ऋषभ पाण्डेय 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ऋषभ पाण्डेय 1 Dec 2018 · 1 min read मृगतृष्णा जिंदगी की अड़चनों से शूलसिंचित धड़कनों से मुझसे तुमको मिला न पाई उन अपरिमित अनबनों से वेदना के करुण स्वर का भार लेकर क्या करूँ। बिन तुम्हारे व्यर्थ का उपहार... Hindi · कविता 463 Share