SAGAR Tag: ग़ज़ल/गीतिका 66 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 SAGAR 14 Mar 2020 · 1 min read बहुत याद आया वो जाने के बाद बहुत याद आया वो जाने के बाद मिला था मुझे जो ज़माने के बाद जिन्हें देख कर मुस्कुराते थे हम उसी ने रुलाया हंसाने के बाद किसी और के हमसफ़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 259 Share SAGAR 10 Mar 2020 · 1 min read ऐसी भी बरसात होती गर कोई ऐसी भी बरसात होती गर कोई टूट कर बरसे कहीं अम्बर कोई खामुशी ने शोर इतना कर दिया रह न पाया फिर मेरे अंदर कोई पूछना था आपसे ये इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share SAGAR 10 Mar 2020 · 1 min read देश लूटने का दर्द एक पत्ते से पूछो उसके टूटने का दर्द ज़िंदगी में अपनों का साथ छूटने का दर्द ये वतन नहीं बिकने दूँगा मेरा वादा है बेच वो रहा सब कुछ समझो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 286 Share SAGAR 7 Mar 2020 · 1 min read खूब बारिश है हर समा तर है साथ है उसका फिर तो क्या डर है वो खुदा ही तो मेरा रहबर है रात से ही नहीं खुला मौसम खूब बारिश है हर समा तर है चेहरे खिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 195 Share SAGAR 3 Mar 2020 · 1 min read ठीक हूँ तन्हा जो हुआ अच्छा हुआ इंकार से ठीक हूँ तन्हा किसी लाचार से सीखकर मुझसे मुहब्बत देखिए बेवफ़ाई कर गया वो यार से फूल से ही ज़ख्म इतने खायें हैं डर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 255 Share SAGAR 22 Feb 2020 · 1 min read तेरी मेरी कहानी तेरी मेरी जो ये कहानी है जन्म जन्मों से भी पुरानी है दूर बैठे हो अजनबी से तुम पास आओ भी रुत सुहानी है उड़ रही जुल्फ़ जो हवाओं में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 289 Share SAGAR 16 Feb 2020 · 1 min read हमारे नेता अपने बारे में सोचता देखो वोट लेकर खुदा बना देखो आज वो बात भी नहीं सुनता कल था कदमों में जो पड़ा देखो जितना चाहे अमीर हो जाए हर घड़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 318 Share SAGAR 12 Feb 2020 · 1 min read सारे गुनाह तेरे मैं आज माफ़ कर दूँ सारे गुनाह तेरे मैं आज माफ़ कर दूँ ये क़ायनात सारी अपने ख़िलाफ़ कर दूँ जीने नहीं ये देती यादें अगर रही तो अच्छा यही रहेगा इनको ही साफ़ कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 374 Share SAGAR 5 Feb 2020 · 1 min read कौन आए ये बताने के लिए क्या सही है इस ज़माने के लिए कौन आए ये बताने के लिए खाने वाले घर में सौ होंगे मगर आदमी इक ही कमाने के लिए साँस से बढ़कर नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 194 Share SAGAR 2 Feb 2020 · 1 min read ज़िंदगी से क्या शिकायत दोस्तो ज़िंदगी से क्या शिकायत दोस्तो है खुदा की ये इनायत दोस्तो हो रही है गुदगुदी ये सोचकर कर न बैठें हम मुहब्बत दोस्तो जुल्फ़ उड़ती ये हवा में देखिए कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 319 Share SAGAR 2 Feb 2020 · 1 min read तेरी तस्वीर तेरी तस्वीर पीछा नहीं छोड़ती बात करने का मौका नहीं छोड़ती मेरे अंदर समाई है तू इस क़दर साँस आने का रस्ता नहीं छोड़ती हर घड़ी सामने मेरे रहने लगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 280 Share SAGAR 8 Jul 2019 · 1 min read हम अपने दर्द को जब गज़लों में गाने लगे हम अपने दर्द को जब गज़लों में गाने लगे सारे परिन्दें रो पड़े फूल मुरझाने लगे यूँ मासूमियत से ज़िंदगी कान में कह गई तुम पहले अपने थे अब ज़रा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 387 Share SAGAR 7 Jul 2019 · 1 min read वो चेहरा जो रोज़ ख्वाबों में आता है खामोशी और सन्नाटा नज़र आता है जो रस्ता इस दिल से उस दिल को जाता है जाने कौन है और क्या लगता है मेरा वो चेहरा जो रोज ख्वाबों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 222 Share SAGAR 5 Jul 2019 · 1 min read क्या बन जाओगे तुम अब बिगड़ी सुधार कर क्या बन जाओगे तुम । बेवफ़ा हो बेवफ़ा ही कहलाओगे तुम ।। ना आएगा परिंदा झूठ के झांसे में । डालते डालते दाना थक जाओगे तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 346 Share SAGAR 4 Jul 2019 · 1 min read मेरा खास था मेरा खास था पर दुनिया के लिए आम था मेरी नजरों से दूर वो बड़ा बदनाम था कितनी बार टूटा हूँ मन्नतें निभाने को मैं कोई सितारा था या कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share SAGAR 30 Jun 2019 · 1 min read इक कतरा वफ़ा इक बद्दुआ के बदले मिली खूब दुआएं थी। बुझ न पाया चिराग जिसके साथ हवाएं थी।। जिस पर खेलें फल खाए वो शज़र सूखा क्यों। किसने ये जड़ काटी किसकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 227 Share Previous Page 2