डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 388 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Apr 2025 · 1 min read दुश्मन से भी यारी रखता दुश्मन से भी यारी रखना। सबसे दुनियादारी रखना। 🌹 मन से हारी मत मानो। जीतने वाली पारी रखना। 🌹 कदम सफलता चूमेगी। मन को तुम मत भारी रखना। 🌹 बातों... Hindi 37 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 6 Apr 2025 · 1 min read ग़ज़ल डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी दर्द हो दिल में कहां प्यार का मंजर आए। याद वो आए तो अश्कों का समंदर आए। 🌷 तू मेरे साथ रहे साथ चले साथ उड़े। काश की ओज पे... Hindi · ग़ज़ल 34 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाज़ार ख़्वाब भी ऊंचे रहें, मंज़िल की तैयारी रहे। कामयाबी के लिए कोशिश बहुत सारी रहे। ❤️ इक न इक दिन दूर हो जायेगी सारी मुश्किलें। शर्त ये है बिन रुके... Hindi 40 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार खुशी में भी हम अपने आंसुओं के साथ रहते हैं। मुकम्मल हम नही हैं खा़मियों के साथ रहते है। लगाकर आग बस्ती में, दिलासा बाद में देना। यह किस्से क्यों... Hindi 33 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत क्योंकर। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Hindi 36 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज़्तरिब हो,दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ से... Hindi 36 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read एक तरफ़ तेरी रौनक एक तरफ है सारा गुलशन एक तरफ। सारे मंजर एक तरफ है तेरा यौवन एक तरफ। ❤️ चारों तरफ से घेर लिया है अब तो जि़म्मेदारी ने। सारा... Hindi 33 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल 2122 1122 1122 22/112 बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक।... Hindi 44 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Hindi 42 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। मैं तुझको हासिल कर लूंगा। तू भी इसकी तैयारी रख। जो तेरा... Hindi 32 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत क्योंकर। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Hindi 33 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत हक से करना प्यार में फरियाद मत करना। मुहब्बत में किसी भी शख्स को बर्बाद मत करना। ❤️ मोहब्बत के लिए इक फलसफा है याद रखना तुम। जिसे दिल... Hindi 31 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल दिल के हालात किसी से कभी कहता भी नहीं। सबसे अच्छा जिसे समझा है वह अच्छा भी नहीं। ❤️ मशवरा सब ने दिया उससे दूर जाने का। जिंदगी में मेरे,कुछ... Hindi 29 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read गुल के बिना गुलशन कभी महका ना सकोगे। पत्थर को किसी मोम सा पिघला ना सकोगे। रूठ कर जाना तुम्हें आसान है लेकिन। दावा है मुझे छोड़कर तुम जा न सकोगे। गुल के बिना गुलशन कभी महका ना सकोगे। पत्थर को किसी मोम सा पिघला ना सकोगे। रूठ कर जाना तुम्हें आसान है लेकिन। दावा है मुझे छोड़कर तुम जा न... Hindi 28 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read कौन है? हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज़्तरिब हो,दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ से... Hindi 30 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read अच्छा नहीं लगता ख़यालो ख्वाब पर कब्ज़ा मुझे अच्छा नहीं लगता। मुखौटे में छुपा चेहरा मुझे अच्छा नहीं लगता। ❣️ मुहब्बत में कनीज़¹ और बादशाहत का दिली रिश्ता। कभी भी इश्क़ में शजरा²... Hindi 29 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Mar 2025 · 1 min read लड़कियां मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन बदल रहा है वक्त और बदल रही है लड़कियां। क़दम से कदम मिला कर चल रही है लड़कियां। 🌹 बोझ सर पर ले के अब सधे... Hindi 1 26 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 2 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल इशारा गैर की जानिब से जब उसको हुआ होगा। झरोखों पर हवाओं ने चिरागो़ को रखा होगा। 🌹 बहुत दुश्वारियां होती है अब गुलशन सजाने में। बड़ी मुश्किल से कांटों... Hindi 1 46 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Dec 2024 · 1 min read ग़ज़ल आसमां तेरा मैं तू मेरी ज़मीं है। तू जमाने में किसी से कम नहीं है। ❤️ हर तरफ हर सिम्त मेरे रूबरू। मैं जहां भी देखता हूं तू वहीं है।... Hindi 101 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 1 Dec 2024 · 1 min read ग़ज़ल हर दिन की गर सुबह है तो फिर शाम भी तो है। मेहनत किया जो आपने इनआम भी तो है। ❤️ चुपचाप काम कर गया गुमनाम सा रहा। फेहरिस्त में... Hindi 130 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 6 Oct 2024 · 1 min read गजल अगर लहजा तेरा,दो पल को मीठा हो गया होता। दिलों में जो कदूरत है, मदावा हो गया होता। ❤️ जवाबन उसके लहजे में ज़ुबां हम खोल सकते थे। हमे भी... Hindi 1 127 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 15 Sep 2024 · 1 min read हिंदी दिवस पर ग़ज़ल हिंदी दिवस पर ग़ज़ल 1222 1222 1222 1222 मेरा अभिमान है हिंदी हमारी शान है हिंदी। हमें भाषा सभी प्यारी, हमारी जान है हिंदी। ❤️ संस्कृत है इसकी जननी बहन... Hindi · कविता 256 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Aug 2024 · 1 min read रक्षा बंधन आता जब सावन का अंतिम सोमवार है। भाई और बहन का यह राखी त्योहार है। रक्षा का देता जब भाई वचन है, धागा नहीं है यह, भाई का प्यार है।... Hindi 255 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 18 Aug 2024 · 1 min read बेटी बात हंसकर कभी गैरत की ना टालो बेटी। अब दरिंदो के लिए खुद को संभालो बेटी। ❤️ पाक दामन को बचाने के लिए खुद ही उठो। फब्तियों वाली ज़ुबां काट... Hindi 194 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 18 Aug 2024 · 1 min read आज का इंसान इंसान आजकल तो शैतान हो गया है। कैसे हवस का अंधा, हैवान हो गया है। कोई बहन और बेटी अब तो नहीं सुरक्षित। अब जानवर से बदतर इंसान हो गया।... Hindi 164 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 10 Aug 2024 · 1 min read हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है। हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है। ❤️ रात को नींद नहीं ले आती न सुकूं दिन को। मेरे... Hindi 221 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Jun 2024 · 1 min read मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है... Hindi 205 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 28 Jun 2024 · 1 min read सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। यूं तो हैं ज़माने में हसीं और भी मंज़र। है नक्स जहनों दिल में पर दिलबर तेरी आंखें।... Hindi · ग़ज़ल 188 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 22 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल जिसके पीछे भाग रहे हो यह दुनिया की माया है. दुनिया से सबको जाना होगा जो दुनिया में आया है। अपना अपना कहते हो,लेकिन दो गज कब्र मिलेगी। माल ओ... Hindi 180 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Jun 2024 · 1 min read जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में। रास्ता लंबा बहुत है और छाले पांव में। कागजों पर बह रही है नहर और नदियां यहां। खेत में सूखी हैं फसलें... Hindi 214 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read गजल बहुत रंगीन दुनिया है,बहुत रंगीं नजा़रे हैं। मगर बुझने न पाएगी दिलों में जो शरारे हैं। तमन्ना है मेरे दिल में उसे हम कह ना पाएंगे। समझना तुम अगर चाहो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read सगीर की ग़ज़ल तेरी फुरक़त में शब गुजारी गई। दिल की फिर भी ना बेक़रारी गई। तेरा कुछ भी नही गया जा़लिम। प्यार में नींद तो हमारी गई। फेर लेते हैं वो नज़र... Hindi 1 261 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read गजल सगीर किसी भी शख्स का जब भी भरोसा टूट जाता है। फकत दिल ही नहीं, उसका जहां भी टूट जाता है। कोई रिश्ता किसी भी मंजिले मकसूद से पहले। चुकाता हूं... Hindi 1 172 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 249 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मुझको छोड़कर जाने वाले,साथ अगर हो जाएगा। कच्चा पक्का ईंट इ़मारत फिर ये घर हो जाएगा। मेहनत मज़दूरी करके पाल रहा हूं बच्चों को। आज अभी है नन्हा पौधा कल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 2 234 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 30 May 2024 · 1 min read नौतपा गर्मी फैले चहूं ओर। सूरज बदले आपन ठौर। नौतपा 9 दिन पकड़े जोर। त्राहि त्राहि चारों ओर। प्रातः 10 से 3 घर में रहे। अल्फाहार करें, खूब जल पिएं। छत... Hindi 158 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 9 May 2024 · 1 min read खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता ख़यालो ख्वाब पर कब्ज़ा मुझे अच्छा नहीं लगता। मुखौटे में छुपा चेहरा मुझे अच्छा नहीं लगता। ❣️ मुहब्बत में कनीज़¹ और बादशाहत का दिली रिश्ता। कभी भी इश्क़ में शजरा²... Hindi · ग़ज़ल 205 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Apr 2024 · 1 min read गजल हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज़्तरिब हो,दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ से... Hindi 1 190 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 17 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज्तरिब हो दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ... Hindi 133 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Apr 2024 · 1 min read गजल आंसू है,गम है,यास दिले दर्द मंद है। जो कह न सके लफ्ज़,लिफाफे में बंद है। ❤️ रखते नही हैं ख्वाहिशें गिलमानो हूर की। मैं उसको हूं पसंद वो मुझको पसंद... Hindi 204 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Apr 2024 · 1 min read होली मुबारक बरस रहा है जो रंगों का प्यार होली में। उमड़ रहा है प्यार बे शुमार होली में। 🌹 तेरे दीदार की ख्वाहिश में दिल हमारा है। इसीलिए तो है दिल... Hindi 166 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 13 Mar 2024 · 1 min read उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे। उदास देखकर मुझको उदास रहने लगे। जो दूर रहते थे हमसे वह पास रहने लगे। 🌹 मेरे ख़यालों में रहती है मेरी होशरूबा। उसे जब सोच लिया बद हवास रहने... Hindi 326 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Mar 2024 · 1 min read एक तरफ तेरी रौनक एक तरफ है सारा गुलशन एक तरफ। सारे मंजर एक तरफ है तेरा यौवन एक तरफ। ❤️ चारों तरफ से घेर लिया है अब तो जि़म्मेदारी ने। सारा... Hindi 1 204 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दिल के हालात किसी से कभी कहता भी नहीं। सबसे अच्छा जिसे समझा है,वह अच्छा भी नहीं। ❤️ मशवरा सब ने दिया उससे दूर जाने का। ज़िंदगी में मेरे,कुछ उसके... Hindi 2 601 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 22 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत हक से करना प्यार में फरियाद मत करना। मुहब्बत में किसी भी शख्स को बर्बाद मत करना। ❤️ मोहब्बत के लिए इक फलसफा है याद रखना तुम। जिसे दिल... Hindi 2 235 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर रिश्तों में मुहब्बत के तिजारत नही करते। हम सिर्फ दिखावे की मुहब्बत नही करते। तू मांग मेरे हाथ को मां बाप से मिलकर। हम इश्क में अपनों से बगावत नही... Poetry Writing Challenge-2 212 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुमसे कब बे खबर रहा हूं मैं। सिर्फ रश्के सफर रहा हूं मैं। मैं कहानी का इक्तीबास सही। तज़किरे में मगर रहा हूं मैं। सच बताऊं,जो मान जाओ तुम। बिन... Poetry Writing Challenge-2 268 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तड़प दिल में,ज़ुबां पे तिश्नगी¹,आंखो में पानी है। बहुत मासूम सा है इश्क़, ये पागल जवानी है। बहुत मुश्किल है इज़हारे मुहब्बत²,जां फिशानी³ है। तजस्सुस⁴ उसकी है,और बात भी मुझको... Poetry Writing Challenge-2 214 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर बे वजह बे सवाल रहता हूं। सोच कर बे खयाल रहता हूं। अपनी शर्तों पर जी रहा हूं मैं। इसलिए बेमिसाल रहता हूं। मैं मोहब्बत का एक परिंदा हूं। इश्क... Poetry Writing Challenge-2 220 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर कभी सपना कभी शीशा कभी दिल टूट जाता है। उसे जितना मनाता हूं वह उतना रूठ जाता है। ❤️ यहां जम्हूरियत के नाम पर हर बार चुनते हैं। मगर जो... Poetry Writing Challenge-2 194 Share Page 1 Next