आलोक पांडेय Tag: कविता 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आलोक पांडेय 23 Dec 2022 · 1 min read स्वप्न सुंदरी तेरा नाम है क्या मेरे सपनों में आने वाली है, स्वप्न सुंदरी तेरा नाम है क्या। तेरे खयालो में खोया रहता, अपनी जरा पहचान तो बता। ओस के बूंदों की तरह मेरे दिल पर... Hindi · कविता 1 434 Share आलोक पांडेय 19 Oct 2021 · 1 min read हयात में मेरे आलोक भर दो तुम अवर्णनीय हो, तुम अवर्चनीय हो। तुम्हारी बात क्या करूँ, तुम अकल्पनीय हो। देती इज़ाज़त यदि मुझें, करता तेरा मैं यशगान। सप्तसिंधु जैसी हो तुम, हो तुम हिमालय सी महान।... Hindi · कविता 2 2 490 Share आलोक पांडेय 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी भाषा जग में महान भारत की पहचान है हिंदी, जीवन के मूल्यों का आधार है हिंदी। संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक है हिंदी, सम्प्रेषक की परिचायक है हिंदी। सहज-सुगम है भाषा हिंदी, विश्व... Hindi · कविता 2 2 685 Share आलोक पांडेय 21 Aug 2021 · 1 min read "रक्षाबंधन" बहनें-भाइयों के कलाई पर राखी बांधती, उनकी लम्बी उम्र की ईश्वर से दुआ मांगती। स्नेह पवित्र रिश्तों का होता जहाँ संगम, है कितना प्यारा भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन। भावनाओं का... Hindi · कविता 4 2 861 Share आलोक पांडेय 9 Aug 2021 · 1 min read "आदिवासी समाज" सरल-सौम्यता का प्रतीक, परम्परागत ज्ञान के धनी। जल-जंगल-जमीन का करते जो संरक्षण, प्राकृत के रहे हमेशा उपासक। वन, पर्वत, नदियों की करते आराधना, सूर्य से मिलती जिनको नव जीवन की... Hindi · कविता 2 2 825 Share आलोक पांडेय 18 Jul 2021 · 1 min read माँ माँ ममता की मूर्त रूप है, भू-मंडल से भी प्यारा उसका आँचल है। माँ तुलसी है मेरे आँगन की, माँ पुनीत बरगद की छाया है। माँ का अस्तित्व हैं आकाश... Hindi · कविता 2 2 810 Share आलोक पांडेय 11 Jul 2021 · 1 min read देखा है कभी तुमने किसी टूटे हुए बााँध को? देखा है कभी तुमने किसी टूटे हुए बााँध को? जाने कैसे टूटा होगा कितना सब कुछ छूटा होगा, ये मंज़र कितना हरा रहता था जब तलक वो भरा रहता था..... Hindi · कविता 3 4 674 Share आलोक पांडेय 29 Jun 2021 · 2 min read लव जिहाद छल प्रपंच ढोंग से लक्षित प्रेम है लव जिहाद, गैर- मुस्लिम माशूम बच्चियों और महिलाओंके शोषण का प्राय है लव जिहाद। मजहबी जुनून से ओतप्रोत होता है लव जिहाद, कश्मीर... Hindi · कविता 3 4 1k Share आलोक पांडेय 24 Jun 2021 · 2 min read इंटरनेट वाला प्यार मैंने भी किसी से प्यार किया था, यहाँ नही सात समंदर पार किय था। चलती थी जब वो बर्निघम (इंग्लैंड) की गलियों में, दिल यहाँ (इंडिया) में मेरा धड़कता था।... Hindi · कविता 4 6 678 Share आलोक पांडेय 21 Jun 2021 · 1 min read "योगासन के फायदे" शरीर, मन, आत्मा को नियंत्रित करता योग, शारीरिक, मानसिक अनुशासन को संतुलित करता योग। चिंता और तनाव को दूर भगाता है योग, जो करते है योग सदैव रहते है निरोग।... Hindi · कविता 4 4 701 Share आलोक पांडेय 20 Jun 2021 · 2 min read "पापा की धुँधली यादे" सहेज कर रखा हूँ दिल में पापा की धुँधली यादों को, विन्रम एवं आदर्शवादी व्यक्तित्व को। बच्चों और परिवार के प्रति था उनका अद्भुत समर्पण, मेरे पापा थे कर्तव्यपरायण। हमेशा... Hindi · कविता 5 2 856 Share आलोक पांडेय 17 Jun 2021 · 1 min read "अत्याचार क्यों बेटियों पर" कैसे काल-खंड में हम जी रहें, देखने को मिलती जहाँ करुणा से लथपथ तस्वीरें। मानवता जहाँ हो रही पल-पल शर्मसार, हो रहा नित-प्रतिदिन बेटियों पर अत्याचार। व्यभिचार की आग में... Hindi · कविता 5 2 877 Share आलोक पांडेय 14 Jun 2021 · 1 min read मन मन ही मनुष्य के बंधन और मोक्ष का कारक है, बांधता सांसारिक बंधनो में और विकारों का नाशक है। मन की कुंजी दिया हमें ईश्वर ने खोलने नर्क-स्वर्ग का द्वार,... Hindi · कविता 6 2 562 Share आलोक पांडेय 10 Jun 2021 · 1 min read आपदा में अवसर इस महामारी को अवसर बनाके, कुछ लोग भर रहे अपनी जेब। हर तरफ लूट मची है, खेला जा रहा घिनौना खेल। मानवीय मूल्यों का कोई मोल नही, आपदा को अवसर... Hindi · कविता 4 3 421 Share आलोक पांडेय 8 Jun 2021 · 1 min read कर्ण वचन प्रभायुक्त इस मुखमंडल पर विकलता क्यों छाई है, खामोशी का कारण क्या है जो इतना घबराई है। बता माते क्या तेरी है वेदना, जो आज सुतपुत्र के पास आयी है।... Hindi · कविता 5 6 529 Share आलोक पांडेय 7 Jun 2021 · 1 min read मीत मिले कृष्णा जैसा मुझे मीत मिले कृष्णा के जैसा, निर्मल प्रेम मिले राधा रानी के जैसा। सास्वत भाग्य मिले रुक्मिणी के जैसा, तो जीवन मे दुःख काहें का। भक्ति मिले हनुमानजी के जैसा,... Hindi · कविता 5 6 494 Share आलोक पांडेय 5 Jun 2021 · 1 min read पर्यावरण दिवस की बधाईयाँ "व्यंग्य" आज पूरे दिन लगा रहा पर्यावरण दिवस की बधाइयों का तांता, मोबाइल की मेमोरी भर गई छोटे- बड़े पेड़-पौधों से। क्या नही कटेंगे पेड़-पौधे कल से, आज खोया रहा पूरे... Hindi · कविता 2 2 872 Share आलोक पांडेय 5 Jun 2021 · 1 min read भ्रम भ्रम रोग है ऐसा मनोविकार, नही होता इसका कोई आकर। भ्रम रोग से ग्रसित व्यक्ति जीता है अलग दुनिया में, फर्क नही कर पाता काल्पनिकता और वास्तविकता में। एक गलत... Hindi · कविता 3 2 995 Share आलोक पांडेय 4 Jun 2021 · 1 min read बरसात का मौसम जब सुरज बादलों में छिप जाता है, फिर पृथ्वी को बरसात नया जीवन देने आता हैं। मिलती है हमे गर्मी की तपिश से राहत, बच्चे हो या बड़े -बूढ़े सब... Hindi · कविता 2 3 632 Share आलोक पांडेय 2 Jun 2021 · 1 min read कोरोना के लक्षण कोरोना के है अलग-अलग प्रकार, सुखी खासी थकान और बुखार। बदन में होती है खुजली और दर्द, बार- बार लगती है इसमें दस्त। ये तो है इसके आम लक्षण, गले... Hindi · कविता 2 2 788 Share आलोक पांडेय 2 Jun 2021 · 1 min read जीवन संगिनी पहली बार मेरे घर मे पड़े आपके कदम, महक उठा था मेरा घर आंगन। तुमको जीवन संगिनी के रूप में पाकर, धन्य हो गया मेरे जीवन। पाकर मैंने तुम्हारा साथ... Hindi · कविता 2 4 826 Share आलोक पांडेय 2 Jun 2021 · 1 min read मेरा पहला प्यार हास्य कविता था एक अच्छा -खासा शहरी, था अपना भी कुछ नाम। फिर आया एक ऐसा दिन, हो गया मैं बदनाम। न जाने कौन सी घड़ी थी, मिली थी जब वो मुझको।... Hindi · कविता 3 2 1k Share