rita Singh "Sarjana" 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rita Singh "Sarjana" 1 Mar 2023 · 1 min read विरान तो विरान तो तुम्हारी सोच में थी वरना हृदय के अंदर तो केवल हरियाली थी जिसे तुम कभी देख न पाये! रीता सिंह 'सर्जना' Quote Writer 306 Share rita Singh "Sarjana" 16 Jun 2021 · 1 min read बारिश की बूंदों में तलाशती आँखें जब भी बारिश होती है मेरा मन भीग जाता है जानते हो क्यों? क्योंकि तुम्हारे साथ बिताए वह पल फिर से सजीव हो उठता है बारिश की रिमझिम फुहारों के... Hindi · कविता 3 5 269 Share rita Singh "Sarjana" 23 Nov 2018 · 1 min read . माँ . माँ **** माँ तुम कितनी ममता से भरी हो एक-एक क्षण को सहने की धैर्यता माँ तुमसे कोई सीखे हमारे छोटे से छोटे आह को देखकर तुम तुरंत ममता... Hindi · कविता 7 8 424 Share rita Singh "Sarjana" 23 Feb 2018 · 1 min read क्षणिकाएँ क्षणिकाएँ ऐ जिंदगी मुझे तुमसे नहीं कोई शिकायत क्योंकि हालत के साथ अब जीना मैंने सीख लिया । मत तलाशो औरो से खुशी दुख की बाढ़ आ जायेगी मगर तलाशो... Hindi · कविता 6 3 501 Share