Satish Verma Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Verma 20 Jan 2017 · 1 min read बेटिय़ों को भी माँ के कोख में बेफिक्र पलने दो। भ्रूण हत्या : कविता ( चतुष्पदी ) मत करो इस धरती को बंजर तुम, तनिक हरीतमा इसके अंचल में रहने दो, बेटे बेटी का अनुपात ना बिगड़े कभी, नियति को... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 888 Share