राज वीर शर्मा Tag: Quote Writer 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राज वीर शर्मा 21 May 2024 · 1 min read सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो जाना। (आचार्य राम चंद्र शुक्ल जी ने यह रस बनाया) Quote Writer 1 122 Share राज वीर शर्मा 16 May 2024 · 1 min read बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं। दर्द/अवसाद में जी रहे बेटों का क्या होगा ? कभी घर कभी बाहर कभी बहन की शादी तो कभी घरवालों का इलाज करवाते... Quote Writer 2 113 Share राज वीर शर्मा 16 May 2024 · 1 min read जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं। जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं। जिसके भीतर जरा भी समझ नहीं वो मुझे समझा रहें हैं। Quote Writer 1 125 Share राज वीर शर्मा 16 May 2024 · 1 min read परिवार के बीच तारों सा टूट रहा हूं मैं। परिवार के बीच तारों सा टूट रहा हूं मैं। पता है तुमको पाना आसान नहीं फिर भी तुमको चुन रहा हूं मैं। तुम दिन, तुम महीने, तुम साल, तुम सूरज,... Quote Writer 1 117 Share