, अंकुश लगाएं। है मन मानव का चंचल नई-नई चाहत उपजे हर पल। ऐ मन बता ! तेरे... 2 77 Share Seema gupta,Alwar 16 Jun 2024 · 1 min read गंगा दशहरा हे निर्मल पावन गंगा मैया बहे कल-कल स्वर कर न्यारा स्वच्छ श्वेत सुंदर सत्य सुंदरा धरा पर करती सबका उद्धार। हे सुरसरि ,भागीरथी सरिता, देवाधिदेव महादेव जटा से निकली कल-कल... 59 Share Seema gupta,Alwar 27 May 2024 · 1 min read हो विसर्जन जीवन रुकने का नहीं जीवन चलता है सदा, निश्चित आवश्यक है निरन्तर आगे बढ़ना है प्रगति की पहचान यही फिर भी कभी जब पथ से गुजरते हुए निरन्तर थकान का... 71 Share Seema gupta,Alwar 24 May 2024 · 1 min read मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना अधूरा रह गया मन चाहा फ़साना, सारे जहां में शख्स जिसको अपना माना, मोड़ लिया मुंह उसने बता खुद को तेरा दिवाना। -सीमा गुप्ता अलवर... Quote Writer 2 83 Share Seema gupta,Alwar 19 May 2024 · 1 min read कहां से लाऊं शब्द वो कहां लाऊं शब्द वो जो तेरी पीर मिटा दे, हार गई लिख कर गीत साथ में सबकुछ समझा के!! -सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान। Quote Writer 2 87 Share Seema gupta,Alwar 19 May 2024 · 1 min read लिख देती है कवि की कलम लिख देती है कवि की कलम किसी के भी दर्द को अपना समझ के, पढ़ने वाला नासमझ गढ़ लेता है कवि के जीवन की कहानी बना के। यही तो खूबी... Quote Writer 1 165 Share Seema gupta,Alwar 19 May 2024 · 1 min read सफर जब रूहाना होता है सफर जब रूहाना होता है तब बड़ा सुहाना होता है, जब किसी को जाना होता है तब बड़ा फ़साना होता है, छलकती आंखों से नहाना होता है, मुस्कराने का बहाना... Quote Writer 1 94 Share Seema gupta,Alwar 16 May 2024 · 1 min read मां वह अहसास -मां वह अहसास मां बच्चे का रिश्ता होता खास है और माँ वह एहसास है जीवन में हरी-भरी खुशहाली का जैसै थकान में भरी चाय की प्याली सा!! अपनापन लिए,... Poetry Writing Challenge-3 1 51 Share Seema gupta,Alwar 16 May 2024 · 1 min read मेरी एक सहेली चाय जिम्मेदारी की चादर हटाती हूं सर्दी की सुबह की कहानी सुनाती हूं, कुछ पल ,हां,बस कुछ पल जिम्मेदारी से मैं अपने लिए निकालती हूं.... बना कर अदरक मसाले वाली चाय... Poetry Writing Challenge-3 1 70 Share Seema gupta,Alwar 12 May 2024 · 1 min read तेरे सांचे में ढलने लगी हूं। -तेरे सांचे में ढलने लगी हूं जीवन की भाग-दौड़ में याद आती है तेरी मां माना कि उम्र के पड़ाव मैं भी बढ़ रही हूं मां बनके परिपक्व सी हो... Hindi 129 Share Seema gupta,Alwar 11 May 2024 · 1 min read -मां सर्व है -मां सर्व है मां माली है मां पालक है मां हिम्मत है मां ताकत है । मां श्रद्धा है मां भक्ति है मां ममता है मां शक्ति है। मां नेह... Quote Writer 1 89 Share Seema gupta,Alwar 8 May 2024 · 1 min read स्मृतियां हैं सुख और दुख स्मृतियां हैं सुख और दुख स्मृतियों का होना ही दुःख है स्मृतियों का होना ही सुख है गुम हो जांय स्मृतियाँ तो न कहीं दुःख न सुख है। न जाने... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share Seema gupta,Alwar 7 May 2024 · 1 min read श्रमिक के सपने कड़ी धूप में मेहनत करता आंखों में है उसके भी सपने, फिर उसे वर पूरा करता । श्रमिक परिस्थितियों से नही डरता, पैसों की खातिर दिन रात लगा रहता, एक... Poetry Writing Challenge-3 1 52 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read स्वार्थ से परे मैं फिर खोजती हूंवो बीता बचपन अपना.. जिन आंखों में था कंच जीतने का सपना, वक्त की धारा में ना जाने कहां खो गया, जवानी और जिम्मेदारी की तह में... Poetry Writing Challenge-3 1 55 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read कह ही दूं अलविदा!! कह ही दूं अलविदा!! तुम्हारी याद आए रो पड़ूं तो? मन करता अलविदा कह ही दूं?? यकीनन फैसला ये है कठिन तो मगर फिर भी मैं ऐसा ही करूँ तो?... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read घना शोर था नियत में खोट नहीं था, पर,बातों में बोझ था। रिश्तों में छल भी नहीं था, सहमति में विरोध था। कुछ प्रश्न का हल नहीं था, पर,लफ़्ज़ों में गर्व बोल रहा... Poetry Writing Challenge-3 3 48 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read सहज बन जाती सहज बन जाती उदासी नहीं मुस्कान अब रहती गम नहीं मधुर स्मृतियां सहज लेती। वेदनाएं कैस भी नहीं हमें सतातीं खुशी छोटी-छोटी सी मैं समेट लेती। हम तो मजबूत राही... Poetry Writing Challenge-3 35 Share Seema gupta,Alwar 5 May 2024 · 1 min read प्रीत ऐसी जुड़ी की प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि उमंग का मन में डेरा है , मन के भावों को आज फिर मैंने कागज पर उड़ेला है , रूबरू ना हो पाऊं सुनाने मन... Poetry Writing Challenge-3 104 Share Seema gupta,Alwar 5 May 2024 · 1 min read विडम्बना और समझना विडम्बना और समझना करूं मैं विवरण आज का जीवन। एक लम्बी दौड़ है आपसी होड़ है। स्वयं से अंजान है समझ से नादान है। संस्कृति का विरोध है विलासिता का... Poetry Writing Challenge-3 50 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read उड़ने दो -उड़ने दो बेटियां पराई नहीं है दो घर का उजाला है। इन्हे जी भर जीने दो, नहीं बांधों जल्दी गृहस्थ बंध विश्वास की लगाम हो उन पर बस इन्हें मुक्त... Poetry Writing Challenge-3 1 59 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read फिर से दोस्त बन जाते हम जीवन को मधुरिम बनाते है, गिले-शिकवे सब भूलकर, एकबार फिर से दोस्त बन जाते है!! नादान थे तुम, अनजान थे हम, रिश्तों की महत्ता समझ न पाए, उम्र के इस... Poetry Writing Challenge-3 58 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read खुद को खुद में ही खुद को खुद में ही स्वयं की बातों से उलझती खुद से ही हल पा सुलझती स्वयं से ही स्वयं ही झगड़ती बैचैन मन से नहीं चैन पाती पुनः तानो-बानों... Poetry Writing Challenge-3 50 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read मधुर मिलन न उम्र की बराबरी न जन्म का साथ हुआ यूं कि अनायास सुनाऊं,पहली बार की बात हुआ कुछ मधुर अहसास हुई जिसमें बात खास बस जुड़े गए यूं जज़्बात फिर... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read स्मृतियों का सफर स्मृतियों के सफर को यादों की किताब में सहेज कर रखती हूं, याद आती है तो घूमती हुई अक्सर खोल पढ़ लेती हूं… कुछ स्मृति कटु और कुछ मधुर होती... Poetry Writing Challenge-3 41 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read माता-पिता वो नींव है माता-पिता वो नींव है माता पिता होते हैं सुंदर-सा संसार अपनी संतान के लिए जीवन आधार। नौ माह गर्भ में रख देती मां जीवन दान सहन शीलता की मूरत मां... Poetry Writing Challenge-3 1 43 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read अब चुप रहतेहै लापरवाही करते रहने में ही भलाई है परवाह करते हैं तो कुछ लोग ग़लत समझ लेते हैं हम मानवता का छाता ओढ़ कर चलते हैं कुछ लोग अपने मन से... Poetry Writing Challenge-3 1 70 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read आम की गुठली आज सभी के संग गांव जाना हुआ, शहर की चकाचौंध में भूल गए थे गांव को गांव में आकर सुहाना लगा। पुरानी अपनी हवेली देखकर बचपन याद आने लगा। घूम-घूम,चूम-चूम... Poetry Writing Challenge-3 269 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read अब कहां पहले जैसा बचपन बचपन का भी क्या जमाना था खुशियों का खजाना था मिट्टी के खिलौने से खेलना कागज के जहाजसे ही खुशी पाना था। बाबा संग खेतों में जाकर मूलीगाजर, टमाटर खाना... Poetry Writing Challenge-3 1 49 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read रूह का रिश्ता -रूह का रिश्ता अति प्यार करती मुझको,तुम हो मेरी प्यारी मॉं , कष्ट सहकर मुझ को,सकुशल संसार में लाती मॉं, करुणा दया का लहराता सागर कहलाती मेरी मां , सीनेसे... Poetry Writing Challenge-3 1 102 Share Page 1 Next