Sangeeta Beniwal Tag: Poem 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangeeta Beniwal 8 Feb 2024 · 1 min read खामोशी खामोशी हर खामोशी का अपना किरदार अपनी ……. एक वजह …. अपनी पहचान हर खामोशी की अपनी दास्तान ….. कुछ ……. कही कुछ अनकही खामोशी की पीठ में इक तुफान... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · किरदार · खामोशी · पहचान 5 445 Share Sangeeta Beniwal 8 Feb 2024 · 1 min read कदीमी याद कदीमी याद कोई कदीमी याद ………… पलभर में चिपका देती धीर-गंभीर आनन पर स्माईली स्टीकर। रुला दे हंसते-हंसते, हंसा दे रोते-रोते। कोई कदीमी याद ………. छा जाए मन पर निराशा... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कोट्स · पुरानी यादें · याद 3 1 970 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read दिल से जाना जब …… दिल से …. कोई जाता है तो वो …… असल में जाता नहीं जाता है तो ….. उसके प्रति …. भरोसा और विश्वास अपनत्व और प्यार जब …..... Poem · Quotation · कविता · कोट्स · दिल से जाना 1 1k Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read धुन धुन वक्त की धुन सुनती है अक्सर देर से...... जब चिड़िया चुग लेती है खेत **** वक्त की धुन थिरकती है थिरकाती है नेता जनता सबको वक्त पर नचाती है।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · धुन · वक्त 1 399 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read प्रेम में डूबे रहो प्रेम में डूबे रहो प्रेम में डूबे रहो ............ न जानो कि जीवन सफ़र में क्यों मिले हैं। रक्त संबंध हो भी ......। न भी हो......। ईश्वर है ..... अद्भुत... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · प्रेम में डूबे रहो 2 356 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read दर्द की धुन दर्द की धुन दर्द की धुन भी जन्मती है ......। महीन ..सी ...उम्मीद...। पत्ता... पानी... मधुमक्खी ............ दर्द की धुन भी किए देती है....तरंगित प्रायः.... सुप्त...से नाउम्मीदी.. के... तंतु ..को।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · दर्द की धुन 2 331 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read हर लम्हे में हर लम्हे में हर लम्हे में आस है विश्वास है जीवन ज्योत भी जीते जी की मौत भी मधुर प्यार भी कटु तकरार भी हर लम्हे में उम्मीद की आहट... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · हर लम्हे में 2 349 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read मन की गांठ मन की गांठ मन की गांठ नहीं होती .......... पल्लू बंधी गांठ-सी पल्लू की गांठ बांध देती है मन को संकल्पी खुंटे पर ..। .............. मन की गांठ नहीं होती.................. Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · मन की गांठ 2 312 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read समझौता समझौता इकरार में इनकार में गुमान में सम्मान में ख्वाहिशों के जर्जरित मकान में समझौता निभाने में जताने में खुद को बनाने में। किसी के लिए मर मिट जाने में... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · उम्र · तजुर्बा · समझौता 1 1 376 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read तुम तुम जरा सी गुफ्तगू और तुम्हें .... राजदार कर लिया। एक क्षण की स्मृति और उस स्मृति में तुम। चंद शब्दों की कविता और तहरीर तुम । तुम्हारे.... कई रुपाकार... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · जरा सा · तुम 2 264 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी जिंदगी एक दरवाजा संस्कारों ...की दहलीज मन.... के कपाट कोई..... क्योंकर खोले हर किसी के लिए —--*------ जिंदगी एक चिट्ठी बांचने से अधिक… जांचते हैं इसकी भौगोलिकता, भौतिक सुन्दरता,... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · जिंदगी 1 262 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read वेला वेला शाम….। जैसे कोई नदी खुश नसीबी सी जैसे….। बावरी चाहत का झोंका भीगा भीगा सा डूबता तिरता..सा… सुबह तक रहे न रहे। रात ……। जैसे कोई खूमारी सुकूनी कोठारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · वक्त और रिश्ते · समय 1 375 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read चाय चाय मै : चाय की तलब है । तुम : क्यों मैं : तुम संग बालकनी में बैठ चाय की चुस्कियों संग हंस बतियाने की। तुम : तुम्हारी सेहत के... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · चाय पर शायरी · चाय प्रेम 1 259 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read (हमसफरी की तफरी) (हमसफरी की तफरी) हमसफर वही हम भी वही रिश्ते भी वही रास्ते भी वही आज भी वही अर्धनारीश्वर से हम। घी-खिचड़ी, माखन -मलाई से आज भी वही स्निग्धा रिश्ते ।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · एहसास · हमसफ़र 2 318 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read पल पल कोई अटका पल शायद आज लिख दे अपनी जुबानी कोई आपबीती अपनी कहानी --------*----- कोई हर्षित पल शायद आज पिरो दे बिन बात में हंसाई हंसते-हंसते में रुलाई नृतन... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · पल · हर्ष दुख 2 267 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read सुनो तुम सुनों तुम….! जब सब बिखरने लगे ...........उससे पहले तुम ! ......आ जाना बिखराव ने हद लांघ ली तो........। तुम भी बिखर जाओगे। जब सब अपने .......। अलविदा कहें तुम्हारे अस्तित्व... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · उम्मीद · तलाश · सुनो तुम 1 279 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read सुन मेरे बच्चे सुन मेरे बच्चे…….! सुनो तुम!........ अब तुम जाओ हमें छोड़कर विस्तारी दायरे तलाशने को आयाम के छौर टटोलने को अपना पहचान पत्र खुद तराशने को सुनो तुम !........... उड़ान ऐसी... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · आज के बच्चे · सुनो 1 293 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read बिटिया ! बिटिया ! तुम........ प्रसून सी प्रफुल्लित मुकुलित हो पाखियों सी किलोलित सुखकर हो अक़ीदा पैंजनियों सी रुनझुनी सरगम हो यानि कि ........ तुम आज भी महफूज हो -------)(---------- बिटिया !... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · बिटिया · बेटी दिवस 1 441 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read पल पल कोई मनमोहक पल ख़िज़ाँ में भी प्रफुल्लित गुलजार चमन खिला देता है फिज़ा हो जाता है। -+- कोई नि:सगी पल किये देता है चहलपहल खैर-भैर गहमागहमी में भी नितांत... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poem · पल 1 384 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read सीख का बीज हर मुसीबत के अंदर एक बीज होता है सीख का बीज। हर आलस्य के अंदर एक बल होता है पीछे कि ओर खींच लेने का। हर हंसी का अपना अंदाज... Poetry Writing Challenge-2 · Article · Poem · बीज · सीख 2 342 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read पुस्तक पुस्तक ही तो हैं मैं,तुम हम-सब। कोई न कोई पन्ना मेरा तुम्हारा या हम सबका संवेदनाओं में भीगा अस्पष्ट से धुंधलाते आखर कहां पढ़ पाये एक दूसरे को हम पुस्तक... Article · Poem · बुक 1 329 Share