rubichetanshukla 781 Tag: बाल कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rubichetanshukla 781 12 Jun 2023 · 1 min read #पेड़ हमारे मित्र # मेरे घर के आंगन में, पेड़ लगे हैं पांच। आम, पाकर ,बरगद,पीपल, है इनका पुराना साथ। हरा भरा बागीचा मेरा, मन को मोह है लेता। सरसर चलती हवा यहां पर,... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 1 213 Share rubichetanshukla 781 27 Jan 2023 · 1 min read #गणतंत्र दिवस# न जाने कितने वीरों ने , अपनी जान गंवाई थी। तब जाकर भारत को वीरों ने, दिलवाई आजादी थी।। इस संघर्ष के पीछे , न जाने जाने कितनी थी। तब... Hindi · बाल कविता 3 209 Share rubichetanshukla 781 28 Aug 2022 · 1 min read #मेरे प्यारे बाबा दादी# बच्चो के प्यारे होते हैं। बाबा दादी न्यारे होते हैं।। घर के मुखिया वो कहलाते। सबको साथ में रहना सिखाते।। सही ग़लत में फर्क बताते। अच्छी अच्छी बातें हमें सिखाते।।... Hindi · बाल कविता 2 223 Share rubichetanshukla 781 9 Jun 2022 · 1 min read #मेरे प्यारे चंदा मामा# चंदा मामा,चंदा मामा बड़े ही प्यारे दिखते हो मन हर्षित हो जाता है जब तुम अम्बर पर आते हो चंदा मामा ,चंदा मामा मेरे भी घर आ जाओ दूध, मलाई... Hindi · बाल कविता 2 4 213 Share rubichetanshukla 781 30 Apr 2022 · 1 min read "पांच फलों के नाम" आम फलों का राजा है सबको खूब भाता है संतरे का स्वाद निराला खट्टा मीठा सबको भाता केला एक ऐसा फल बुढ़े बच्चे खाएं सब एक सेब जो रोज खाएं... Hindi · बाल कविता 5 6 333 Share rubichetanshukla 781 5 Apr 2022 · 1 min read बच्चों को सिखाएं कि कभी झूठ नहीं बोलना चहिए। #कभी झूठ न बोलो तुम# झूठ बोलने वाला प्राणी, कभी न सोता सुख की नींद। झूठ से बढ़कर पाप नहीं है, प्यारे बच्चों ए लोग सीख। एक गड़रिया था रामू... Hindi · बाल कविता 2 288 Share rubichetanshukla 781 27 Mar 2022 · 1 min read अच्छे आचरण अपने बच्चों को जरूर सिखाएं सुबह सबेरे तुम उठो करों बड़ों को प्रणाम बड़ो का आदर करने से हमें मिलता है आर्शीवाद नित्य कर्म से हो निवृत्त करो इष्ट का ध्यान उस ईश्वर करो प्रार्थना... Hindi · बाल कविता 2 329 Share rubichetanshukla 781 25 Mar 2022 · 1 min read पांच सब्जियों के नाम आलू की है बात निराली इसको खाता हर एक प्राणी देखो मटर है कितनी पतली ए तो बड़े कमाल की निकली अगर टमाटर का हो साथ बढ़ जाता हर सब्जी... Hindi · बाल कविता 2 331 Share rubichetanshukla 781 22 Mar 2022 · 1 min read बादल की गागर अभी अभी थी तेज की गर्मी घिर आए हैं बादल, काले-काले भूरे-भूरे छाएं हैं अम्बर पर पता नहीं कहां से लाते भरकर अपनी गागर, और डाल देते हैं हम पर... Hindi · बाल कविता 2 210 Share rubichetanshukla 781 16 Mar 2022 · 1 min read # प्रकृति के रंग कुदरत ने हमको दिया । रंगों का उपहार।। आओ मिलकर सब मनाएं। होली का त्योहार।। धरती के कण कण में है। रंगों की भरमार ।। आओ मिलकर सब मनाएं ।... Hindi · कविता · बाल कविता 1 303 Share rubichetanshukla 781 22 Feb 2022 · 1 min read गर्मी गर्मी जब भी आती है। मुझको बहुत सताती है। ऊपर सूरज तपता है। धरती सूखी जाती है। पेड़ और पौधे शान्त खड़े हैं। नहीं किसी से बात करें हैं ।... Hindi · कविता · बाल कविता 2 265 Share