Sachin Singh Rajput Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sachin Singh Rajput 19 Sep 2021 · 1 min read जीवन कठीन परिश्रम के तप से भरा, जिसके जीवन में राह रहा। जिंदा वही है इस धरती पर, जो अभी तक जाग रहा। शक्ती स्वयं जगती कहां है, जगाती उसको दृढ़... Hindi · कविता 2 273 Share Sachin Singh Rajput 19 Sep 2021 · 1 min read इंतज़ार अब तुम लौट भी आओ तुम्हारा इंतज़ार हो रहा है... न जाने कितने दिनों से जख्मों से कारोबार हो रहा है.... हसरतें रोज बढ़ रही है कब से तुम्हारा साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share