पूर्वार्थ Tag: कविता 188 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पूर्वार्थ 3 Sep 2024 · 2 min read वक्त का काम वक्त की धारा में बहता है जीवन, हर पल, हर कदम, अपने ही रंग में। इंसान चाहे, जो हो सही वक्त पर, पर नियति का खेल नहीं समझता वो, जब... Hindi · कविता 24 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 4 min read पालना या परवरिश: एक सोचने का समय पालना या परवरिश: एक सोचने का समय समाज के इस दौर में, मां-बाप की जिम्मेदारी बढ़ गई, कंपटीशन का स्तर इतना ऊंचा हो गया, हर कोई चाहता है कि उनका... Hindi · कविता 28 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 2 min read इश्क के सात मुकाम इश्क के सात मुकाम दिल्लगी थी पहली बात, जब नजरें मिलीं और दिल हंस पड़ा। छोटे से मजाक में, हंसी में खो गया, कुछ और नहीं बस दिल्लगी थी, प्यार... Hindi · कविता 45 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 2 min read सेक्स और शिक्षा का संबंध सेक्स और शिक्षा का संबंध आधुनिक युग में, जहां हर तरफ दिखावे का है खेल, सेक्स को समझा जाता है जैसे हो कोई खिलौना केवल। फैंटेसी और वेग की इस... Hindi · कविता 39 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 1 min read चुनाव चुनाव लोग अक्सर कहते हैं, "यह संयोग था," पर क्या सच में ऐसा होता है? धोखा देना, उपेक्षा करना, या फिर अस्वीकार करना, क्या यह बस यूं ही होता है?... Hindi · कविता 25 Share पूर्वार्थ 19 Aug 2024 · 1 min read सेक्स का ज्ञान सेक्स का ज्ञान आधुनिक युग का है ये सवाल, सेक्स की जानकारी सबके पास विशाल। फिर भी क्यों न हो हम जागरूक, क्यों है सेक्स एजुकेशन में रुचि मामूली? शारीरिक... Hindi · कविता 43 Share पूर्वार्थ 17 Jul 2024 · 3 min read समाज और गृहस्थ एक किस्सा "समाधान -वृक्ष" पढ़िएगा जरूर सरला नाम की एक महिला थी । रोज वह और उसके पति सुबह ही काम पर निकल जाते थे । दिन भर पति ऑफिस... Hindi · कविता 48 Share पूर्वार्थ 14 Jul 2024 · 3 min read बस यूं ही Hey...!! Listen...!! क्या आपने कभी किसी Over thinking,या over heart होने वाले लोगों को देखा ..? ये कोई भी हो सकते हैं कोई लड़का , लड़की , स्त्री, पुरुष यहांँ... Hindi · कविता · लेख 37 Share पूर्वार्थ 14 Jul 2024 · 1 min read आज का सत्य Hey...!! Listen dear...!! I know मेरी आज की बात काफी लोगों को चुभेगी लेकिन ये काफी हद तक आज के दौर की सच्चाई है ..! पहले के जमाने में औरतों... Hindi · कविता 37 Share पूर्वार्थ 28 Jun 2024 · 2 min read वर्तमान का कलयुग वर्तमान का कलयुग रिश्ते में टूटे लोग बटवारा कर रहे हैं, परवरिश से छूटे लोग अनाथाश्रम में रह रहे हैं। हालत और उम्मीद से टूटे लोग आत्महत्या कर रहे हैं,... Hindi · कविता 36 Share पूर्वार्थ 1 May 2024 · 1 min read सपने का अर्थ सपनों की व्याख्या सम्मान, पैसा, नाम, सपनों में इनकी है धाम। मन करता है इन्हें पाना, दिन-रात इनकी है रटना। लेकिन क्या सपने सच होते हैं? क्या मेहनत के फल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 48 Share पूर्वार्थ 23 Mar 2024 · 1 min read life_of_struggler #life_of_struggler मेहनत के हम आदि है संघर्षों से हमारा नाता है छीन लेंगे सिलेक्शन अपना यही मन में ठाना हैं आलोचनाओं का डर नही तानों से बाधा नाता हैं गांव... Hindi · कविता 51 Share पूर्वार्थ 19 Mar 2024 · 1 min read रात मिलो और एक रात लिख दो, हमारे बीच अधूरी है जो, वो एक बात लिख दो, लिख दो कि प्रेम में हो तुम भी, बन्द पड़े जज़्बात लिख दो... ज़ुल्फ़... Hindi · कविता 86 Share पूर्वार्थ 10 Mar 2024 · 1 min read व्यस्त रहते हो जानता हूं व्यस्त रहते हो बताया तुमने कई बार क्या मैं नहीं समझता तुम्हारी ये सब उलझनें जो तुम अचानक ही चैट अधूरी छोड़ देते हो या बात करते करते... Hindi · कविता 133 Share पूर्वार्थ 9 Mar 2024 · 1 min read नौकरी तपना पड़ता है... पर्व, त्योहार,, शादी विवाह सबकुछ छोड़ा है,, सरकारी नौकरी पाने के लिए,,, हमने अपना घर छोड़ा है!! कठोर रहना पड़ता है, सोते, जागते उठते बैठते,, घूमते फिरते,,,... Hindi · कविता 73 Share पूर्वार्थ 7 Mar 2024 · 1 min read मन एक कहानी है दिल से निकलती हुई कहानी का शोर भी है ये किसकी बात है किसके ख्वाब है किसने तोड़े है बिखेरे है चुग चुग कर फिर किसने भरे... Hindi · कविता 45 Share पूर्वार्थ 3 Mar 2024 · 1 min read हाथ छुड़ाने की कथा हाथ छुड़ाने की कथा एक मर्द हाथ छुड़ा कर जाना चाहे तो एक बार उसको रोक कर देख लो क्या पता वो रुक आए मगर औरत एक बार हाथ छुड़ा... Hindi · कविता 81 Share पूर्वार्थ 1 Mar 2024 · 2 min read सबसे ख़तरनाक होता हैं सपनो का मर जाना।।🏐 मेहनत की लूट सबसे ख़तरनाक नहीं होती ,पुलिस की मार सबसे ख़तरनाक नहीं होती गद्दारी-लोभ की मुट्ठी सबसे ख़तरनाक नहीं होती।। बैठे-बिठाए पकड़े जाना—बुरा तो है ,सहमी-सी चुपी में जकड़े... Hindi · कविता 169 Share पूर्वार्थ 1 Mar 2024 · 1 min read युद्ध जीत पर बजतीं हैं तालियां, हार पर पीठ पीछे न जाने कितनी गलियां। मेहनत पर प्रश्न चिन्ह उठेगा तानों की माला का हार चढ़ेगा। जो खुश होंगे अंदर से झूठी... Hindi · कविता 65 Share पूर्वार्थ 28 Feb 2024 · 2 min read अच्छी किताबे अच्छी "किताबें मेरा इश्क है"...♥️✨ किताबो की खुशबू कितनी प्यारी है,डूबकर इसमें लगता है जैसे मानो इनकी दुनिया ,सबसे "न्यारी" है...।। पढ़कर इन्हें सोच विकसित होती हमारी,और मासूम कहानियों से... Hindi · कविता 1 66 Share पूर्वार्थ 28 Feb 2024 · 2 min read वर्तमान समय और प्रेम प्रेम का सौन्दर्य वर्तमान समय मे प्रेम के विषय मे कितना कुछ लिखा जाता है कहा जाता है और उसको उसी रोचकता के साथ पढा और सराहा भी जाता है... Hindi · कविता 71 Share पूर्वार्थ 26 Feb 2024 · 1 min read तपना पड़ता है तपना पड़ता है... पर्व, त्योहार,, शादी विवाह सबकुछ छोड़ा है,, सरकारी नौकरी पाने के लिए,,, हमने अपना घर छोड़ा है!! कठोर रहना पड़ता है, सोते, जागते उठते बैठते,, घूमते फिरते,,,... Hindi · कविता 62 Share पूर्वार्थ 25 Feb 2024 · 2 min read मे आदमी नही हु मैं ऐसा आदमी नहीं हूँ जिससे प्रेम किया जा सके। आपको मुझसे लगाव हो सकता है मगर प्रेम करने की हिमाक़त आप न करें तो बेहतर है। लाख समझने और... Hindi · कविता 49 Share पूर्वार्थ 25 Feb 2024 · 1 min read एक लड़की एक लड़की, जिसने कभी आईना नहीं देखा, जिसने कभी संवरना नहीं जाना, जिसने कभी खुद को सुंदर न माना... . एक दिन... एक लड़का आया और कह गया, तुम्हारी आँखें... Hindi · कविता 112 Share पूर्वार्थ 24 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी और आसू कभी आसुओं का बहना कभी किसी से कुछ ना कहना कभी सारा दिन मुसकुराते रहना यह भाव ही तो जिंदगी है। कभी मर मरकर जीना हो कभी मरकर भी जीने... Hindi · कविता 1 130 Share पूर्वार्थ 23 Feb 2024 · 1 min read सवाल करूंगा में सवाल करूंगा मगर कोई ताना नही दूंगा तुम्हे मान जाने का मगर कोई बहाना नही दूंगा मुझको अपने हालात से भी महरूम करने वाले में भी अपनी यादों को... Hindi · कविता 74 Share पूर्वार्थ 22 Feb 2024 · 1 min read विरह गान *विरह गान* तेरे बिन सुनी.....लगे ये रातें है इंतज़ार करती मेरी आँखें है हे दिकु......में तुम्हें चाहूं में तुम्हें चाहूं तेरे बिन सुनी.....लगे ये रातें है इंतज़ार करती मेरी आँखें... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share पूर्वार्थ 21 Feb 2024 · 1 min read रियलिटी of लाइफ बंजारो सा जिया कही घर नही बनाया, बाद तेरे किसी को खुदा नही बनाया, आदतन हमदर्दी तो हुई लोगो से, पर कभी किसी से दिल नही लगाया, फरमाइश पे सुनी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 51 Share पूर्वार्थ 20 Feb 2024 · 1 min read पुरुष और स्त्री अक्सर पुरूष चकित रहते हैं कि प्रेमिका इतनी स्वीट और पत्नी इतनी खड़ूस क्यों होती है....? तो सुनो- बारिश में प्रेमिका को उधार की बाईक और रूपया मांगकर भी लांग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 123 Share पूर्वार्थ 19 Feb 2024 · 1 min read क्या लिखूं पास बैठो इक शाम लिखूं, अपने हाथों पर तुम्हारा नाम लिखूं...! आंखों में वो नमी है जैसे तुम्हारी कमी है रात के करवट में, ख्वाबो की बनावट मे चंद्रमा की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 65 Share पूर्वार्थ 18 Feb 2024 · 1 min read बाते और जिंदगी जिन बातों को कहना मुश्किल होता है, उन बातों को सहना मुश्किल होता है। इस दुनिया में रह कर हमने ये जाना, इस दुनिया में रहना मुश्किल होता है। जिस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 73 Share पूर्वार्थ 17 Feb 2024 · 1 min read संग और साथ संग तुम्हारे एक ख्वाब पिरोया है डूबकर तुममें खुद को खोया हैं तुम्हारे गोद में सर रखकर खुद को सुलाया हैं हर वजूद में तुम्हारा ही मुझपर साया हैं....! प्यार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 104 Share पूर्वार्थ 16 Feb 2024 · 2 min read जिंदगी और वक्त जिंदगी में एक बात तो समझ में आई है की आप भले ही कितने ही समझदार हो या आप कितने ही प्रेक्टिकल हो कितना भी हर बात को अच्छे से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 73 Share पूर्वार्थ 14 Feb 2024 · 1 min read वक्त मेरे पास कोई अपना नहीं था अपनों के साथ कोई सपना नहीं था मंजिलें अनगिनत थी कोई नाम नहीं था मंजिलों के आगे कोई साथ नहीं था ! मैं खोजता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 73 Share पूर्वार्थ 13 Feb 2024 · 1 min read गम जरूरी है गम जरूरी है जीने के लिए जिंदगी गम जरूरी है जीने के लिए जिंदगी, सुख के बिना अधूरी है ये कहानी। जैसे धरती पर सूरज और चाँद की रोशनी, दोनों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 85 Share पूर्वार्थ 12 Feb 2024 · 1 min read लिखना "लिखना" लिखता नहीं कि कुछ पा सकूं लिखता नहीं कि कुछ नाम कमा सकूं लिखता नहीं कि लोग प्रशंसा करे मेरी लिखता हूं क्योंकि बहुत बोलने के बाद भी बहुत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 124 Share पूर्वार्थ 11 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारी कलम कलम, ना उठाने में यकीन है कैसा यकीन? यही कि, कोई आपके अंतर्मन में उन छोटे-छोटे झरोखों से झांकेगा नहीं उन बिखरी पड़ी चीज़ों के टुटने को सुनेगा नहीं उन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 77 Share पूर्वार्थ 11 Feb 2024 · 2 min read मोहब्बत घाव भरने से शख्सियत नहीं भूलता, इन्सान है, अपनी मिल्कियत नहीं भूलता, भुला देते हैं यूँ तो लोग वक्त के बहाने से, के बहाने से अस्थियाँ कोई अपने नहीं भूलता,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 113 Share पूर्वार्थ 10 Feb 2024 · 1 min read सवाल और जिंदगी जीवन के अनगिनत पहलू हैं, कुछ सरल, कुछ गहरे संवारे हैं। हर कोई पूछता है, "कैसे हो तुम?", पर सच्चाई में, हर दिन एक नया सफर है। हम खुद के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 69 Share पूर्वार्थ 9 Feb 2024 · 1 min read प्रेम उसने चुपके से आके पूछा कि धृति कभी मेरे बारे लिखेगी तो क्या लिखेगी ? मैंने मुस्कुराते कहा कि, हुस्न की जान हों तुम, मेरे रूह-ए-सुकून हों तुम, ज़ख़्म के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 122 Share पूर्वार्थ 8 Feb 2024 · 1 min read बेटियां सारे घर के काम भी करती हैं बेटियां, इतना करके भी बहुत पढ़ती हैं बेटियां। बेटों से ज्यादा सब कुछ करती हैं बेटियां, फिर भी जन्म से पहले मरती हैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 64 Share पूर्वार्थ 7 Feb 2024 · 1 min read आसमान - घौंसला ! आसमान - घौंसला ! आसमान कब झुका है , किसी भी पंछी की चाहत में ? फिर भी चुनता है हर एक पंछी आसमान को ! पंछी का आस्तित्व के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 83 Share पूर्वार्थ 6 Feb 2024 · 2 min read 📝अवसर हमारे आस पास है बस सतर्क रहिये...♥️✨ 📝अवसर हमारे आस पास है बस सतर्क रहिये...♥️✨ हम सभी मौके की तलाश में होते है। ताकि हम स्वयं को सिद्ध कर सके। ये अवसर हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण... Hindi · कविता 50 Share पूर्वार्थ 6 Feb 2024 · 1 min read गहराई गहराई सागर सी गहराई होती है मन में कितनी जिम्मेदारियाँ भरी हैं जीवन में चाह कर भी खुद को किसी से बयाँ नहीं करते कुछ जख्म ऐसे है इनके, जो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 47 Share पूर्वार्थ 5 Feb 2024 · 1 min read सत्संग सत्संग में, सत्संग नहीं सत्संग में बहुत लोग बैठते है, पर सत्संग बहुत कम लोगो में बैठता है। कुर्सी तो सबको मिल जाती है, पर सत्संग का फल, सबको नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 72 Share पूर्वार्थ 14 Jan 2024 · 1 min read शुरुवात रुको,ठहरो,जरा बात करो! छोटी ही सही पर मुलाकात करो!! जुबा न सही पर आंखों से बात करो! मैं शायद कुछ न बोलू,तुम ही शुरुआत करो!! भूली बिसरी बातों की न... Hindi · कविता 121 Share पूर्वार्थ 14 Jan 2024 · 2 min read इश्क ने क्या कर डाला हाय इश्क़ में मैंने अपना नाम तक बदल डाला, थी वो एक नवयौवना एक सुन्दर सी बाला। नैन नक्श थे प्यारे प्यारे रंग था उसका साँवला, मेरी मत मारी गई... Hindi · कविता 116 Share पूर्वार्थ 13 Jan 2024 · 2 min read नजरिया कुछ ऐसे अहसास होते हैं जिन्हें समझे बिना यह ज़िन्दगी अधूरी है लेकिन इन अहसासों को शब्दों में पिरोने के लिए अल्फ़ाज़ बड़ी मुश्किल से मिलते हैं। ऐसे ही कुछ... Hindi · कविता 84 Share पूर्वार्थ 12 Jan 2024 · 2 min read प्रेम प्रेम कोई मंजिल नहीं है जिसको पाना हर हाल में जरुरी है यह तो जीवन पर्यंत खत्म ना होने वाले एक यात्रा की तरह है जिसमें यात्री जीवन भर का... Hindi · कविता 84 Share पूर्वार्थ 12 Jan 2024 · 2 min read लफ्ज़ और किरदार लफ़्ज़ों से तों नहीं किया तेरे किरदार का फैसला,,, लफ़्ज़ भी तो तुमने हीं चुनें थें कभी अच्छे तों कभी दिल चीर देने वाले चुनें थें,,, और हकीकत तों अपने... Hindi · कविता 57 Share Page 1 Next