डॉ.सीमा अग्रवाल Tag: ग़ज़ल/गीतिका 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jun 2021 · 1 min read ऐसा गया बिलट के... ऐसा गया बिलट के... ऐसा गया बिलट के। देखा नहीं पलट के। किस्मत कैसी लंपट, खेली खेल कपट के। नन्हीं खुशियाँ मेरी, ले ही गयी झपट के। पाकर उसकी आहट,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 241 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Jun 2021 · 1 min read उतरी जमीं पर चाँदनी.... उतरी जमीं पर चाँदनी - नयनों में नेह भरे, उतरी जमीं पर चाँदनी पलकों पे ख्वाब धरे, पसरी है उन्मादिनी ! तिमिर के आगोश में, मुँह छुपाए थी निशा पायी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 513 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jun 2021 · 1 min read आई पावस ऋतु मनभावन... आई पावस ऋतु मनभावन घनन-घनन-घन बरसे सावन हुलस रहा सृष्टि का कन-कन अद्भुत ये कुदरत का आँगन सूखतीं नदियाँ, ताल, सरोवर सूखी हरियाली, सूखे उपवन इतना बरसो आज तुम बदरा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 386 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read आओ प्रिय बैठो पास.... आओ प्रिय... आओ प्रिय बैठो पास, कुछ ख्वाब मधुर से बुन लें कुछ कहो जो तुम आँखों से, हम आँखों से सुन लें भावों की इस नगरी में, लफ़्जों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 423 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read सँभाल तू खुद अपनी पतवार... सँभाल तू खुद अपनी पतवार --- लुटाता रहा तू सब पर प्यार कभी तो अपनी ओर निहार स्वार्थ ग्रसित है जग ये सारा सिर्फ अपने मतलब का यार जगती हँसती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 440 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jan 2021 · 1 min read कोरे कागज पर आज रिदय के.... कोरे कागज़ पर आज रिदय के.... कोरे कागज़ पर आज रिदय के दिल की अपने हर बात लिख दूँ देख तुम्हें सद्य जो जन्मे मन में वे अरमां अबोध नवजात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 315 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Apr 2020 · 1 min read खग-मृग कुल में बात चली है.... खग-मृगकुल में बात चली है.... भाखा किसकी हाय फली है सूनी शहर की हर गली है काँप रही है दुनिया थरथर बैठा सर पर काल बली है दिन बीता अफरातफरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 370 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Oct 2018 · 1 min read जीवन इतना आसान कहाँ--- जीवन इतना आसान कहाँ--- जीवन इतना आसान कहाँ जीने लायक सामान कहाँ विचरते हैं शैतान जमीं पर मिलता अब इन्सान कहाँ मुखौटे लगे खोटे चेहरों पर सहज सरल मुस्कान कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 609 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Apr 2018 · 1 min read आओ पुनर्निर्माण करें.... चहुँ ओर बरबादी का मंजर दिखाई देता है ! नहीं सुरक्षित अब कोई घर दिखाई देता है !! अपना या पराया कहें किसे हम और कैसे ! हर एक हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 251 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Apr 2018 · 1 min read आओ पुनर्निर्माण करें.... चहुँ ओर बरबादी का मंजर दिखाई देता है ! नहीं सुरक्षित अब कोई घर दिखाई देता है !! अपना या पराया कहें किसे हम और कैसे ! हर एक हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 366 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Apr 2018 · 1 min read जीने को ये जहान चाहिए... जीने को ये जहान चाहिए उड़ने को आसमान चाहिए रात में चाहूँ चाँद तो क्या दिन में तो दिनमान चाहिए जीवन जीवट संग जीने को सुलगता एक अरमान चाहिए जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 306 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Apr 2018 · 1 min read पानी है जब तक, जीवन है.... बसता है जीवन पानी में खिलता है जीवन पानी में सूरज का गोला भी थककर पाए नव जीवन पानी में नेह-निमंत्रण पा उदधि का उतर आए चंदा भी पानी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 508 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Apr 2018 · 1 min read मैं तो अकेली चलती चलूंगी... मैं तो अकेली चलती चलूँगी, धुन में अपनी मंजिल की, परवाह न मुझको काँटों की, चाह न किसी बुजदिल की। छुपकर कितने ही वार करे, ओछी हरकत औ घात करे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 618 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Apr 2018 · 1 min read मैं तो अकेली चलती चलूंगी... मैं तो अकेली चलती चलूंगी, धुन में अपनी मंजिल की परवाह नहीं मुझे कांटों की, चाह न किसी बुजदिल की छुपकर कितने ही वार करे, ओछी हरकत औ घात करे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 316 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Nov 2016 · 1 min read तेरे बिना दिल कहीं न लागे तेरे बिना ! सुख सुख ना लागे तेरे बिना !! अब मेरा इस पर जोर कहाँ ! जाने कहाँ ये भागे तेरे बिना !! भोजन में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 531 Share Previous Page 2