Devendra Pandey 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Devendra Pandey 5 Dec 2017 · 1 min read ग़मो की बारिशों से हम तो अक्सर भीग जाते हैं। ग़मो की बारिशों से हम तो अक्सर भीग जाते हैं। मगर इन बारिशों से भी कोई मोती चुराते हैं।। नहीं डरना नहीं रूकना भले तूफ़ान आ जाए। हम वो पंथी... Hindi · मुक्तक 1 1 259 Share Devendra Pandey 5 Dec 2017 · 1 min read मैं जीना चाहता हूँ मैं जीना चाहता हूँ जी भरकर इस दुनिया मे! पीना चाहता हूँ वेस्टर्न हैवी ब्रांड की शराब और रोज़ एक इंग्लिश सिगरेट उडाना चाहता हूँ धुयें के संग अपनी जिंदगी... Hindi · कविता 1 286 Share Devendra Pandey 4 Dec 2017 · 1 min read तुमने तन्हाइयो ने ऐसा हमको ज़खम दिया है। दीवारों दर पे सूरत कैसा भरम दिया है॥ नज़रें जहाँ भी जायें बिछुडन की दास्तां है। ऐ जाने जाना तुमने कैसा सितम दिया... Hindi · मुक्तक 1 463 Share