Ravi Sharma Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Sharma 21 Nov 2016 · 1 min read मुक्तक मुक्तक - कौन यह कहता है कि ख्वाब तो झूठे होते हैं । इनसे ही तो पथ, जीवन के अनूठे होते हैं । साकार हो जाती हैं अनेक आशाएँ हमारी,... Hindi · मुक्तक 1 318 Share Ravi Sharma 8 Nov 2016 · 1 min read मुक्तक दर्द के फूल पिरो कर प्रीत डोर में । टाँक यादों के मोती ओर- छोर में । यूँ गुँथी पवित्र बंधन की माला, फैलाती सुगंध प्रिय चहुँ ओर में । Hindi · मुक्तक 320 Share