पूर्वार्थ Tag: कविता 201 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पूर्वार्थ 15 Oct 2025 · 2 min read रिश्तों में दूरी नहीं, समझ ज़रूरी है 🤝 रिश्तों में दूरी नहीं, समझ ज़रूरी है रिश्ते-ये वो बंधन हैं जो इंसान को अकेलेपन से जोड़ते हैं, और जुड़ाव के असली अर्थ को समझाते हैं। पर आज के... Hindi · कविता 57 Share पूर्वार्थ 12 Oct 2025 · 1 min read Aajkal Ke Rishte 💔 🌙✨ Aajkal Ke Rishte 💔 अब लोग 💬 रिश्ते नहीं... कॉन्टैक्ट सेव करते हैं। पहले 👀 नज़रें मिलती थीं, अब बस 🕯️स्टोरी व्यू काफी है। हमने रिश्ते बचाने की कोशिश... Hindi · कविता 90 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2025 · 1 min read तब तुम्हें कृष्ण बनना ही होगा.." 📍तब तुम्हें कृष्ण बनना ही होगा.." जब जीवन रणभूमि बन जाए, और हर दिशा शंकाओं से भर जाए, जब अपनों की आंखें भी परछाईं लगें, और सत्य, चुपचाप कोनों में... Hindi · कविता 37 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2025 · 1 min read खाली पेट की गवाही..." 📍खाली पेट की गवाही..." कभी बैठना अकेले, भूखे, खाली पेट.... जहाँ कोई आवाज़ न बचे, जहाँ दीवारें भी तुमसे बात न करें। वहीं से शुरू होती है असली पहचान। तब... Hindi · कविता 39 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2025 · 1 min read कैसे करती हो तुम सामना कैसे करती हो तुम सामना कैसे करती हो तुम सामना, हर दिन, हर पहर, हर रात, जब दुनिया थमा देती है तुम्हें अपने अधूरे सवालों का बोझ। तुम्हारी मुस्कान में... Hindi · कविता 60 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2025 · 1 min read समय के पार मैं” “समय के पार मैं” हथेलियों से फिसलता जाता समय का हर रेशा, हर पल, हर साँस, जैसे रेत की नन्ही बूँदें जो थामने की कोशिश में और तेज़ी से फिसल... Hindi · कविता 41 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2025 · 2 min read जब मिट्टी चुप हो जाए" "जब मिट्टी चुप हो जाए" जब मिट्टी चुप हो जाए, जब तुलसी सूखने लगे, जब आँगन के दीप काँच के पीछे जलने लगें तब समझो, कुछ छूट रहा है। एक... Hindi · कविता 55 Share पूर्वार्थ 30 Sep 2025 · 2 min read प्रेम और संभोग प्रेम सम्भोग शाम मे नशा, मन मे शरारत हैदिल मे तड़प, उमंगो मे हिमाकत हैहोटो मे प्यास, आँखों मे इजाजत हैजिव्हा मे मदिरा, तन मे हरारत हैबदन मे तनाव, यौवन... Hindi · कविता 60 Share पूर्वार्थ 9 Jun 2025 · 1 min read संसार और समझ संसार को समझने के लिए एक पहर भरकर चुप चाहिए या दो चार अर्थहीन संवाद कि , व्यर्थ होते समय की पीड़ा समझ सको पढ़ सको कुंठा , उत्तेजना ,... Hindi · कविता 93 Share पूर्वार्थ 9 Jun 2025 · 1 min read बात कुछ यू है काँच जैसा दिल है फिर भी मुस्कुराता तो है। टूटकर हर बार खुद को ही सजाता तो है। धूप में चलकर भी साया ढूँढ लाता है कोई, प्यास जितनी भी... Hindi · कविता 109 Share पूर्वार्थ 19 Feb 2025 · 1 min read यश का पथ यश का पथ अगर जग में यश का मार्ग कहीं, तो मैं उसको ढूँढ़ निकालूँ, और गर न मिले वो राह कहीं, तो खुद अपनी राह बना लूँ। संघर्ष मेरा... Hindi · कविता 114 Share पूर्वार्थ 4 Feb 2025 · 1 min read युवा प्रेम नजर जब हम युवा होते हैं, तो हम पूर्णता के भ्रम से प्रेम करते हैं। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हम मानवता से प्रेम करने लगते हैं— संघर्षों से उभरने की... Hindi · कविता 85 Share पूर्वार्थ 27 Dec 2024 · 2 min read सफ़रनामा: मित्रता के रंग सफ़रनामा: मित्रता के रंग कहते हैं, जीवन एक सफर है, और इस सफर में जो साथी मिलते हैं, वे हमारे अनुभवों को रंगीन बनाते हैं। मेरे सफर में भी ऐसे... Hindi · कविता 190 Share पूर्वार्थ 3 Sep 2024 · 2 min read वक्त का काम वक्त की धारा में बहता है जीवन, हर पल, हर कदम, अपने ही रंग में। इंसान चाहे, जो हो सही वक्त पर, पर नियति का खेल नहीं समझता वो, जब... Hindi · कविता 180 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 4 min read पालना या परवरिश: एक सोचने का समय पालना या परवरिश: एक सोचने का समय समाज के इस दौर में, मां-बाप की जिम्मेदारी बढ़ गई, कंपटीशन का स्तर इतना ऊंचा हो गया, हर कोई चाहता है कि उनका... Hindi · कविता 183 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 2 min read इश्क के सात मुकाम इश्क के सात मुकाम दिल्लगी थी पहली बात, जब नजरें मिलीं और दिल हंस पड़ा। छोटे से मजाक में, हंसी में खो गया, कुछ और नहीं बस दिल्लगी थी, प्यार... Hindi · कविता 494 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 2 min read सेक्स और शिक्षा का संबंध सेक्स और शिक्षा का संबंध आधुनिक युग में, जहां हर तरफ दिखावे का है खेल, सेक्स को समझा जाता है जैसे हो कोई खिलौना केवल। फैंटेसी और वेग की इस... Hindi · कविता 268 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 1 min read चुनाव चुनाव लोग अक्सर कहते हैं, "यह संयोग था," पर क्या सच में ऐसा होता है? धोखा देना, उपेक्षा करना, या फिर अस्वीकार करना, क्या यह बस यूं ही होता है?... Hindi · कविता 235 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 1 min read सेक्स का ज्ञान सेक्स का ज्ञान आधुनिक युग का है ये सवाल, सेक्स की जानकारी सबके पास विशाल। फिर भी क्यों न हो हम जागरूक, क्यों है सेक्स एजुकेशन में रुचि मामूली? शारीरिक... Hindi · कविता 361 Share पूर्वार्थ 17 Jul 2024 · 3 min read समाज और गृहस्थ एक किस्सा "समाधान -वृक्ष" पढ़िएगा जरूर सरला नाम की एक महिला थी । रोज वह और उसके पति सुबह ही काम पर निकल जाते थे । दिन भर पति ऑफिस... Hindi · कविता 217 Share पूर्वार्थ 14 Jul 2024 · 3 min read बस यूं ही Hey...!! Listen...!! क्या आपने कभी किसी Over thinking,या over heart होने वाले लोगों को देखा ..? ये कोई भी हो सकते हैं कोई लड़का , लड़की , स्त्री, पुरुष यहांँ... Hindi · कविता · लेख 163 Share पूर्वार्थ 14 Jul 2024 · 1 min read आज का सत्य Hey...!! Listen dear...!! I know मेरी आज की बात काफी लोगों को चुभेगी लेकिन ये काफी हद तक आज के दौर की सच्चाई है ..! पहले के जमाने में औरतों... Hindi · कविता 169 Share पूर्वार्थ 28 Jun 2024 · 2 min read वर्तमान का कलयुग वर्तमान का कलयुग रिश्ते में टूटे लोग बटवारा कर रहे हैं, परवरिश से छूटे लोग अनाथाश्रम में रह रहे हैं। हालत और उम्मीद से टूटे लोग आत्महत्या कर रहे हैं,... Hindi · कविता 209 Share पूर्वार्थ 1 May 2024 · 1 min read सपने का अर्थ सपनों की व्याख्या सम्मान, पैसा, नाम, सपनों में इनकी है धाम। मन करता है इन्हें पाना, दिन-रात इनकी है रटना। लेकिन क्या सपने सच होते हैं? क्या मेहनत के फल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 230 Share पूर्वार्थ 23 Mar 2024 · 1 min read life_of_struggler #life_of_struggler मेहनत के हम आदि है संघर्षों से हमारा नाता है छीन लेंगे सिलेक्शन अपना यही मन में ठाना हैं आलोचनाओं का डर नही तानों से बाधा नाता हैं गांव... Hindi · कविता 198 Share पूर्वार्थ 19 Mar 2024 · 1 min read रात मिलो और एक रात लिख दो, हमारे बीच अधूरी है जो, वो एक बात लिख दो, लिख दो कि प्रेम में हो तुम भी, बन्द पड़े जज़्बात लिख दो... ज़ुल्फ़... Hindi · कविता 318 Share पूर्वार्थ 10 Mar 2024 · 1 min read व्यस्त रहते हो जानता हूं व्यस्त रहते हो बताया तुमने कई बार क्या मैं नहीं समझता तुम्हारी ये सब उलझनें जो तुम अचानक ही चैट अधूरी छोड़ देते हो या बात करते करते... Hindi · कविता 268 Share पूर्वार्थ 9 Mar 2024 · 1 min read नौकरी तपना पड़ता है... पर्व, त्योहार,, शादी विवाह सबकुछ छोड़ा है,, सरकारी नौकरी पाने के लिए,,, हमने अपना घर छोड़ा है!! कठोर रहना पड़ता है, सोते, जागते उठते बैठते,, घूमते फिरते,,,... Hindi · कविता 197 Share पूर्वार्थ 7 Mar 2024 · 1 min read मन एक कहानी है दिल से निकलती हुई कहानी का शोर भी है ये किसकी बात है किसके ख्वाब है किसने तोड़े है बिखेरे है चुग चुग कर फिर किसने भरे... Hindi · कविता 162 Share पूर्वार्थ 3 Mar 2024 · 1 min read हाथ छुड़ाने की कथा हाथ छुड़ाने की कथा एक मर्द हाथ छुड़ा कर जाना चाहे तो एक बार उसको रोक कर देख लो क्या पता वो रुक आए मगर औरत एक बार हाथ छुड़ा... Hindi · कविता 340 Share Page 1 Next