Sarswati Kumari 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarswati Kumari 21 Nov 2018 · 1 min read भाव की शुचि धार है माँ! प्रेम की साक्षात प्रतिमा,वेद की भाषा धरा पर, भाव की शुचि धार है माँ! नेह की शुचि धार देकर,सींचती हैं माँ तनय को, हर्ष पूर्वक झेल लेतीं ,राह के सारे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 46 929 Share Sarswati Kumari 21 Nov 2018 · 1 min read भाव की पावन धार है माँ! प्रेम की साक्षात प्रतिमा,वेद की भाषा धरा पर, भाव की पावन धार है माँ! नेह की शुचि धार देकर,सींचती हैं माँ तनय को, हर्ष पूर्वक झेल लेतीं ,राह के सारे... Hindi · गीत 5 6 422 Share