Sadhna 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sadhna 29 Apr 2020 · 1 min read फिर से सडकों पर रौनक लौट आएँगे रह गई है ज़िन्दगी चार दिवारी में सिमट कर , हौसला खुले आसमान में उड़ने का है , रखा करते थे हम जिन्हें बड़े शौख से पिंजरों में बंद कर... Hindi · कविता 5 12 752 Share