रवि शंकर साह Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रवि शंकर साह 31 Jul 2021 · 1 min read साहित्यकार हूँ मैं। कोरोना काल में बना एक साहित्यकार हूँ मैं। ऑनलाइन- ऑफलाइन पाठ को तैयार हूँ मैं। जब से कवि सम्मेलनो मुशायरों में जाने लगा हूँ। तब से कइयों के नजरों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 443 Share रवि शंकर साह 21 Jul 2021 · 1 min read मतलब है क्या तुम्हारा अब मुस्काना क्या। तुम्हारा अब इठलाना क्या। प्यार जब रहा ही नहीं फिर। छुप छुप आँसू बहाना क्या? गैर के बाहों में जा बैठी जब। खुद से खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 272 Share रवि शंकर साह 12 Jul 2021 · 1 min read जमाना याद करेगा कल रहूँ ना रहूँ मैं जग में। जमाना मुझको याद करेगा। कितना भी भेद रखूं मैं जग से। सब ही एक दिन खुल जाएगा। नेकी की एक दीवार खड़ी कर।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share रवि शंकर साह 10 Jul 2021 · 1 min read यादों की बारात नदी किनारे बैठे हैं कब से, यादों की बारात लिए। मिलने आयेगी हमसे वह, बैठा हूँ यह आश लिए। नदी की कलकल धारा भी, उसे ही हरपल बुलाती है। कोयलियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 348 Share