Rekha khichi Tag: कविता 42 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rekha khichi 20 Jan 2025 · 1 min read नई शुरुआत मैं लिख रही हूं रोज एक नई शुरुआत मैं लिख रही हूं रोज एक नई बात मैं बढ़ रही हूं नई दिशा की ओर मैं कम कर रही हूं अपने... Hindi · कविता 114 Share Rekha khichi 18 Jan 2025 · 1 min read प्रयाग में महाकुंभ विषय _ प्रयाग में कुंभ प्रयाग में महाकुंभ का हुआ है भव्य आगाज़ संगम तट पर अमृत स्नान हुआ है आज करोड़ों साधु संतों के आगमन से हुई है शुरूआत... Hindi · कविता 125 Share Rekha khichi 14 Jan 2025 · 1 min read साल का पहला त्यौहार माँ शारदे को नमन करते हुए लिख रही हूं कि चलो कुछ अच्छा लिखा जाए, साल का पहला त्यौहार है कुछ सच्चा लिखा जाए गम लिखते हैं पेंसिल से खुशी... Hindi · कविता 124 Share Rekha khichi 6 Jan 2025 · 1 min read अनकही अधूरी ख्वाहिश विषय _ अनकही अधूरी ख्वाहिश अनकही सी ख्वाहिश है एक मन के कोने में मगर किसी से बयां ये दिल कभी कर नहीं पाया बचपन ने ही कुछ ऐसे दर्द... Hindi · Hindi Kavita 2024 · कविता 1 230 Share Rekha khichi 6 Jan 2025 · 1 min read वादा वादा चलो एक बार फिर हम दोनों ये वादा करते है अब विश्वास एक दूजे से ज्यादा करते है बहुत हो चुका ये खेल हार जीत का अब सिलसिला शुरू... Hindi · 25 कविताएं · कविता 1 155 Share Rekha khichi 6 Jan 2025 · 1 min read कुछ पल अपने लिए मैं सबसे ज्यादा आराम महसूस करती हूं जब तब मेरे विचारों में सहजता रहती हैं। नकारात्मक प्रभाव कम हो तब ज्यादा आराम महसूस होता है। किसी बात की चिंता महसूस... Hindi · कविता 1 141 Share Rekha khichi 6 Jan 2025 · 1 min read तकलीफें तकलीफें जिंदगी का नाम ही तकलीफ है या फिर तकलीफें है तो जिंदगी है ये बात आज तक समझ नहीं आई ना जाने जिंदगी ने हर कदम पर भूमिका शिक्षक... Hindi · कविता 1 266 Share Rekha khichi 6 Jan 2025 · 1 min read पुराने साल को विदाई पुराने साल की विदाई चलो हम सब मिलकर देते है पुराने साल को विदाई हँसते हँसते शामिल करते है वो पल जिसने भूमिका अच्छे पलों को लेकर निभाई ये साल... Hindi · कविता 1 137 Share Rekha khichi 30 Dec 2024 · 1 min read वादा वादा चलो एक बार फिर हम दोनों ये वादा करते है अब विश्वास एक दूजे से ज्यादा करते है बहुत हो चुका ये खेल हार जीत का अब सिलसिला शुरू... Hindi · कविता 1 162 Share Rekha khichi 20 Dec 2024 · 2 min read क्या से क्या हो गया? क्या हुआ से कैसे हो गया तक का सफ़र जब आएगा तब आंखों के सामने बीता हुआ समय घूम जाएगा होगा पछतावा गलती का, कि आख़िर दूरी कहां आई क्यों... Hindi · कविता 1 290 Share Rekha khichi 20 Dec 2024 · 1 min read रिश्तों में दूरी आजकल रिश्तों में एक अलग ही दूरी आई हुई है अंजान से है सब और बेखबरी छाई हुई है ना कोई किसी को अपनी परेशानी बताता है ना ही अपनापन... Hindi · कविता 1 241 Share Rekha khichi 20 Dec 2024 · 1 min read उम्र गुजर जाएगी। विषय _ उम्र गुजर जाएगी ये उम्र तेरी यूं ही गुजर जाएगी चाहे जितने भी करना जतन वापिस लौट कर नहीं आएगी बहुत कुछ पाने के ख्वाब ने आज को... Hindi · कविता 1 201 Share Rekha khichi 20 Dec 2024 · 1 min read विषय _ पुरूषों की जिंदगी परिवार की खातिर परिवार से दूर होना पड़ता है पुरुषों का तो हर लम्हा उनसे लड़ता है सर्दी हो या गर्मी या हो कोई भी मौसम इनको तो कमाने के... Hindi · कविता 1 148 Share Rekha khichi 5 Dec 2024 · 2 min read अहसास प्यार का। इक शख़्स यूं आया जिंदगी में जो अनकही सी बातें कर गया शायद खाली था कोई कोना दिल का और उसे अपनी मोहब्बत से भर गया। ख़ास था वो शख्स... Hindi · कविता 149 Share Rekha khichi 25 Aug 2024 · 1 min read कान्हा तेरे रूप कान्हा तेरे रूप पर बलिहारी जाऊं मैं पल पल हर पल बस तुमसे ही नैन मिलाऊँ मैं कभी राधा रानी सा रास करूं तो कभी मीरा बन जाऊं मैं बस... Hindi · कविता 205 Share Rekha khichi 3 Apr 2024 · 2 min read बेटा राजदुलारा होता है? बेटा राजदुलारा होता है सबकी आंखों का तारा होता है लेकिन ये सिर्फ़ बचपन तक ही सीमित होता है बचपन बीता आई ज़वानी तभी शुरू होती है उस बेटे की... Hindi · कविता 2 313 Share Rekha khichi 7 Mar 2024 · 2 min read नारी तेरी यही अधूरी कहानी आज अपनी आंखों के सामने ऐसा किस्सा देखा मैंने जो था किसी के कलेजे का टुकड़ा वो हिस्सा देखा मैंने उसको देखकर रूह पूरी तरह कांप गई उसकी छाया तो... Hindi · कविता 356 Share Rekha khichi 21 Feb 2024 · 1 min read फोन का ख़ास नम्बर कुछ एहसास फोन से जुड़े होते हैं और ये किस्से कुछ ख़ास होते हैं,कभी आंखों में हसीं ख्वाब होते हैं तो कभी दर्द पास होते हैं। एक ख़ास नम्बर सबके... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 359 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 2 min read बहू चाहिए पर बेटी नहीं क्यों? विषय _ बहू चाहिए पर बेटी नहीं _क्यों गर्भ से लेकर समाज तक कभी तिरस्कारित की जाती है तो कभी सम्मानित की जाती है इन बेटियों पर हमेशा सवाल किए... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 341 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read हादसा विषय _ हादसा एक सफ़र की शुरुआत थी, जानता कोई नहीं था कि आखिरी वो रात थी वक्त अपनी रफ्तार लिए चल रहा था हंसी खुशी ये सफर निकल रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 242 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read कुछ शब्द स्कूल की जिंदगी के लिए विषय _कुछ शब्द स्कूल की जिंदगी के लिए क्या बताएं उस जिंदगी की कहानी सोचते हुए ही आ जाता है आंखों में पानी वहां मौजूद अपने थे, दोस्ती संग जुड़े... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 228 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read दोस्ती सारा जहान विषय - दोस्ती सारा जहान दोस्ती जिसमें समाई है दुनिया सारी दोस्ती जो लगती है सबसे प्यारी दोस्ती जो सुकून से भरा अहसास है दोस्ती जो दूर रहकर भी होती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 213 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read दोस्ती जीवन भर का साथ विषय - दोस्ती जीवन भर का साथ कहते हैं कि मतलब का ये जमाना है, यहां झूठ का लगता आना जाना है दिखते तो हैं चेहरे हज़ार लेकिन हर कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 357 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 2 min read तेरी मेरी यारी विषय - तेरी यारी सबसे प्यारी कहते हैं जीवन में रिश्तों का होना जरूरी है ये रिश्ते नाते जीवन को सरल बनाते है तकलीफों में साथ खड़े होते है और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 247 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read पति पत्नी और मोबाइल पति पत्नी और मोबाइल अजी सुनते हैं, ये कैसा लगाव रखने लगे हो मोबाइल से जो बस सारा दिन इसी पर बिताते हो भीड़ में भी इसमें देखकर मंद मंद... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 337 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read चलो शुरूवात करो विषय _चलो शुरूवात करो चलो शुरुवात करो क्यों किसी से डरते हो क्यों अपने आप को ही हमेशा गलत साबित करते हो तुमने खुद को बदला नहीं और बेहरम ये... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 250 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read क़िस्मत की सज़ा विषय _ क़िस्मत की सज़ा आखिर क्यों मेरी कहानी सताती है मुझे क्यों अक्सर तन्हाई में रूलाती है मुझे दोष क्या है मेरा जो मैं जो खुद की कहानी में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 251 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 2 min read वो जिस्म बेचती है, वैश्या कहलाती है वो जिस्म बेचती है, वैश्या कहलाती है तो जिस्म खरदीने वाले को कोई नाम क्यों नही दिया जाता? वो कमजोर है इसलिए उसे नोच देते हैं फिर क्यों एक आदमी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 347 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read बचपन ये जो हंसता हुआ पल है ये बचपन की बात है यहां सच्चाई है और जुड़े हुए जज़्बात है पिता अपने बच्चें के साथ बच्चा बन जाता है रोज नई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 249 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read हादसा विषय _ हादसा एक सफ़र की शुरुआत थी, जानता कोई नहीं था कि आखिरी वो रात थी वक्त अपनी रफ्तार लिए चल रहा था हंसी खुशी ये सफर निकल रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 235 Share Page 1 Next