रोहित शर्मा 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रोहित शर्मा 1 May 2020 · 1 min read कौन है सबसे बड़ा आज खड़ा एक प्रश्न विकट, किसने बनाया इस सृष्टि को, किसने रचा चराचर जीव , कौन खेलता खेल निराले, कौन हमारे पीछे पड़ा, कौन है सबसे बड़ा। विकास की अंधाधुंध... Hindi · कविता 3 1 570 Share रोहित शर्मा 1 May 2020 · 1 min read कसूर तो कुछ हमारा भी होगा *कसूर तो कुछ हमारा भी होगा??* सुनसान सड़के, वीरान बगीचे, चारो ओर फैला सन्नाटा, कमरे में बंद है लोग, कसूर तो कुछ हमारा भी होगा। बाँह में हाथ डाले घूमते... Hindi · कविता 3 1 371 Share रोहित शर्मा 1 May 2020 · 1 min read संघर्ष संघर्ष बिना जीवन में क्या, किसी ने कुछ पाया है? पूज्य वही मनुज जिसने, संघर्ष को भी ललकारा है। बाधाये अगणित मार्ग में आती, मस्तक उठाती चलती जाती। परिश्रम की... Hindi · कविता 3 1 527 Share रोहित शर्मा 1 May 2020 · 1 min read मैं मजदूर हूँ दो जून की रोटी की जद्दोजत में अड़ा, पसीने से लथपथ फुटपाथ में पड़ा, पथरीली आँखों में रोटी की तस्वीर लिए खड़ा हूँ हाँ मैं मजदूर हूँ। न कोई घर... Hindi · कविता 4 2 364 Share रोहित शर्मा 8 Sep 2019 · 1 min read मेरे गुरू जी ~~~~~ *मेरे गुरूजी*~~~~ अंधकार की गुफा बड़ी थी, जिससे मुझको बाहर ले आए । काले काले श्यामपट्ट पर, नूतन श्वेत अक्षर सिखाये। अपना पराया अच्छे बुरों का, सदैव ये मुझे... Hindi · कविता 2 699 Share रोहित शर्मा 7 Feb 2019 · 1 min read परीक्षा लो आ गयी परीक्षा, है प्रभु की इच्छा। साल भर कुछ पढ़ा नहीं, ज्ञान मन में गढ़ा नहीं। चिंता भयंकर छायी है परीक्षा की बेला आयीं है। वर्ष भर मैंने... Hindi · कविता 376 Share रोहित शर्मा 5 Feb 2019 · 1 min read समझाते रहे हम ज़माने को समझाते रहे हम, अपनी बात मनवाते रहे हम। तक्लीफ मुझे थी ये बताते रहे हम अक्सर उनको भुलाते रहे हम। थी आंधिया गमो की लेकिन, धुंध सा उसे... Hindi · कविता 427 Share रोहित शर्मा 5 Feb 2019 · 1 min read शहीद शीर्षक - *शहीद* माँ सिसक रही बाप बिलख रहा, पत्नी बेसुध पड़ी रही। जब आया संदेशा रण से, ऑसुओ की धार बही। पूरा गाँव मातम पसरा, जब संदेशा मिल पड़ा... Hindi · कविता 385 Share रोहित शर्मा 4 Oct 2017 · 1 min read राही ए आसमा जरा सोच के बरसना।। बड़ी मुद्दत से मिला है 'राही' बरसो बाद। हमारी अहमियत का अंदाजा तुम क्या लगाओगे 'राही'। जब जरुरत पड़े तो , दिल का दरवाजा... Hindi · कविता 375 Share रोहित शर्मा 2 Oct 2017 · 1 min read देख कर दशहरे का रावण देख कर दशहरे का रावण मन हुआ फिर से अपावन उठ रहा प्रश्न बार बार जलकर भी उठ जाता है क्यों ये हर बार जा रहा था जब देखने रावण... Hindi · कविता 415 Share रोहित शर्मा 24 Sep 2017 · 1 min read तू तो कठपुतली है उसका......... लाख कर ले चालाकी, तू उससे बच न पायेगा। समझा नहीं है रब को, तू उससे क्या छिपायेगा। हजारो मिल गए ख़ाक में, जो खुद को शेर समझते थे। तू... Hindi · कविता 498 Share रोहित शर्मा 24 Sep 2017 · 1 min read जीवन का शाश्वत सत्य जीवन का शाश्वत सत्य भोर की बेला हुई, दिनकर की पलके खुली। इंतज़ार ख़त्म हुआ, सौगात लेकर आई नयी सुबह।। धीरे धीरे आँखे खोल रहा,स्वर्ण किरणे बिखेर रहा। नयी सुबह... Hindi · कविता 966 Share