पूर्वार्थ Tag: ग़ज़ल 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid पूर्वार्थ 5 Jan 2024 · 1 min read सुहाना मुसलसल उदासी का सफर और तेरा अचानक मिलना किसी सुस्त नाव को जैसे दरिया की तेज़ धार मिले तूने छोड़ा कल शब तभी से जम गई हूँ मैं मुझे छुओ... Hindi · ग़ज़ल 66 Share