Rekha khichi 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read गुस्सा गुस्सा कोई बात ऐसी होती है, जिसकी वजह हम जान नहीं पाते जो हालात होते हैं हमारे सामने उनको हम समझ नहीं पाते लोगों का व्यवहार बदलता है और बदल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read जाल मोहमाया का एक सपना सुहाना था जिसमें कोई नहीं अंजाना था हर कोई खास था दिल के बहुत पास था आया एक हवा का झोंका और हर अक्श से रूबरू करवा दिया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 79 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read मैं नहीं तो कौन मैं नहीं तो कौन यहां और है ही कौन मुझसे पूछते हैं कि कैसे लोग दुखी रहते हैं अब दुःख का कारण यहां मैं नहीं तो कौन अरे तुम कैसे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 66 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 2 min read दहेज़ कर्ज या खुशी विषय _ दहेज़ कर्ज़ या खुशी शादी की शहनाई गूंजेगी मेरे घर में मंगलगीत भी गाए जायेंगे खुशियां आयेंगी मेरे घर में और ढोल नगाड़े भी बजाए जाएंगे धूमधाम होगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 141 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read अंधेरा मन का क्या हुआ? जो चारों ओर अंधेरा नज़र आ रहा है या फिर कोई तुझे विचार सता रहा है तू खोल आंखें इक बार ख़ुद को देख तो सही तेरे अंदर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 72 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं होते? आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं' होते " बेचारी है महिलाएं बात-बात पर आँखें भर आती है बड़ी जालिम है ये दुनिया ना जाने इसको कितना सताती है। मर्द को तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 107 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read मन में एक खयाल बसा है मन में एक खयाल बसा है और उस खयाल से मन मेरा बहुत उदास है ना जाने क्यों दूर होकर भी तू मेरे पास है मेरी चाहत है तू फिर... Quote Writer 1 360 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read कहना तुम ख़ुद से कि तुमसे बेहतर यहां तुम्हें कोई नहीं जानता, कहना तुम ख़ुद से कि तुमसे बेहतर यहां तुम्हें कोई नहीं जानता, और तुमसे बेहतर तुमको अपना कोई नहीं मानता। Quote Writer 159 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read नारी तेरी कहानी विषय _ नारी तेरी कहानी बहुत गहरे समंदर जैसा नारी का अस्तित्व और नारी अपने आप में शामिल हर दिन की नई कहानी है कोई समझेगा नारी के किरदार को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 67 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read आखिर क्यों? आखिर क्यों? ये सवाल बहुत बार मेरे मन में आता है आखिर क्यों हर कोई अपना हक जताता है बेटी , बहन,पत्नी , बहु फिर बनी मां हर किरदार नारी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 45 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read सफ़र जो खुद से मिला दे। सफ़र जो खुद से मिला दे यूं तो ये जिंदगी मानो एक सफ़र की तरह ही है बस चलते जा रहे हैं, जिस भी रूप में ढालते हैं ये रास्ते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 100 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read समर्पण का नाम प्यार विषय _ प्यार प्यार की परिभाषा कहां तक समझ आएगी जितना हम समझना चाहे उतना ही उलझाएगी फिर भी इस प्यार के क़रीब जाते हैं हम एक दूजे की बातों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 69 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read दोस्ती अपनेपन का अहसास विषय _ दोस्ती अपनेपन का अहसास दोस्ती वो आसमान है जहां बस अपनेपन की पहचान है साथ देती है दोस्ती हर पल दोस्ती तो एक दूजे की जान है ना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 59 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read मिट्टी से मिट्टी तक का सफ़र विषय _ मिट्टी से मिट्टी तक का सफ़र जीवन के सारे क़िरदार निभाकर आज चैन की नींद सोई है वो किसी को ना सुनना , किसी से न कुछ कहना... Poetry Writing Challenge-2 1 127 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read तुम काफ़ी हो अपनी उड़ान को जारी रखना, तुम अपनी मेहनत का स्वाद चखना हिम्मत को छुटने मत देना , डोरी विश्वास की टूटने मत देना तुम काफी हो अपने आप में और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 148 Share Previous Page 2