Sandeep anand kumar 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep anand kumar 29 Mar 2018 · 1 min read भुला उम्र के हर पड़ाव पर कुछ न कुछ भूल जाता हूं मैं न जाने कैसी बीमारी है यह जिसे भूल जाता हूं मैं भूखा ना रहे इस जहां में कोई... Hindi · कविता 323 Share Sandeep anand kumar 29 Mar 2018 · 1 min read तन्हाई होती हो अब जब तुम तन्हा तो क्या हमारी याद आती है अब जो तुम हंसती हो तो क्या वह सारी कलियां खिलखिलाती हैं क्या तेरी रेशमी जुल्फों के उलझनें... Hindi · कविता 264 Share Sandeep anand kumar 20 Nov 2017 · 1 min read ढलती गांव की शाम उड़ती धूल लौटते पंछी ढलती एक शाम वो ठंडी हवाएं वो ठहरा सा सुहाना मौसम उस गौधुली बेला में सब दुबकते घरों में मंदिर में आरती और मस्जिद में नमाजे... Hindi · कविता 1k Share