Sushil Sarna 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushil Sarna 22 Dec 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . . रिश्ते दोहा त्रयी. . . . रिश्ते दूर न हों नजदीकियाँ, मधुर रहें संबंध । ऐसे रिश्तों की कभी, मन्द न होती गंध ।। रिश्तों के मकरंद की, बड़ी अजब तासीर... 6 Share Sushil Sarna 22 Dec 2024 · 1 min read रोला छंद रोला छंद दमके ऐसे गाल, साँझ की जैसे लाली । मृग शावक सी चाल ,चले देखो मतवाली । मदिरालय से नैन, करें सबको दीवाना । अधरों पर मुस्कान, प्यार का... 6 Share Sushil Sarna 21 Dec 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . व्यवहार दोहा पंचक. . . व्यवहार हमदर्दी तो आजकल, भूल गया इंसान । शून्य भाव के खोल में, सिमटा है नादान ।। मुँह बोली संवेदना, मुँह बोला व्यवहार । मुँह बोले... 17 Share