R D Jangra 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid R D Jangra 9 Nov 2018 · 1 min read मां का दर्द मेरा नजराना था एक दिन वो अब नजरें चुराता है । जिसे समझाई दुनिया वो अब दुनिया सिखाता है । कभी जो दे चुकी उसको अभी हूं पा रही उससे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 24 359 Share R D Jangra 14 May 2024 · 1 min read एक अजन्मी पुकार एक अजन्मी बेटी ने कोख से पुकारा मां कैसा सुंदर होगा आसमान प्यारा क्या कुदरत जमाने से डर जाएगी क्या नन्ही सी जान कल मर जाएगी मैं तुझे कुछ कहना... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 11 Share