सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 6 Nov 2016 · 1 min read दिखाई देने वाला ख़्वाब हर क़ामिल नहीं होता दिखाई देने वाला ख़्वाब हर क़ामिल नहीं होता ज़ुबाँ से जो निकल जाए वो दर्देदिल नहीं होता शमा रौशन हुई तो ख़ाक परवाना भी होता है मुहब्बत में मिलन होना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 457 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 4 Nov 2016 · 1 min read जब कभी बैठा हुआ होता हूँ मयखाने में जब कभी बैठा' हुआ होता' हूँ' मयखाने में पी रहा होता' हूँ' बस गम को मैं' भुलाने में जाम को होठ छुआ करके' भी' मैं पी न सका उसकी' तस्वीर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 571 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 24 Jul 2016 · 1 min read मिटा ले यार दिल की तश्नगी को मिटा ले यार दिल की तश्नगी को जगा दिल में ज़रा आवारगी को दिले जज़्बात ले के दिल हूँ आया दिखा दूँ यार मैं भी आशिक़ी को ज़रा सा आसमाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 665 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 24 Jul 2016 · 1 min read अब गुमाँ तुझको कैसे आया है अब गुमाँ तुझको कैसे आया हैं क्यूँ मुहब्बत से दिल सजाया हैं नफ़रती बस्तियों में उसने' कहीं आशियाँ फिर से' इक बसाया है क्यों नक़ाबों का आसरा लेना रुख़ पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 533 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 22 Jul 2016 · 1 min read क्यूँ गलत को कहा सही अब तो क्यूँ गलत को कहा सही अब तो जां का दुश्मन बना यही अब तो ज़िन्दगी एक साँस पर है टीकी जी का जंजाल ये बनी अब तो खेल आँखों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 560 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 6 Jul 2016 · 1 min read कारवाँ थम रहा है साँसों का कारवाँ थम रहा है' सांसों का पर भरोसा है तेरे' वादों का बस अँधेरा है और तन्हाई जल रहा है चराग यादों का क्यूँ जुदाई लिखी हैं किस्मत में क्यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 418 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 30 Jun 2016 · 1 min read हमारी तिश्नगी ने ग़म पिया है हमारी तिश्नगी ने ग़म पिया है तभी मर मरके दिल अपना जिया है तिरी यादों को हम कितना भुलाए भुलाके ख़ुदको ग़म इतना लिया है रफ़ू कर कर के कपड़े... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 628 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 28 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल सर हमारा हर जगह झुकता नहीं दिल हमारा लोभ में बिकता नहीं मान जाओ बाज़ भी आ जाओ तुम फिर न कहना यार ये सुनता नहीं माफ़ करना मेरी फ़ितरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 472 Share सर्वोत्तम दत्त पुरोहित 15 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल ऐ ख़ुदा हमको तिरी रहमत सुहानी चाहिए हर जगह बस तेरी ही सूरत नुरानी चाहिए मैं इबादत करके' माँगू तुझसे बस इतनी दुआ आदमी में आदमी जैसी निशानी चाहिए ख़त्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 833 Share