सागर यादव 'जख्मी' Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सागर यादव 'जख्मी' 9 May 2017 · 1 min read फौजी मुझे बना दे मम्मी एक बंदूक मँगा दे मम्मी फौजी मुझे बना दे मम्मी सरहद पर लड़ने जाऊँगा दुश्मन को मार भगाऊँगा गर्मी,जाड़ा या वर्षा हो सीना ताने खड़ा रहूँगा मातृभूमि की रक्षा खातिर... Hindi · कविता 505 Share सागर यादव 'जख्मी' 15 Jan 2017 · 1 min read भारत देश महान है भारत देश महान है भाई भारत देश महान है यहाँ के नेता चारा चरते आए दिन घोटाला करते गूँगी -बहरी जनता खातिर ये गिरधर गोपाल हैँ भारत देश महान है... Hindi · कविता 478 Share सागर यादव 'जख्मी' 15 Jan 2017 · 1 min read मुमकिन नहीँ है अब हम तुमको भूल जाएँ मुमकिन नहीँ है अब हम तुमको भूल जाएँ आँखोँ मेँ बस गई है साथी तुम्हारी सूरत मुझको रुला रही है तेरे साथ की जरूरत आओ एक साथ हम तुम उल्फत... Hindi · कविता 1 245 Share सागर यादव 'जख्मी' 14 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ माता-पिता के अधरोँ की मुस्कान बेटियाँ होती हैँ एक मुकम्मल संसार बेटियाँ हिन्दू के लिए गीता ईसाई के लिए बाईबिल मुस्लिम के लिए पवित्र कुरान बेटियाँ दुनिया के लिए ये... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1 518 Share