Ramesh chandra Sharma Tag: ग़ज़ल/गीतिका 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ramesh chandra Sharma 30 Jul 2016 · 1 min read अन्तर्तम तक भिगो गए हैं......... जी करता है रोज़ सुनाऊँ, लिख दूं इतने सारे गीत, जीवन लहरों का कोलाहल, कितने शान्त किनारे गीत । अन्त नहीं, आरम्भ कहाँ है, ओर छोर भी कहीं नहीं, दूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 441 Share Ramesh chandra Sharma 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी -: बेटी :- मेरे आंगन में आकर जब भी चिड़िया चहचहाती है, मैं रो लेता हूँ मन में, मुझको बेटी याद आती है। कभी इस शाख पर डेरा कभी उस... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 583 Share Ramesh chandra Sharma 5 Feb 2017 · 1 min read घट रीते के रीते हैं..... ग़ज़लः- ग़म तो बचपन से खाए हैं,आँख का पानी पीते हैं, किश्तों-किश्तों रोज़ मरे हम,टुकड़ा टुकड़ा जीते हैं। लम्हा लम्हा दिन कटते हैं,पल पल युग-सा लगता है, शिव ने तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 567 Share Ramesh chandra Sharma 27 Jul 2016 · 1 min read बारिश.... गज़ल ग़मों का बोझ बढ़ाने को आ गई बारिश , हमारी जान जलाने को आ गई बारिश । किसी की याद को हमनें भुला के रखा था, उसी की याद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 422 Share Ramesh chandra Sharma 28 Jul 2016 · 1 min read राह चुनने का हमें........ राह चुनने का हमें जब बोध होगा, यात्रा में फिर नहीं अवरोध होगा॥ जीत पायें प्रेम से यदि शत्रु-मन को, इससे बढ़कर और क्या प्रतिशोध होगा॥ टूट जाना क्रम कहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 467 Share Ramesh chandra Sharma 29 Jul 2016 · 1 min read बेटी .......... -: बेटी :- मेरे आंगन में आकर जब भी चिड़िया चहचहाती है, मैं रो लेता हूँ मन में, मुझको बेटी याद आती है। कभी इस शाख पर डेरा कभी उस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 810 Share Ramesh chandra Sharma 29 Jul 2016 · 1 min read पानी को तो पानी लिख........ गीतिका मिथ्या जीवन के कागज़ पर सच्ची कोई कहानी लिख, नीर क्षीर यदि कर नहीं पाए पानी को तो पानी लिख| सारी उम्र गुजारी यूँ ही रिश्तों की तुरपाई में,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1k Share Ramesh chandra Sharma 29 Jul 2016 · 1 min read हो गयी है अधूरी गज़ल......... कहीं और चल ज़िन्दगी हो गई है अधूरी ग़ज़ल ज़िन्दगी, काफ़िया अब तो अपना बदल ज़िन्दगी। लड़खड़ाई, गिरी, गिर के फिर उठ गई, डगमगाई बहुत अब सम्भल ज़िन्दगी। ज़ुल्मत-ए-शब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 427 Share Ramesh chandra Sharma 6 Aug 2016 · 1 min read भोर के पल ढूंढा करता हूँ........ गीतिका काली कजराई रातों में भोर के पल ढूँढा करता हूँ, आँखों की सूखी झीलों में नीलकमल ढूँढा करता हूँ | बंजारों सा जीवन जीकर ठौर -ठिकाने भूले जब, सुधियों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 541 Share Ramesh chandra Sharma 9 Aug 2016 · 1 min read दिन शायराने आ गए....... यूं लगा दिन ज़िंदगी में शायराने आ गए अब गज़ल के काफिये हम को निभाने आ गए | अब बड़े भाई को दादा कौन कहता है यहाँ क्या बताएं यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 455 Share Ramesh chandra Sharma 11 Aug 2016 · 1 min read साहिलों ने हमें सूखी हुई......... साहिलों ने हमें सूखी हुई नदी समझा; हमको हर दौर ने गुजरी हुई सदी समझा। बोझ एहसास का जब हमसे उठाते न बना; बात इतनी थी ज़माने ने त्रासदी समझा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 278 Share Ramesh chandra Sharma 20 Aug 2016 · 1 min read पर खुशियों की बात नहीं है....... गज़ल ग़म का तो अब साथ नहीं है, पर खुशियों की बात नहीं है। प्यार वही है पहले जैसा, लेकिन वो जज़्बात नहीं है। कितनी रातें रोई शबनम, यह कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 413 Share Ramesh chandra Sharma 28 Aug 2016 · 1 min read हाथ से हाथ पर नहीं छूटे........ सांस अपनी अगर कभी टूटे हाथ से हाथ पर नहीं छूटे । रूह तो जिस्म छोड़ जाएगी प्यार का सिलसिला नहीं टूटे। हम तुम्हारे बिना जियें दम भर भाग ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 467 Share Ramesh chandra Sharma 28 Aug 2016 · 1 min read क्या तमाशा है दिल लगाना भी......... पास आकर के दूर जाना भी क्या तमाशा है दिल लगाना भी। आँख से आँख भी मिलाते हो और फिर आँख का चुराना भी। आज तो हद से गुजर जाएंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 553 Share Ramesh chandra Sharma 22 Sep 2016 · 1 min read हर फसाना आजकल........ ग़ज़ल अश्क में डूबा हुआ है हर फ़साना आजकल, मुस्कुराए हो गया है इक ज़माना आजकल। खुद परस्ती बन गई बुनियाद जब सम्बन्ध की, हो गया मुश्किल बहुत रिश्ते निभाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share Ramesh chandra Sharma 2 Feb 2017 · 1 min read क्या हसीं मोड़ पे जीवन की कहानी........ क्या हसीं मोड़ पे जीवन की कहानी आई बात बिगड़ी हुई हमको न बनानी आई । उसने मुड़ मुड़ के कई बार हमें देखा था बाद उसके न कभी रुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share