सत्य कुमार प्रेमी 827 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है। गज़ल 122/122/122/122 जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है। गरीबों के बस की सियासत नहीं है।1 जो भी पास मेरे कमाया है खुद ही, कोई खानदानी रियासत नहीं है।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी। मुक्तक किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी। हॅंसाएगी नहीं तुमको दिनों-दिन ये रुलाएगी। जो करना प्रेम ही है तो करो बेशक जगत्पति से, तुम्हारी जिंदगी इक दिन यकीनन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं। ग़ज़ल 1222/1222/122 वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं। हकीकत को छुपाए जा रहे हैं।1 उन्हीं पर जम के बरसी है कृपा भी, जो कुर्सी को बचाए जा रहे हैं।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता। गज़ल तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता। ये भवसागर भी तरह जाते ये अच्छा हुआ होता। नहीं हम देखते वे दिन जो देखे हैं तुम्हारे बिन, जहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं। ग़ज़ल 2122/1222/1122/22(112) जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं। एक नक़ली सही मुस्कान लिए बैठे हैं। जो लिए बैठे हैं परिमाणु मिसाइल सोचो, खुद ही सब मौत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। गज़ल 2212/1212/2212/12 पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। रिश्तो में जैसा प्यार था वो अब नहीं रहा। 1 उनके हर एक काम में आगे था, अब नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम। किया है प्यार तुमसे तो नहीं शिकवा करेंगे हम।1 हमारा साथ दो तुम या न दो मर्जी तुम्हारी है,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में। ग़ज़ल 2122/2122/2122/2 एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में। काटते दिन रात अब उसकी ही यादों में।1 ऐश औ आराम की चिंता नहीं की है, ज़िंदगी कटती रही बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read बड़े हो गए अब बेचारे नहीं। ग़ज़ल 122/122/122/12 बड़े हो गए अब, बेचारे नहीं। सुनो अब तुम्हारे सहारे नहीं।1 मुझे तैरना आ गया गम न कर, न डर पास हैं गर किनारे नहीं।2 उठा जब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read एक दिन सब ही खाते थे आम आदमी। ग़ज़ल 212/212/212/212 एक दिन सब ही खाते थे आम आदमी। दे न पाएगा अब इसका दाम आदमी। खो रहा धीरे धीरे ये पहचान भी, देख तस्वीर सोचेगा नाम आदमी।2 इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही। ग़ज़ल 212/212/212/212 मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही। मुझको सबकुछ मिला मेरी किस्मत रही।1 एक माॅं दे दी जिसने सभी कुछ दिया, या खुदा ये तेरी ही तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read वो कली हम फूल थे कचनार के। ग़ज़ल 2122/2122/212 वो कली हम फूल थे कचनार के। क्या सुहाने दिन थे अपने प्यार के।1 जीतना उनको है दुनियां मार के। आ रहे हैं दिन निकट संहार के।2 कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जो चाहते थे पा के भी तुम्हारा दिल खुशी नहीं। गज़ल 1212/1212/1212/1212 जो चाहते थे पा के भी तुम्हारा दिल खुशी नहीं। ये जिंदगी है इसमें कोई खुश हुआ कभी नहीं। ये हक नहीं उसे कि देश का वो कर्णधार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है। गज़ल 12122/12122/12122/12122 जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है। खुदाया तू ही सॅंभाल मुझको, वो रातों में फिर जगा रही है।1 मुझे तबाही सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। गज़ल 212/212/212/212 जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। भावनाओं का मुझको सहारा मिले।1 तन से धन से किसी के लिए तुम रहो, मेरे दिल को तो इक साथ प्यारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया। गज़ल 2122/2122/2122/212 जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया। पैर धरती पर रहे औ'र चांद पर देखा गया।1 जो नहीं विचलित हुआ है ज़ख्म खाकर भी कभी, अच्छे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं। गज़ल 221/1221/1221/212 तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं। ऐ चांद मेरे तुझसे मिलने आ रहा हूॅं मैं।1 ये दिल भी धड़कता है बड़ी जोर जोर से, ज्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 14 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। गज़ल 2212/1212/2212/12 पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। रिश्तो में जैसा प्यार था वो अब नहीं रहा। 1 उनके हर एक काम में आगे था, अब नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read ज़ाम उल्फत के पिये भी खूब थे। गज़ल 2122/2122/212 ज़ाम उल्फत के पिये भी खूब थे। रात वो हम तुम मिले भी खूब थे।1 मय व मयखाना तुम्हीं साकी भी तुम, मयकशी जी भर किए भी खूब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 23 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं। गज़ल 2122/2122/2122/2 इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं। प्यार को बदनाम कर, सब लूट जाते हैं।1 दिल जिगर औ'र जान सबकुछ दे दिया जिसको, राम जाने फिर उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 23 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read रूठी साली तो उनको मनाना पड़ा। हज़ल😆😆😆 212/212/212/212 रूठी साली तो उनको मनाना पड़ा। उसको ले जा के गोवा घुमाना पड़ा। हो न जाए वो नाराज़ अब बेवज़ह, मामला बीवी से ये छुपाना पड़ा। करते स्वीमिॅंग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read है बात मेरे दिल की दिल तुम पे ही आया है। गज़ल 221/1222/221/1222 है बात मेरे दिल की दिल तुम पे ही आया है। दिल अपना सनम मैंने तुम पर ही लुटाया है।1 मैं प्रेम पुजारी हूं तुम प्यार की मूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read इश्क की राहों में इक दिन तो गुज़र कर देखिए। गज़ल 2122/2122/2122/212 इश्क की राहों में इक दिन तो गुज़र कर देखिए। प्यार की खातिर कभी बनकर सॅंवर कर देखिए।1 आप अपने वास्ते जो भी करें करते रहें, दो निवाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को। गज़ल 1222/1222/122 सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को। नहीं देखेगा कोई बेबसी को।।1 कि इक मासूम ने मज़बूर होकर, रखा गिरवी है सारी जिंदगी को।2 मेरा काजल ही उसने देखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं। गज़ल 122/122/122/122 वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं। कि अरमान दिल में मचलने लगे हैं। कहां चौकीदारों ने जगते रहो सब, कि साजिश सभी़ चोर रचने लगे हैं। बगल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read क्या कहें ये गलत है या यारो सही। गज़ल 212/212/212/212 क्या कहें ये गलत है या यारो सही। कहते हैं जो हॅंसी बस वही है फॅंसी। प्यार की कोई सीमा नहीं दोस्तों, उसकी इसकी हुई इसकी उसकी हुई।... Hindi 23 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read जो है दिल में वो बताया तो करो। गज़ल 2122/2122/212 जो है दिल में वो बताया तो करो। प्यार है खुल के जताया तो करो। दिल की बातें दिल में मत रखना कभी। खोल कर दिल भी दिखाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है। गज़ल 2122/2122/2122/2 भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है। दोस्त बनकर दोस्ती को भी निभाया है। दोस्ती में दिल मिला लेता है जो अपना, दोस्त का वो हर समय... Hindi 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read कौन है, राह गलत उनको चलाता क्यों है। गज़ल 2122/1122/1122/22(112) कौन है, राह गलत उनको चलाता क्यों है। देश अपना है इसे कोई जलाता क्यों है।1 कौन, आपस में भी ये फूट कराता क्यों है। पाठ दंगों व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read मेरा तो इश्क है वही, कि उसने ही किया नहीं। गज़ल 1212/1212/1212/1212 मेरा तो इश्क है वही, कि उसने ही किया नहीं। उसे न मुझसे प्यार है, तो मुझको भी गिला नहीं।1 खुदा समझ के मैंने उसकी बंदगी भी की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read वो तो नाराजगी से डरते हैं। गज़ल 2122/1212/22(112) वो तो नाराजगी से डरते हैं। हम तो तेरी खुशी से डरते हैं।1 जिसको चाहे उसी को दे दे दिल, तेरी दरियादिली से डरते हैं।2 प्यार में जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 16 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां। गज़ल 2122/2122/212 हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां। अब कहां वो प्यार की सरगर्मियां।1 चांद के खातिर मचलना वो मेरा, याद आती आज सब नादानियां।2 देखकर के रोज दंगे औ'र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो। गज़ल 2122/2122/2122/2 चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो। भूख महगाई गरीबी भी हटाओ तो।1 बेचिए मत देश की सम्पत्ति अब कोई, रोजगारी के भी कुछ अवसर बढ़ाओ तो।2 छेड़ दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read देश से दौलत व शोहरत देश से हर शान है। गज़ल 2122/2122/2122/212 देश से दौलत व शोहरत देश से हर शान है। देश से ही हम, हमारी देश से पहचान है।। देश के प्रति प्रेम का अंकुर अगर फूटा नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। गज़ल 2212/1212/2212/12 पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। रिश्तो में जैसा प्यार था वो अब नहीं रहा। 1 उनके हर एक काम में आगे था, अब नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 9 Jul 2024 · 1 min read पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। गज़ल 2212/1212/2212/12 पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। रिश्तो में जैसा प्यार था वो अब नहीं रहा। 1 उनके हर एक काम में आगे था, अब नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 8 Jul 2024 · 1 min read रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन। बिरह गीत रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन। बोल सखी री कब मिलि पइहैं मेरे पिया से नैन। बिजली चमके बादल गरजे दिल मोरा घबराए। ठंडी मादक पवन... Hindi · गीत 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read सपने में भी डर जाते हैं, उठ जाते हैं, चौंक रहे हैं। मुक्तक सपने में भी डर जाते हैं, उठ जाते हैं, चौंक रहे हैं। हार जीत के चक्कर में,इस पर उस पर जौंक रहे हैं। गज अपनी मस्ती में है, धीरे-धीरे... Hindi · मुक्तक 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read सूरज जैसन तेज न कौनौ चंदा में। मुक्तक 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂 सूरज जैसन तेज न कौनौ चंदा में। गर्मी झेलै, दम है कोनौ बंदा में। एसी कूलर सब गर्मिन मा हांफि रहे, चैन न आवै कमरा और वारंडा में।... Hindi · मुक्तक 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read गर्मियों में किस तरह से, ढल रही है जिंदगी। मुक्तक गर्मियों में किस तरह से, ढल रही है जिंदगी। जल रही है भुन रही है, पल रही है जिंदगी। सूर्य की भृकुटी तनी है, लाल आंखें रौद्र सी, मोमबत्ती-... Hindi · मुक्तक 20 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read बच्चों ने वसीयत देखी। मुक्तक बच्चों ने वसीयत देखी। रिश्तों ने हैसियत देखी। पर दोस्तों ने देखा जब, खुशहाली खैरियत देखी। ....✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read समाचार झूठे दिखाए गए हैं। गज़ल समाचार झूठे दिखाए गए हैं। जो सच थे सभी से छिपाए गए हैं। बुझे जो दिए थे कहा उनको चंदा, जो सूरज थे जुगनू बताए गए हैं। नहीं हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read लू गर्मी में चलना, आफ़त लगता है। मुक्तक लू गर्मी में चलना, आफ़त लगता है। जीवन जीना जैसे जहमत लगता है। उबल रहा इंसान भयानक गर्मी में, एसी औ'र कूलर ही जन्नत लगता है। .......✍️ सत्य कुमार... Hindi · मुक्तक 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा। मुक्तक आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा। ईश्वर जैसे लगते हैं प्यारे बाबा। हत्या लूट खसोट यौन शोषण करते, जेलों में फिर आजीवन सड़ते बाबा। ........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read कौन सा जादू टोना करते बाबा जी। ग़ज़ल 22222222222 कौन सा जादू टोना करते बाबा जी। जनता को ठगते रहते ये बाबा जी।। दिल के काले मैली करतूतों वाले, सीधे सादे लगते प्यारे बाबा जी, भोली भाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश। कुण्डलिया छंद मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश। देर भले हो मिलेंगे, मन में था विश्वास। मन में था विश्वास जिसे उसने था चाहा। रही बात ये और, नहीं... Hindi · कुण्डलिया 1 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read नहीं समझता पुत्र पिता माता की अपने पीर जमाना बदल गया है। गीत नहीं समझता पुत्र पिता माता की अपने पीर जमाना बदल गया है। पशु पक्षी हैं बेघर तड़पें पीने को भी नीर जमाना बदल गया है। जिसको कुर्सी मिल जाती... Hindi · गीत 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 26 Jun 2024 · 1 min read ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा। मुक्तक ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा। नहीं मुमकिन तुम्हारे बिन मैं कैसे जी भी पाऊंगा। तुम्हें मुझ पर भरोसा है, तो हरदम याद ये रखना, कोई... Hindi · मुक्तक 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 26 Jun 2024 · 1 min read जनहित में अगर उसका, कुछ काम नहीं होता। गज़ल 221/1222/221/1222 जनहित में अगर उसका, कुछ काम नहीं होता। दुनियां की नज़र में वो, श्री राम नहीं होता। बनता न सिकंदर तो, बदनाम नहीं होता, ये हार न होती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share सत्य कुमार प्रेमी 26 Jun 2024 · 1 min read हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे। गज़ल 11212/11212/11212/11212 हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे। मेरा दोस्त बन के जो आए वो, मेरी रहगुज़र में भी साथ दे। तेरी जिंदगी इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 31 Share Page 1 Next